राजीव चंद्रशेखर की जीवनी | Rajeev Chandrasekhar Biography in Hindi

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Rajeev Chandrasekhar Latest News – राजीव चंद्रशेखर केरल भाजपा के अध्यक्ष है. पेशे से उद्यमी और इंजीनियर रहे राजीव चंद्रशेखर राजनीति में दो दशक से है. वे लगातार तीन बार के राज्यसभा सांसद भी रह चुके है. दूसरे मोदी सरकार में वे राज्य मंत्री भी थे. इसके साथ ही राजीव भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता की भूमिका भी निभा चुके है. उन्हें मार्च, 2025 में सर्वसम्मति से केरल भाजपा का अध्यक्ष चुना गया है. भाजपा को राजीव के अनुभव पर विश्वास है कि वे राज्य में पार्टी को आगे लाने में कारगर प्रयास करेंगे. इस लेख में हम आपको राजीव चंद्रशेखर की जीवनी (Rajeev Chandrasekhar Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

राजीव चंद्रशेखर की जीवनी (Rajeev Chandrasekhar Biography in Hindi)

पूरा नाम राजीव चंद्रशेखर
उम्र 61 साल
जन्म तारीख 31 मई 1964
जन्म स्थान गुजरात के अहमदाबाद
शिक्षा एमसीए
कॉलेज शिकागो के इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
वर्तमान पद केरल भाजपा के अध्यक्ष
व्यवसाय राजनीतिक
राजनीतिक दल भाजपा
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम एमके चंद्रशेखरन
माता का नाम श्रीमती वल्ली चंद्रशेखर
पत्नी का नाम अंजू
बेटें का नाम वेद
बेटी का नाम वेदिका
स्थाई पता जुपिटर इनोविज़न सेंटर, 54, रिचमंड रोड, बेंगलुरु
वर्तमान पता जुपिटर इनोविज़न सेंटर, 54, रिचमंड रोड, बेंगलुरु
फोन नंबर 9868181964, 9868181061
ईमेल rajeev[dot]c[at]sansad[dot]nic[dot]in

राजीव चंद्रशेखर का जन्म और परिवार (Rajeev Chandrasekhar Birth & Family)

राजीव चंद्रशेखर का जन्म 31 मई 1964 को गुजरात केअहमदाबाद में हुआ था. उनका परिवार मूल रूप से केरल के त्रिशूर जिले के देसमंगलम का रहने वाला है. राजीव चंद्रशेखर के पिता का नाम एमके चंद्रशेखरन था, जो भारतीय वायु सेना के एयर कमोडोर थे. वे राजेश पायलट के प्रशिक्षक रह चुके थे. राजीव चंद्रशेखर के माता का नाम आनंदवल्ली अम्मा था.

राजीव चंद्रशेखर की शादी वर्ष 1991 में अंजू से हुई, जो बीपीएल समूह के संस्थापक टीपीजी नांबियार की बेटी हैं. उनके दो संतान है. एक बेटा और एक बेटी. बेटे का नाम वेद और बेटी का नाम वेदिका है. राजीव चंद्रशेखर हिन्दू है.

राजीव चंद्रशेखर की शिक्षा (Rajeev Chandrasekhar Education)

राजीव चंद्रशेखर ने प्रारंभिक शिक्षा त्रिशूर के सेंट पॉल कॉन्वेंट स्कूल और बेंगलुरु के केंद्रीय विद्यालय से स्कूली से ली. इसके बाद राजीव ने मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. उन्होंने 1988 में शिकागो के इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस में एमसीए किया.

राजीव चंद्रशेखर का शुरुआती जीवन (Rajeev Chandrasekhar Early Life)

पढाई के बाद राजीव चंद्रशेखर जॉब में लग गए. चूँकि राजनीति में आने से पहले राजीव पेशे से एक इंजिनियर हुआ करते थे. इसलिए पढाई पूरी करके राजीव ने इंटेल में काम किया. राजीव ने 1988 से लेकर 1991 तक वहां एक इंजिनियर के तौर पर  काम किया. बताया जाता है कि राजीव इंटेल में उस आर्किटेक्चरल टीम में शामिल थे, जिन्होंने i486 प्रोसेसर की डिज़ाइन की थी.

राजीव चंद्रशेखर ने 1991 तक नौकरी की और बाद में इसी वर्ष भारत लौट आये. वापस लौटने के बाद उन्होंने बीपीएल ग्रुप के मालिक की बेटी से विवाह कर लिया और फिर ससुर की कंपनी में ही लग गए. इसी कंपनी में रहते हुए उन्होंने वर्ष 1994 में बीपीएल मोबाइल लांच की. यह उस समय भारत की प्रमुख दूरसंचार कंपनियों में से एक थी, जिसके पास मुंबई जैसे स्थानों पर लाइसेंस थे. जुलाई 2005 में उन्होंने बीपीएल कम्युनिकेशंस में अपनी 64 प्रतिशत हिस्सेदारी एस्सार समूह को 1.1 अरब अमेरिकी डॉलर में बेच दी.

फिर इसी के बाद राजीव ने 2005 में 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर के शुरुआती निवेश के साथ जुपिटर कैपिटल की स्थापना की. इस निवेश फर्म ने प्रौद्योगिकी, मीडिया, आतिथ्य और मनोरंजन के क्षेत्र में 800 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेश और प्रबंधित संपत्तियां हासिल की.

भारत की उभरती अर्थव्यवस्था में राजीव के योगदान के लिए अप्रैल 2013 में उन्हें विश्वेश्वरैया प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बेलगाम द्वारा मानद उपाधि दी गई.

राजीव चंद्रशेखर का राजनीतिक करियर (Rajeev Chandrasekhar Political Career)

राजीव चंद्रशेखर का राजनीतिक करियर दो दशक पहले शुरू हुआ. पहली बार वे अप्रैल 2006 में कर्णाटक से राज्यसभा के लिए मनोनीत हुए. पहले कार्यकाल की समाप्ति के बाद उन्हें पुनः दूसरे कार्यकाल के लिए भी चुन लिया गया. इस तरह वे अप्रैल 2006 से लेकर अप्रैल 2018 तक लगातार कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाले राज्यसभा के स्वतंत्र सदस्य रहे पर दूसरे कार्यकाल की समाप्ति के बाद उन्होंने भाजपा ज्यॉइन कर ली. इसी के बाद राज्यसभा के दूसरे कार्यकाल की समाप्ति होते ही वे अप्रैल 2018 में भाजपा सदस्य के तौर पर तीसरे छह वर्ष के कार्यकाल के लिए कर्नाटक से राज्यसभा सांसद चुन लिए गए.

भाजपा से राज्यसभा चुने जाने के बाद राजीव को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्री भी बनाया गया था. जुलाई 2021 में कैबिनेट फेरबदल के बाद राजीव चंद्रशेखर को राज्य मंत्री बनाया गया. वे इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास, उद्यमिता और जल शक्ति मंत्रालय में राज्य मंत्री रह चुके है.

राज्य सभा में उनका तीसरा कार्यकाल पिछले वर्ष अप्रैल 2024 में समाप्त हुआ. उसी के बाद देश में 18वीं लोकसभा के चुनाव हुए. भाजपा ने उन्हें केरल से अपना उम्मीदवार बनाया था. भाजपा ने उन्हें त्रिवेंद्रम निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दिया था. त्रिवेंद्रम निर्वाचन सीट पर उनका मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता शशि थरूर से था. लोकसभा के उस चुनाव में डॉ. शशि थरूर को 3,58,155 मत पड़े थे जबकि राजीव चंद्रशेखर को 3,42,078.

राजीव चंद्रशेखर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वहां के तत्कालीन सांसद शशि थरूर से 16,077 मतों से हार गए थे. शशि थरूर त्रिवेंद्रम निर्वाचन सीट से 2009 से लगातार जीतते आ रहे है. जबकि राजीव चंद्रशेखर का यह लोकसभा का पहला चुनाव था.  राजीव चंद्रशेखर इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुके है.

बाद में, मार्च, 2025 को राजीव को केरल भाजपा का अध्यक्ष बना दिया. राज्य में इससे पहले पार्टी के अध्यक्ष के सुरेंद्रन थे. वर्तमान में, राजीव चंद्रशेखर केरल भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के प्रदेश अध्यक्ष है.

राजीव चंद्रशेखर की संपत्ति (Rajeev Chandrasekhar Assets)

2024 के लोकसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार राजीव चंद्रशेखर की कुल संपत्ति 86.29 करोड़ रूपये हैं जबकि उनपर 21 करोड़ रूपये का कर्ज भी है.

राजीव चंद्रशेखर ने 2018 में चुनाव आयोग के समक्ष अपनी वार्षिक आय 28 करोड़ रुपये बताये थे जबकि उनकी पारिवारिक संपत्ति 65 करोड़ रुपये आंकी गई थी.

इस लेख में हमने आपको केरल भाजपा के अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर की जीवनी (Rajeev Chandrasekhar Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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