मंत्री खाचरियावास और पायलट खेमे के विधायक वेदप्रकाश सोलंकी हुए आमने-सामने, खूब चले शब्दबाण

हम पायलट के साथ हैं, लेकिन गहलोत के खिलाफ नहीं हैं. मैं जहां निष्ठा रखता हूं, मजबूती के साथ रखता हूं. आपकी तरह इधर-उधर नहीं होता हूं- सोलंकी, सोलंकी को शर्म नहीं आई, जब वे बाड़ेबंदी में शामिल होने दिल्ली जा रहे थे तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया था. तब उन्होंने सीएम गहलोत से कहा मैं आपका चेला हूं, दिल्ली जा रहा हूं, क्या में जाकर भी नहीं आ सकता क्या?- प्रताप सिंह

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Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में जारी सियासी घमासान और बयानबाजी के बीच परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने शनिवार को युवा कांग्रेस कार्यालय पर धरना प्रदर्शन के दौरान भरी सभा में सचिन पायलट खेमे के चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी पर जमकर निशाना साधा. खाचरियावास ने कहा कि सोलंकी को शर्म नहीं आई, जब वे बाड़ेबंदी में शामिल होने दिल्ली जा रहे थे तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया था. तब सोलंकी ने वहां से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को फोन किया और कहा कि मैं आपका चेला हूं, दिल्ली जा रहा हूं, क्या में जाकर भी नहीं आ सकता क्या? गहलोत साहब ने पुलिसवालों से कहा इसकी आत्मा ही मर गई है तो जाने दो. आगे मंत्री खाचरियावास ने मुख्यमंत्री गहलोत की तारीफ करते हुए कहा कि ‘गहलोत साहब इतने भले आदमी हैं, उनको पता था कैंप में जा रहा है लेकिन उसे जाने दिया.’

प्रताप सिंह खाचरियावास के इस बयान पर शनिवार शाम विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने एक वीडियो जारी कर कहा कि खाचरियावास बौखलाहट में जवाब दे रहे हैं. मैं इकलौता विधायक हूं जो कलेक्टर से पास बनवाकर आया हूं. बहरोड़ पर नाकाबंदी में पुलिस अधिकारियों से कहकर आया था कि मैं दिल्ली जा रहा हूं. हमारे कांग्रेस सरकार के वरिष्ठ मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास जी भाषण देते समय शायद भूल जाते हैं कि वो इस समय सरकार में हैं या विपक्ष में हैं. उन्होंने कहा सोलंकी को शर्म नहीं आती है. इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल उन्होंने किया तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि कितनी बार उनको शर्म आई थी जब वे युवा मोर्चा में थे, एबीवीपी में थे, उसके बाद में कांग्रेस में आ गए थे.

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विधायक सोलंकी ने आगे कहा खाचरियावास जी ने खुदने कहा था मुझे खुद से की यार सचिन पायलट जी आप पे विश्वास नहीं कर रहे हैं. हम दो तीन बार अपने लोगों को लेकर उनसे मिले थे उस समय उन्होंने मुझसे वादा लिया था की यार पायलट साहब से में बात करा देता हूं, परंतु आपको एक स्टेंड लेते हुए पायलट साहब के साथ ही रहना पड़ेगा. मैंने उसी समय वादा किया था कि मैं पायलट साहब के साथ में रहूंगा, बिल्कुल रहूंगा. लेकिन उनके जैसे नहीं हूं जिस तरीके से बौखलाहट में वो अपने भाषण दे रहे हैं, कोई जोर से बोलने से सच्ची जो बातें होती है वो झूठी नहीं हो जाती हैं और झुठी बातें सच्ची नहीं होती हैं.

वेदप्रकाश सोलंकी ने आगे कहा कि खाचरियावास कह रहे थे कि अशोक गहलोत जी ने कहा मैनें उनको फोन करके कहा, उनको यह मालूम होना चाहिए कि सिर्फ एक विधायक में ही हूं जो पास बना कर दिल्ली आया था. ठोक कर कह कर आया था की मैं दिल्ली जा रहा हूं, वहां पर बहरोड़ में आप पूछ लीजिएगा, जहां पर आपने लगा रखी थी बेरी गेटिंग, नाके बंदी करवा रखी थी. वहां पर आईपीएस ऑफिसर भी थे उनसे पूछ लेना कि ठोक के कहा था की मैं दिल्ली जा रहा हूं. आप ऐसी भाषा बोलकर अशोक गहलोत जी को कमजोर कर रहे हो मजबूत नहीं कर रहे हो मैने भी बहुत साल काम किया है.

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सोलंकी ने कहा हम पायलट के साथ हैं, लेकिन गहलोत के खिलाफ नहीं हैं. मैं जहां निष्ठा रखता हूं, मजबूती के साथ रखता हूं. आपकी तरह इधर-उधर नहीं होता हूं. जब दिल्ली आया था तब मुख्यमंत्री से कहकर आया कि पायलट ने टिकट दिलाने में मदद की है, मैं पायलट के साथ हूं. मुख्यमंत्री मेरे भी सम्माननीय हैं. हम कांग्रेस में हैं और रहना चाहते हैं. ऐसी भाषा खाचरियावास तब बोलते जब हम पार्टी में नहीं रहते.

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