K.Muraleedharan Latest News – पेशे से वकील के मुरलीधरन केरल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है. उनके पिता के. करुणाकरण राज्य में सीएम और पूर्व केंद्रीय उद्योग मंत्री रह चुके है. मुरलीधरन चार बार के सांसद और दो बार के विधायक रह चुके है. हालांकि पिछले चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. उन्हें त्रिशूर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार सुरेश गोपी ने पराजित किया था. इस लेख में हम आपको के मुरलीधरन की जीवनी (K. Muraleedharan Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
के मुरलीधरन की जीवनी (K. Muraleedharan Biography in Hindi)
| पूरा नाम | कन्नोथ मुरलीधरन |
| उम्र | 68 साल |
| जन्म तारीख | 14 मई 1957 |
| जन्म स्थान | केरल के त्रिशूर |
| शिक्षा | एलएलबी |
| कॉलेज | केरल लॉ अकादमी लॉ कॉलेज |
| वर्तमान पद | पूर्व सांसद |
| व्यवसाय | राजनीतिक |
| राजनीतिक दल | कांग्रेस |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | नाम के. करुणाकरण |
| माता का नाम | कल्लियानी कुट्टी अम्मा |
| पत्नी का नाम | ए.पी. ज्योति |
| बेटें का नाम | अरुण नारायणन और सबरी नाथ |
| बेटी का नाम | – |
| स्थाई पता | ज्योतिस, सी-5/2611 बीएनआरए 171/ए, भगवती नगर, तिरुवनंतपुरम |
| वर्तमान पता | ज्योतिस, सी-5/2611 बीएनआरए 171/ए, भगवती नगर, तिरुवनंतपुरम |
| फोन नंबर | 09495305555 |
| ईमेल | kmuraleedharanmla[at]gmail[dot]com |
के मुरलीधरन का जन्म और परिवार (K. Muraleedharan Birth & Family)
कन्नोथ मुरलीधरन का जन्म 14 मई 1957 को केरल के त्रिशूर जिले में हुआ था. मुरलीधरन के पिता का नाम के. करुणाकरण और माता का नाम कल्लियानी कुट्टी अम्मा था.
मुरलीधरन के पिता कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हुआ करते थे और वह राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके थे. मुरलीधरन की छोटी बहन बहन भी है जिनका नाम पद्मजा वेणुगोपाल है और वह भी एक राजनीति में सक्रिय है.
के मुरलीधरन की शादी 27 जनवरी 1985 को श्रीमती ए.पी. ज्योति से हुई है. मुरलीधरन के दो बेटे हैं. उनके बेटों के नाम अरुण नारायणन और सबरी नाथ हैं. के मुरलीधरन पर 9 आपराधिक मुकदमा दर्ज है.
के मुरलीधरन की शिक्षा (K. Muraleedharan Education)
मुरलीधरन ने प्रारंभिक शिक्षा सेंट जोसेफ हायर सेकेंडरी स्कूल, तिरुवनंतपुरम से ली. बाद में उन्होंने केरल विश्वविद्यालय, तिरुवनंतपुरम के मार इवानियोस कॉलेज, तिरुवनंतपुरम केरल से वर्ष 1980 में बी.ए. किया. मुरलीधरन ने बीए की पढाई करने के बाद कानून की पढाई भी की थी. उन्होंने केरल लॉ अकादमी लॉ कॉलेज, तिरुवनंतपुरम से एलएलबी की थी.
के मुरलीधरन का राजनीतिक करियर (K. Muraleedharan Political Career)
मुरलीधरन राजनीतिक घराने से आते है. उनके पिता के कांग्रेस के बड़े नेता होने के कारण राजनीति में उनकी इंट्री युवा काल में ही हो गई थी. मुरलीधरन की राजनीतिक यात्रा चार दशक पहले से आरम्भ हो गई थी. मुरलीधरन ने पहली बार कांग्रेस की एक सेवा दल कार्यकर्ता के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी.
इसके बाद मुरलीधरन ने जिला अध्यक्ष और केरल सेवा दल के राज्य प्रमुख बनाये गए थे. पहली बार मुरलीधरन को कांग्रेस ने 1989 में कोझिकोड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दिया. तब उन्होंने वरिष्ठ सीपीआई (एम) नेता ई के इम्बिची बावा को हराकर अपना पहला लोकसभा चुनाव जीता था. इसी के
दो वर्ष बाद जब पुनः लोकसभा के चुनाव हुए तब कांग्रेस ने उन्हें एक बार फिर से कोझिकोड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया और इस बार उन्हें फिर से विजय हासिल हुई. 1991 में मुरलीधरन ने जनता दल नेता एमपी वीरेंद्र कुमार को हराकर दोबारा चुनाव जीता था. पर 1996 के आम चुनाव में मुरलीधरन को वीरेंद्र कुमार से पराजय का सामना करना पड़ा था.
इसी के बाद फिर जब दो वर्ष के बाद चुनाव हुए तब मुरलीधरन त्रिशूर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र कांग्रेस के उम्मीदवार बनाये गए. पर कम्युनिष्ट पार्टी के वी.वी. राघवन से पराजित हो गए. लेकिन 1999 में जनता दल के राष्ट्रीय नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सीएम इब्राहिम को कोझिकोड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से पराजित करके तीसरी बार लोकसभा सांसद बने.
मुरलीधरन को फरवरी 2004 में ए के एंटनी मंत्रालय में ऊर्जा मंत्री नियुक्त किया गया हालाँकि वे केरल विधानसभा के सदस्य नहीं थे. मंत्री पद पर बने रहने के लिए उन्हें छह महीने के भीतर राज्य के किसी भी सदन का सदस्य होना अनिवार्य था पर मुरलीधरन वडक्कनचेरी से उपचुनाव हार गए. जिसके परिणामस्वरूप उन्हें मंत्री पद से त्यागपत्र देना पड़ा.
2005 में कांग्रेस के भीतर मतभेद हो गया जिसके बाद कुछ नेताओ ने डीआईसी (के) नाम से एक नई पार्टी बना ली थी पर डीआईसी (के) को आगामी विधानसभा चुनाव में सफलता हाथ नहीं लगी. एक उम्मीदवार को छोड़कर शेष सब हार गए. मुरलीधरन को भी 2006 के केरल विधानसभा चुनाव में डुवल्ली निर्वाचन क्षेत्र से पीटीए रहीम से हार का सामना करना पड़ा था.
जब डीआईसी (के) का भविष्य अंधकारमय दिखा तब अधिकांश नेता फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए. पर करुणाकरण और मुरलीधरन जैसे कुछ नेता एनसीपी में शामिल हो गए. हालांकि बाद में करुणाकरण भी कांग्रेस में शामिल हो गए पर उनके बेटे मुरलीधरन अब भी कांग्रेस में शामिल नहीं हुए और पिता की आलोचना की. मुरलीधरन ने एनसीपी के टिकट पर वायनाड निर्वाचन क्षेत्र से 2009 का लोकसभा चुनाव लड़ा पर पराजय का सामना करना पड़ा.
आगे की घटनाक्रम के अंतर्गत मुरलीधरन के कांग्रेस में शामिल होने वाले बयान के कारण उन्हें अगस्त 2009 में एनसीपी से निष्कासित कर दिया गया और पार्टी के राज्य प्रमुख से भी हटा दिया गया. लेकिन मुरलीधरन के लिए समस्या तब खड़ी हो गई जब कांग्रेस ने उन्हें बाद में वापस शामिल करने से मना कर दिया.
बाद में उनके पिता ने इसके लिए प्रयास किया पर कोई ज्यादा लाभ नहीं हुआ. मुरलीधरन के पिता करुणाकरण की मौत के बाद कांग्रेस ने मुरलीधरन को पार्टी में फिर से शामिल कर लिया. कांग्रेस ने उन्हें फरवरी 2011 में फिर से सदस्यता प्रदान की. बाद में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता और विधानसभा पहुंचे. यह उनके राजनीति करियर के पहले विधानसभा चुनाव में जीत थी और वह पहली बार राज्य में विधायक बने थे. बाद में अगले विधानसभा चुनाव जब 2016 में हुआ तब दोबारा से मुरलीधरन को जीत हासिल हुई. वे भाजपा के कुम्मनम राजशेखरन को 7622 मतों के अंतर से हराकर दूसरी बार विधायक बने थे.
चूँकि मुरलीधरन राज्य की राजनीति से अधिक केंद्र की राजनीति में सक्रिय रहे थे इसलिए जब 2019 में लोकसभा के चुनाव हुए तब कांग्रेस ने उन्हें वटकारा लोकसभा क्षेत्र अपना उम्मीदवार बनाया और उन्हें फिर से जीत मिली. पर मुरलीधरन को गत आम चुनाव 2024 में नाकामी हाथ लगी. इस बार मुरलीधरन त्रिशूर निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार थे पर भाजपा के सुरेश गोपी से पराजय मिली. हालांकि मुरलीधरन यहां पर तीसरे स्थान पर रहे और राज्य में सुरेश गोपी पहले भाजपा सांसद चुने गए.
के मुरलीधरन की संपत्ति (K. Muraleedharan Net Worth)
2024 के लोकसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार के मुरलीधरन की कुल संपत्ति 13.40 करोड़ रूपये हैं जबकि उनपर 3 लाख रूपये का कर्ज भी है.
इस लेख में हमने आपको केरल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के मुरलीधरन की जीवनी (K. Muraleedharan Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























