Manmohan Samal Latest News उड़ीसा भाजपा का नया अध्यक्ष मनमोहन सामल को चुन लिया गया है. उन्हें जुलाई, 2025 में चौथी बार राज्य में यह पद मिला है. इससे पहले भी वही अध्यक्ष थे, उन्ही के कार्यकाल में हुए 2024 की लोकसभा और विधानसभा चुनाव में पार्टी ने अभूतपूर्व विजय हासिल की थी. अब यही कारण रहा कि राज्य में उन्हें इस पद पर निर्विरोध चुन लिया गया. इस लेख में हम आपको भारतीय जनता पार्टी उड़ीसा के अध्यक्ष मनमोहन सामल राय की जीवनी (Manmohan Samal Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
मनमोहन सामल की जीवनी (Manmohan Samal Biography in Hindi)
| पूरा नाम | मनमोहन सामल |
| उम्र | 66 साल |
| जन्म तारीख | 15 अप्रैल 1959 |
| जन्म स्थान | ओडिशा |
| शिक्षा | एल.एल.एम. |
| कॉलेज | उत्कल विश्वविद्यालय, उड़ीसा |
| वर्तमान पद | उड़ीसा के अध्यक्ष |
| व्यवसाय | राजनीतिक |
| राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | कंभूपानी सामल |
| माता का नाम | बसंत कुमारी |
| पत्नी का नाम | प्रणति |
| बेटें का नाम | एक बेटा |
| बेटी का नाम | एक बेटी |
| स्थाई पता | – |
| वर्तमान पता | – |
| फोन नंबर | – |
| ईमेल | – |
मनमोहन सामल का जन्म और परिवार (Manmohan Samal Birth & Family)
मनमोहन सामल का जन्म 15 अप्रैल 1959 को ओडिशा के भद्रक जिले में हुआ था. मनमोहन सामल के पिता का नाम कंभूपानी सामल और माता का नाम बसंत कुमारी था. मनमोहन सामल का विवाह वर्ष 1994 में प्रणति से हुआ है. सामल के दो संतान है. एक बेटा और एक बेटी. मनमोहन सामल हिन्दू है और वे ओबीसी जाति से आते है. मनमोहन सामल पर 3 आपराधिक मामला है.
मनमोहन सामल की शिक्षा (Manmohan Samal Birth Education)
मनमोहन सामल ने वर्ष 2016 में उत्कल विश्वविद्यालय, उड़ीसा से स्नातकोत्तर एल.एल.एम. किया.
मनमोहन सामल का राजनीतिक करियर (Manmohan Samal Political Career)
मनमोहन सामल का राजनीतिक करियर पांच दशक पहले से शुरू हुआ. भाजपा में शामिल होने से पहले वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) व उसकी छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े हुए थे. छात्र जीवन में ही वे राजनीति में सक्रिय हो गए. बताया जाता है उड़ीसा के अस्सी के दशक में भद्रक कॉलेज के छात्र रहते हुए वे एबीवीपी के अध्यक्ष चुने गए थे. बाद में, मनमोहन अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत भाजपा के साथ की थी. उन्हें जमीन से जुड़ा हुआ नेता माना जाता है.
मनमोहन सामल की अगर राजनैतिक यात्रा की बात करें तो उन्होंने भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार के रूप में पहली बार वर्ष 2004 में उड़ीसा के धामनगर विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की थी. अपने पहले चुनाव में जीत के बाद मनमोहन सामल को नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजू जनता दल (बीजद) व भाजपा गठबंधन सरकार के कैबिनेट में शामिल किया गया था. सामल को उड़ीसा में बनने वाली बीजू पटनायक सरकार में राजस्व, खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण मंत्री बनाया गया था.
हालांकि राज्य में होने वाली 2024 के विधानसभा चुनाव में मनमोहन सामल की हार हो गई थी. उन्हें बीजद उम्मीदवार ब्योमकेश रे ने पराजित किया था. उड़ीसा विधानसभा चुनाव में मनमोहन सामल राज्य के चंदाबली विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार थे लेकिन वे बीजू जनता दल के उम्मीदवार ब्योमकेश रे से 1,916 मतों के अंतर से हार गए.
वैसे मनमोहन सामल की उड़ीसा विधानसभा में हार जरूर हुई पर भाजपा राज्य में पहली बार अपने दम पर सरकार बनाने में सफल रही. उड़ीसा की 17वीं विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बहुमत हासिल कर ली. 147 सदस्यीय उड़ीसा विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा ने 78 सीटों पर जीत दर्ज की. जबकि 24 वर्षो से सत्ता पर अधिकार जमाये बैठे बीजद ने मात्र 51 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पायी. कांग्रेस 14 माकपा 1 और निर्दलीय ने 3 सीटों पर विजय हासिल की. वर्तमान में, भी राज्य में भाजपा की ही सरकार है.
उड़ीसा विधानसभा में पराजय के बाद बावजूद, 8 जुलाई, 2025 को मनमोहन सामल को भारतीय जनता पार्टी, उड़ीसा इकाई का अध्यक्ष चुन लिया गया.
मनमोहन सामल राज्य में पार्टी के आधार व जनाधार को मजबूत करने वाले नेता माने जाते है. इसी कारण उन्हें पार्टी चार बार अध्यक्ष बना चुकी है. पहली बार उन्हें नवंबर 1999 से अक्टूबर, 2000 तक भारतीय जनता पार्टी उड़ीसा का अध्यक्ष बनाया गया था. फिर इसी के बाद उन्हें दोबारा अक्टूबर, 2000 में पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया जिस पद पर वे मई, 2004 तक रहे. तीसरी बार उन्हें मार्च 2023 में बनाया गया जिस पद पर वे जुलाई, 2025 तक रहे. तीसरा कार्यकाल समाप्त होते ही उन्हें फिर से चौथे कार्यकाल लिए निर्विरोध चुन लिया गया.
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि मनमोहन सामल के नेतृत्व में ही भाजपा राज्य में पहली बार सरकार बनाने में सफल रही है. सामल राज्य के ओबीसी वर्ग से आते है जिसकी राज्य में आधी आबादी है. इसके साथ ही सामल की रणनीति भाजपा के लिए सत्ता हासिल करवाने वाली मानी जाती है. वह जब जब राज्य में अध्यक्ष रहे तब तब पार्टी सत्ता में शामिल रही है और इस बार तो राज्य में अपने दम पर सरकार भी बना चुकी है. इतना ही नहीं राज्य की 21 लोकसभा सीटों में भी भाजपा को 20 सीट पर जीत हासिल हुई है, जो मोदी सरकार के लिए रामवाण के समान है क्योकि इस बार भाजपा केंद्र में अपने दम पर सरकार में नहीं है ऐसे में पार्टी को मिली उड़ीसा की अभूतपूर्व जीत बड़े काम की मानी जा सकती है.
वर्तमान में, मनमोहन सामल उड़ीसा भाजपा के अध्यक्ष है.
मनमोहन सामल की संपत्ति (Manmohan Samal Property)
2024 के उड़ीसा विधानसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार मनमोहन सामल की कुल संपत्ति 7.49 करोड़ रूपये हैं जबकि उनपर 1 करोड़ रूपये का कर्ज भी है.
इस लेख में हमने आपको भारतीय जनता पार्टी उड़ीसा के अध्यक्ष मनमोहन सामल की जीवनी (Manmohan Samal Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























