Politalks.News/Chattisgarh. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के करीबी माने जाने वाले कोल कारोबारी सूर्यकांत तिवारी पर हुई आयकर विभाग की छापेमारी के बाद मीडिया के सामने तिवारी ने अपने आरोपों से सियासी जगत में भूचाल ला दिया है. तिवारी ने आरोप लगाया है कि आईटी के अधिकारियों ने उन्हें छत्तीसगढ़ का ‘एकनाथ शिंदे’ बनाने का प्रलोभन दिया है. तिवारी ने यह आरोप लगाया कि मुझे आयकर अधिकारियों ने कांग्रेस विधायकों को तोड़ने के लिए कहा है. यही नहीं तिवारी ने इशारों में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह पर बड़े आरोप लगाते हुए कहा कि अगर मैं जेल गया तो बगल वाली सेल में रमन सिंह भी होंगे. कोल कारोबारी सूर्यकांत तिवारी के इन आरोपों से छत्तीसगढ़ के साथ पूरे देश की सियासत में भूचाल आना चाहिए, लेकिन तथाकथित बड़े मीडिया हाउसेस ने इस खबर की ब्रेकिंग चलाना भी उचित नहीं समझा. जबकि यहां अगर तिवारी के बयानों में सच्चाई है तो यह साफ इंडिकेशन है कि महाराष्ट्र के बाद अब छत्तीसगढ़ में तख्तापलट की तैयारी चल रही है.
दरअसल, गैर भाजपा शाषित अन्य राज्यों की तरह ही छत्तीसगढ़ में भी पिछले दिनों आयकर विभाग की छापेमारी के बाद चर्चा में आए कोल कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने एक वीडियो के जरिए बयान जारी किया है. सूर्यकांत तिवारी ने आरोप लगाया है कि उन्हें आयकर विभाग ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की बघेल सरकार को गिरा कर ‘एकनाथ शिंदे’ की तरह मुख्यमंत्री बनने का प्रस्ताव दिया था. यहां आपको बता दें कि सूर्यकांत तिवारी कई धंधों के अलावा अडानी के कोयला व्यवसाय से भी जुड़े हैं. आगे तिवारी ने कहा कि इनकम टैक्स के अधिकारियों ने उनके परिवार को डराया धमकाया और उनके साथ मारपीट भी की.
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मैं जेल गया तो बगल वाली सेल में होंगे डॉ रमन सिंह
मीडिया में जारी वीडियो के अनुसार सूर्यकांत तिवारी ने आरोप लगाया है कि इनकम टैक्स के छापे के दौरान आईटी के लोग यह दबाव बना रहे थे कि वे सीएम हाउस से जुड़े अधिकारी का नाम लें. तिवारी के अनुसार आईटी के अधिकारी छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन की बात भी कर रहे थे. सूर्यकांत तिवारी ने कहा कि वे 20 सालों से कोयला व्यवसाय से जुड़े हैं. इस दौरान 15 साल तक रमन सिंह का कार्यकाल रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह को पता होना चाहिए कि आईटी की रेड पड़ने से कोई अपराधी नहीं हो जाता. पूर्व मुख्यमंत्री की तरफ मुझे गिरफ्तार करने की बात कही जा रही है. सूर्यकांत तिवारी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि यदि वे जेल गए तो बगल वाली सेल में डॉ रमन सिंह भी होंगे.
रायपुर के बड़े कोल कारोबारी सूर्यकांत तिवारी के इन गम्भीर आरोपों पर सियासी जगत भूचाल आ गया है. प्रदेश स्तर पर बीजेपी और कांग्रेस में वॉकयुद्ध शुरू हो गया है. दोनों दल सूर्यकांत तिवारी को एक-दूसरे के करीबी बता रहे हैं. साथ ही दोनों दलों के बड़े नेताओं के साथ तिवारी की तस्वीर शेयर कर रहे हैं. कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने आरोप लगाया है कि बीजेपी प्रदेश में सरकार गिराने का षड्यंत्र रच रही है.
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हालांकि यह तो नेताओं की सियासी बयानबाजी है, लेकिन हमारे देश के सुधिजन इतना तो समझदार होंगे ही कि देश मे Incone Tax, ED या CBI की कार्रवाई सिर्फ गैर भाजपा नेता या गैर बीजेपी समर्थक व्यापारी के यहां ही क्यों होती है? पहले गोवा, फिर कर्नाटक, फिर मध्यप्रदेश और अभी हाल ही में महाराष्ट्र में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद भी इन्ही सेंट्रल एजेंसियों पर ही नेताओं पर दबाव बनाने के आरोप लगे हैं. कहा तो यह भी जा रहा है कि तथाकथित बड़े न्यूज़ चैनल्स और दूसरे मीडिया हाउसेस भी इन्ही एजेंसियों के डर से इस तरह की खबरों को तवज्जो नहीं देते. हाल ही इसी तरह का सियासी भूचाल झारखंड की राजनीति में भी आया हुआ है, जबकि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सजगता ने इन्हें अभी तक पैर रखने की भी जगह नहीं दी है.
यहां आपको यह बताना जरूरी है कि कथित रूप से यह कहा जाता है कि कोल कारोबारी सूर्यकांत तिवारी सत्ताधारी दल यानी बघेल सरकार के काफी करीबी हैं. सत्ता जगत में खासा रसूख रखने वाले सूर्यकांत तिवारी मूल रूप से छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के रहने वाले हैं. पूर्व में उनकी पहचान कांग्रेस की कच्छावा नेता रहे विद्याचरण शुक्ल के समर्पित कार्यकर्ताओं के रूप में रही है. हालांकि आपको बता दें छत्तीसगढ़ में सरकार किसी की भी रही हो सूर्यकांत तिवारी की चलती रहती है. और शायद यही वो पेंच है जिसके चलते सूर्यकांत ने कहा कि अगर मैं जेल गया तो बगल वाली सेल में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह होंगे.