नैनार नागेंद्रन की जीवनी | Nainar Nagendran Biography in Hindi

nainar nagendran biography in hindi
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Nainar Nagendran Latest News – तमिलनाडु में अगले वर्ष यानि 2026 में विधानसभा के चुनाव होने है. भारतीय जनता पार्टी के लिए यह राज्य अभी भी चुनौती बना हुआ है. डीएमके के प्रभुत्व वाले इस राज्य में भाजपा अभी से चुनावी रणनीति बनाने में जुट गई है. इसी के तहत राज्य में पार्टी का बागडोर नैनार नागेंद्रन के हाथ में दे दिया है. भाजपा ने नैनार नागेंद्रन को इसी वर्ष अप्रैल को राज्य में पार्टी का अध्यक्ष बना दिया है. नैनार नागेंद्रन तीन बार के विधायक है और राज्य में भाजपा के विधायक दल का नेता भी है. राजनीति में बने रहने का उनके पास लंबा अनुभव रहा है. नैनार हिंदुत्व छवि वाले भी नेता माने जाते है. तमिल गीतकार और लेखक वैरामुथु के द्वारा सनातन धर्म के विरुद्ध अनुचित बातें बोलने पर कड़े शब्दों में फटकार लगाया था. अब आने वाले विधानसभा चुनाव में देखना यह है कि नैनार नागेंद्रन राज्य में भाजपा की सीटों में कितनी वृद्धि करा सकते है. इस लेख में हम आपको नैनार नागेंद्रन राय की जीवनी (Nainar Nagendran Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

नैनार नागेंद्रन की जीवनी (Nainar Nagendran Biography in Hindi)

पूरा नाम नैनार नागेंद्रन
उम्र 64 साल
जन्म तारीख 16 अक्टूबर 1960
जन्म स्थान तमिलनाडु के वदिवेस्वरम
शिक्षा
कॉलेज
वर्तमान पद तमिलनाडु इकाई अध्यक्ष
व्यवसाय राजनीतिक
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम
माता का नाम
पत्नी का नाम
बेटें का नाम
बेटी का नाम
स्थाई पता 540/1A1B, सेंट थॉमस स्ट्रीट, पेरुमलपुरम, तिरुनेलवेली – 627007, तमिलनाडु
वर्तमान पता
फोन नंबर
ईमेल

नैनार नागेंद्रन का जन्म और परिवार (Nainar Nagendran Birth & Family)

नैनार नागेंद्रन का जन्म 16 अक्टूबर 1960 को तमिलनाडु के वदिवेस्वरम जिले में हुआ था. नैनार नागेंद्रन हिन्दू है

नैनार नागेंद्रन का राजनीतिक करियर (Nainar Nagendran Political Career)

नैनार नागेंद्रन का राजनीतिक करियर तीन दशक पहले से शुरू हुआ. अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत उन्होंने AIADMK के साथ की थी. हालांकि उन्होंने अगस्त 2017 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के लिए डीएमके पार्टी छोड़ दी थी. ऐसा करने के पीछे उनका तर्क यह था कि सुश्री जयललिता के गुजरने के बाद पार्टी दिशाहीन हो गई है और अब इसमें बने रहने का कोई औचित्य नहीं है. वैसे जयललिता के जाने के बाद केवल नैनार नागेंद्रन ही नहीं बल्कि उनके जैसे और कई नेताओ ने पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया था.

नैनार नागेंद्रन के डीएमके छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होते ही उन्हें तुरंत राज्य स्तरीय भाजपा उपाध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया. चूंकि तमिलनाडु भारत के उन राज्यों में शामिल है, जहां भाजपा अब भी पैर जमाने में असफल रही है. इसी कारण भाजपा हर उन नेताओ को राज्य में महत्व देती है जो राज्य में पार्टी को मजबूत कर सके.

नैनार नागेंद्रन के अगर राजनैतिक यात्रा की बात करें तो उन्होंने एआईएडीएमके उम्मीदवार के रूप में पहली बार वर्ष 2001 तमिलनाडु के तिरुनेलवेली विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की थी. अपने पहले चुनाव में उन्होंने द्रमुक (द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) के उम्मीदवार ए.एल. सुब्रमण्यन को 722 वोट के अंतराल से पराजित किया था.

हालांकि राज्य में होने वाले अगले चुनाव 2006 के विधानसभा में नैनार नागेंद्रन की हार हो गई थी. उन्हें द्रविड़ मुनेत्र कड़गम उम्मीदवार एन. मलाई राजा ने 606 वोट के अंतराल से पराजित किया था.

पर तमिलनाडु में होने वाले अगले चुनाव जो 2011 में हुए थे, उनमे नैनार नागेंद्रन की फिर से एक बार जीत हुई. इस बार उनकी जीत का अंतर भी बहुत अधिक था. उन्होंने अपने निकटतक प्रतिद्वंदी उम्मीदवार द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के एएलएस लक्ष्मणन को 38,491 वोटो के अंतराल से पराजित किया और राज्य में दूसरी बार तिरुनेलवेली निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बने. उनके पहले हार व जीत का अंतर बहुत कम था पर इस बार उनकी जीत का अंतर अधिक होने से साफ़ था कि राज्य में एक नेता के तौर पर उनका प्रभुत्व बढ़ गया था.

नैनार नागेंद्रन तमिलनाडु में मंत्री भी बन चुके है. नैनार नागेंद्रन 2001 से लेकर 2006 तक राज्य की अन्नाद्रमुक सरकार में बिजली, उद्योग एवं परिवहन मंत्री थे. हालांकि 2011 से जब राज्य में जयललिता के नेतृत्व वाली अन्नाद्रमुक सरकार आयी तब नैनार राज्य के मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं थे फिर भी वे जयललिता के नेतृत्व से नाखुश नहीं थे और उनकी मौत के बाद नैनार ने पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया. इसी के बाद वे वर्ष 2017 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए.

राज्य में जब 2021 में विधानसभा के चुनाव हुए तब नैनार नागेंद्रन पहली बार भारतीय जनता पार्टी के एक उम्मीदवार के रूप में तमिलनाडु विधानसभा में तिरुनेलवेली निर्वाचन क्षेत्र से तीसरी बार निर्वाचित हुए. इस बार उन्होंने डीएमके उम्मीदवार एस. लक्ष्मणन को 23,107 मतों के अंतर से हराया. इस तरह से उन्होंने राज्य में विधानसभा चुनाव में तीसरी बार जबकि भाजपा उम्मीदवार के तौर पर पहली बार जीत दर्ज की. इसी के बाद उन्हें तमिलनाडु विधानसभा में भाजपा का नेता चुन लिया गया.

भाजपा में शामिल होने के बाद नैनार नागेंद्रन ने दो बार लोकसभा का चुनाव भी लड़ा पर दोनों ही बार उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा है. पहली बार वे 2019 में 17वीं लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु के रामनाथपुरम से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा पर आईयूएमएल (मुस्लिम राजनीतिक दल) उम्मीदवार के. नवास से हार गए जबकि 2024 के लोकसभा चुनाव में वे तिरुनेलवेली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस के रॉबर्ट ब्रूस से हार गए.

फिर इसी के बाद 12 अप्रैल 2025 को नैनार नागेंद्रन को भारतीय जनता पार्टी, तमिलनाडु इकाई का अध्यक्ष चुन लिया गया. वर्तमान में, वह इसी पद पर आसीन है. इसके साथ ही वह राज्य में भाजपा के विधायक दल का नेता भी है.

इस लेख में हमने आपको नैनार नागेंद्रन की जीवनी (Nainar Nagendran Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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