कॉनराड संगमा की जीवनी | Conrad Sangma Biography in Hindi

conrad sangma biography in hindi
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Conrad Sangma Latest News – कॉनराड संगमा मेघालय के मुख्यमंत्री हैं. कॉनराड संगमा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पीए संगमा के पुत्र हैं. एनसीपी से अपनी राजनैतिक यात्रा शुरू करने वाले कॉनराड संगमा राज्य में दो बार दो बार मुख्यमंत्री बन चुके है. वर्तमान में उनका यह दूसरा कार्यकाल है. मुख्यमंत्री बनने से पहले वे मेघालय के वित्त, बिजली, पर्यटन, जीएडी और आईटी मंत्री भी रह चुके है. इस लेख में हम आपको मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा राय की जीवनी (Conrad Sangma Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

कॉनराड संगमा की जीवनी (Conrad Sangma Biography in Hindi)

पूरा नाम कॉनराड संगमा
उम्र 47 साल
जन्म तारीख 27 जनवरी 1978
जन्म स्थान मेघालय
शिक्षा एमबीए
कॉलेज इंपीरियल कॉलेज लंदन
वर्तमान पद मेघालय के मुख्यमंत्री
व्यवसाय राजनीतिक
राजनीतिक दल नेशनल पीपुल्स पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम पूर्णो अगितोक संगमा
माता का नाम सोरादिनी
पत्नी का नाम मेहताब चांडी
बेटें का नाम
बेटी का नाम दो बेटियाँ
स्थाई पता
वर्तमान पता
फोन नंबर
ईमेल

कॉनराड संगमा का जन्म और परिवार (Conrad Sangma Birth & Family)

कॉनराड संगमा का जन्म 27 जनवरी 1978 को मेघालय के पश्चिम गारो हिल्स जिले के एक कस्बे तुरा में हुआ था.

उनके पिता का नाम पूर्णो अगितोक संगमा था जो, प्रायः पीए संगमा के नाम से अधिक प्रचलित थे. पीए संगमा मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा के अध्यक्ष रह चुके थे. पीए संगमा की मृत्यु 4 मार्च 2016 को नई दिल्ली में हुई थी.

जबकि कॉनराड संगमा की माँ का नाम सोरादिनी है, जो एक गृहिणी थीं.  कॉनराड की एक बहन क्रिस्टी को छोड़कर शेष सभी भाई-बहन राजनीति में सक्रिय है. उनके भाई बहनो में जेम्स, अगाथा और क्रिस्टी है. संगमा के भाई जेम्स और छोटी बहन अगाथा एनपीपी के नेता हैं.

कॉनराड संगमा ने 29 मई 2009 को पेशे से डॉक्टर मेहताब चांडी से शादी की. कॉनराड की दो बेटियाँ हैं, जिनके नाम अमारा और केटलीन हैं. कॉनराड संगमा की पत्नी पेशे से एक डॉक्टर हैं. कॉनराड संगमा ईशाई धर्म से है.

कॉनराड संगमा की शिक्षा (Conrad Sangma Education)

कॉनराड संगमा का जन्म भले ही मेघालय में हुआ था पर कॉनराड का पालन-पोषण दिल्ली में हुआ. कॉनराड की प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के सेंट कोलंबा स्कूल में हुई. बाद में, कॉनराड ने इंपीरियल कॉलेज लंदन से वित्त में एमबीए पूरा करने से पहले, पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल से उद्यमशीलता प्रबंधन में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक किया.

कॉनराड संगमा कई क्षेत्रों में सक्रिय

कॉनराड संगमा राजनीतिक घराने से आते है पर बावजूद इसके वे राजनीति के अलावे अन्य क्षेत्रो में भी सक्रिय देखे गए है. कॉनराड अपने पिता ‘संगमा पीए संगमा फ़ाउंडेशन’ के अध्यक्ष भी है. यह एनजीओ का शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्रों में सुधार के लिए काम करता है और ग्रामीण मेघालय में चार कॉलेज भी चलाता है. इसके अलावे कॉनराड वर्तमान में ‘मेघालय क्रिकेट संघ’ और ‘खेल अकादमी’ के अध्यक्ष भी हैं. इन सबके अलावे वे इलेक्ट्रिक गिटार बजाने के लिए भी जाने जाते हैं. मीडिया में उनके गिटार बजाने को लेकर आये दिन आर्टिकल देखे जा सकते है. अभी पिछले महीने उन्होंने मेघालय के राजभवन में 150 वर्ष पुराने पियानो पर हिंदी फिल्म के गीत ‘पहला नशा’ की प्रस्तुति देकर राज्यपाल सी एच विजयशंकर सहित अन्य दर्शको को भी अत्यंत प्रभावित किया. कुछ समय पहली उनका एक वीडियो बहुत चर्चा में रही जिसमें वे 1992 में आयी हिंदी फिल्म ‘जो जीता वही सिकंदर’ के गीत बजाते हुए दीखते है इतना ही नहीं वीडियो में उनके टैलेंट की प्रसंसा राज्यपाल विजयशंकर करते हुए दिखाई देते है.

कॉनराड संगमा का राजनीतिक करियर (Conrad Sangma Political Career)

कॉनराड संगमा राजनीतिक घराने से आते है. उनके पिता 6 फ़रवरी 1988 से लेकर 25 मार्च 1990 राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके थे. इसके अलावे वे पीवी नरसिम्हा राव सरकार में देश के सूचना एवं प्रसारण मंत्री भी रह चुके है. जबकि वे 25 मई 1996 से लेकर 23 मार्च 1998 लोकसभा के अध्यक्ष रहे थे. इस तरह कॉनराड प्रभावशाली राजनीतिक घराने से कहे जा सकते है. अब यही कारण रहा कि कॉनराड संगमा पढाई पूरी करते ही राजनीति में आ गए.

कॉनराड संगमा ने नब्बे के दशक के अंत में अपने पिता पीए संगमा के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अभियान प्रबंधक के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. लेकिन चुनाव में एक प्रत्याशी के तौर पर कॉनराड बहुत समय बाद सक्रिय हुए. कॉनराड ने पहला चुनाव 2004 में लड़ा पर इसमें उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा. कॉनराड को राजनीतिक सफलता 2008 में मिली. इसी वर्ष वे पहली बार राज्य चुनाव में एनसीपी पार्टी से विधायक चुने गए. विधायक चुने जाने के बाद कॉनराड राज्य सरकार के मंत्रिमंडल में भी शामिल हुए और राज्य में मंत्री बने. कॉनराड मेघालय के वित्त, बिजली, पर्यटन, जीएडी और आईटी मंत्री बनाये गए.

बाद में, वे वर्ष 2009 से लेकर वर्ष 2013 तक मेघालय विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे. पिता की मौत के बाद कॉनराड संगमा मार्च 2016 में पिता के स्थान पर नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए. एनपीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद कॉनराड संगमा उसी वर्ष मेघालय के ‘तुरा लोकसभा सीट’ पर हुए उपचुनाव में जीतकर पहली बार लोकसभा पहुंचे.

कॉनराड संगमा की पार्टी, एनपीपी, 2018 के मेघालय विधान सभा चुनाव में 19 सीटें जीतकर कांग्रेस के बाद दूसरे स्थान पर रही. राज्य में सरकार बनाने के लिए 30 सीटों की आवश्यकता थी जबकि एनपीपी ने चुनाव पूर्व ही अन्य क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन किया जिससे संख्या बढ़कर 34 हो गई. इसके बाद, संगमा ने विधान सभा के 34 सदस्यों के समर्थन पत्र के साथ मेघालय के राज्यपाल से मिलकर राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया, जिसमें एनपीपी के 19, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के 6, पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट के 4, हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के 2-2 विधायक थे. इसके अलावे एक निर्दलीय भी समर्थन देने लिए तैयार हो गया.

इसी के बाद कॉनराड संगमा ने पहली बार राज्य में मुख्यमंत्री पद धारण किया. कॉनराड ने शपथ ग्रहण 6 मार्च 2018 को लिया. कॉनराड संगमा ने 7 मार्च 2023 को दूसरे कार्यकाल के लिए मेघालय के मुख्यमंत्री बने, जिस पर वह अभी भी आसीन है.

वर्तमान में, कॉनराड संगमा मेघालय के मुख्यमंत्री है.

इस लेख में हमने आपको मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा की जीवनी (Conrad Sangma Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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