Shruti Choudhry Latest News – वकील से हरियाणा की राजनीति में दाखिल होने वाली श्रुति चौधरी राज्य की नायाब सिंह सैनी सरकार में मंत्री है. श्रुति चौधरी राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पोती है. वह एक बार की सांसद और एक बार की विधायक है. इस समय वे हरियाणा के तोशाम विधानसभा सीट से विधायक है. इस लेख में हम आपको हरियाणा सरकार में मंत्री श्रुति चौधरी राय की जीवनी (Shruti Choudhry Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
श्रुति चौधरी की जीवनी (Shruti Choudhry Biography in Hindi)
| पूरा नाम | श्रुति चौधरी |
| उम्र | 49 साल |
| जन्म तारीख | 03 अक्टूबर 1975 |
| जन्म स्थान | दिल्ली |
| शिक्षा | एलएलबी |
| कॉलेज | बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय |
| वर्तमान पद | हरियाणा सरकार में मंत्री |
| व्यवसाय | राजनीतिक |
| राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | सुरेंद्र सिंह |
| माता का नाम | किरण चौधरी |
| पति का नाम | अरुणाभ चौधरी |
| बेटें का नाम | – |
| बेटी का नाम | – |
| स्थाई पता | 169, विजय नगर, भिवानी, हरियाणा |
| वर्तमान पता | – |
| फोन नंबर | 9416025250 |
| ईमेल | choudhryshruti[at]gmail[dot]com |
श्रुति चौधरी का जन्म और परिवार (Shruti Choudhry Birth & Family)
श्रुति चौधरी का जन्म 3 अक्टूबर 1975 को नई दिल्ली में हुआ था. श्रुति चौधरी के पिता का नाम सुरेंद्र सिंह और माता का नाम किरण चौधरी था. श्रुति के माता और पिता दोनों हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुके थे. श्रुति चौधरी के दादा बंसीलाल थे जो हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री थे. श्रुति का उनका परिवार हरियाणा के प्रमुख राजनीतिक परिवारों में से एक है. श्रुति चौधरी नें 7 मार्च 2003 को अरुणाभ चौधरी से शादी की जो पेशे से एक वकील है. श्रुति चौधरी हिन्दू धर्म से है. जबकि जाति से वे जाट हैं.
श्रुति चौधरी की शिक्षा (Shruti Choudhry Education)
श्रुति चौधरी ने प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली से हुई. उन्होंने कॉन्वेंट ऑफ़ जीसस एंड मैरी स्कूल और दिल्ली पब्लिक स्कूल, आर.के. पुरम से की. इसके बाद वें आगे की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड चले गए जहां उन्होंने इंग्लैंड के ऑक्सफ़ोर्ड से शिक्षा ग्रहण किया. श्रुति ने दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए और फिर आगरा स्थित बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई की.
श्रुति चौधरी का शुरुआती जीवन (Shruti Choudhry Early Life)
श्रुति चौधरी राजनीतिक पृष्ठभूमि से है. इसी कारण उनका शुरूआती जीवन सामान्य लोगों से अलग गुजरा. चुंकि उनके दादा बंसीलाल हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके थे तो उन्हें और उनके परिवार को राज्य में वीवीआईपी का दर्जा प्राप्त था. बाद में जब श्रुति के माता पिता भी राज्य सरकार के कैबिनेट का हिस्सा रहें तो उनकी सुविधासंपन्न जीवन में कोई अंतर नहीं पड़ा.
हरियाणा की प्रमुख राजनीतिक घराने से होने के कारण श्रुति के लिए राजनीति में आना बेहद आसान था बावजूद इसके उन्होंने शुरुआत में वकील के तौर पर प्रैक्टिस की.
श्रुति चौधरी का राजनीतिक करियर (Shruti Choudhry Political Career)
श्रुति चौधरी ने 2005 में अपने पिता की मौत के बाद राजनीति में कदम रखा. शुरुआती दिनों में उन्होंने कांग्रेस के साथ जाना अधिक उचित समझा. सबसे पहले कांग्रेस नें उन्हें 2009 के आम चुनाव में भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से टिकट दिया चुनाव लड़ने के लिए चुना था.
चुंकि श्रुति राज्य के प्रमुख राजनैतिक घराने से होने के बाद भी राजनीति में सक्रिय नहीं थी फिर भी लोगों के मन में उनके परिवार के प्रति सद्भावना थी इसी के परिणामस्वरूप उन्होंने अपने पहले लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की. श्रुति नें अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, भारतीय राष्ट्रीय लोक दल के अजय सिंह चौटाला को 55,097 मतों के अंतर से हराया.
अपने संसदीय कार्यकाल (2009-2014) में उन्होंने 2009 से कृषि और महिला सशक्तीकरण के लिए लोकसभा समितियों में कार्य किया. हालांकि उन्होंने 2014 में लोकसभा चुनाव जीतने में असफल रही. देश में जब 2024 के लोकसभा चुनाव की घोषणा हुई तब कांग्रेस नें भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से श्रुति चौधरी की जगह हुड्डा के वफादार राव दान सिंह को टिकट दें दिया.
फिर क्या था कांग्रेस से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाली श्रुति को कांग्रेस के काम से इतनी नाराजगी बढ़ी कि जून 2024 में उन्होंने और उनकी माँ किरण चौधरी ने पार्टी छोड़ दी. वैसे इसके पीछे एक प्रमुख कारण राज्य के कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ उनदोनों मां बेटी का बढ़ता मतभेद भी माना जाता है.
इसके बाद, दोनों मां बेटी 19 जून 2024 को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी एवं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सहित कई भाजपा नेताओं की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गए. भाजपा में शामिल होने के बाद श्रुति चौधरी ने भाजपा की प्रशंसा की तो वही कांग्रेस में कुछ नें इसे पार्टी के लिए क्षति बताया तो कुछ नें इसे पार्टी के लिए अच्छा कहा.
अब यहां एक बात ध्यान देने वाली है कि श्रुति राज्य की कोई सामान्य नेत्री नहीं है. वह राज्य की प्रमुख राजनीतिक घराने से आती है, इसके साथ ही वह जाट है. हरियाणा जाट बाहुल्य राज्य है. ऐसे में इससे जहाँ कांग्रेस को छति पहुंची तो वही भाजपा को राज्य में बैठे बैठाये जाट समुदाय के बीच भाजपा की स्थिति मजबूत हो गई. इससे भाजपा को इसका फायदा राज्य की अन्य जाट बाहुल्य सीटों पर भी मिला.
इसी के बाद राज्य में हुए अक्टूबर 2024 के विधानसभा चुनाव में भाजपा नें श्रुति चौधरी को हरियाणा तोशाम विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया. इस चुनाव में श्रुति की जीत हुई. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार को 14,257 मतों से हराया.
वर्तमान में, श्रुति चौधरी हरियाणा सरकार में मंत्री है.
इस लेख में हमने आपको हरियाणा सरकार में मंत्री श्रुति चौधरी की जीवनी (Shruti Choudhry Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























