Dushyant Singh Latest News – दुष्यंत सिंह राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे है और वर्तमान में झालावाड़ – बारां लोकसभा सीट से सांसद है. 2024 के लोकसभा चुनाव में दुष्यंत ने रिकॉर्ड तोड़ जीत हासिल की थी. झालावाड़ बारां संसदीय सीट से बीजेपी प्रत्याशी दुष्यंत सिंह की भारी मतों से जीत के साथ ही नया रिकॉर्ड तो बना ही साथ ही वे राजनीति में अपनी स्थिति को पहले से भी अधिक मजबूत करने में कामयाब हो गए. दुष्यंत सिंह इस सीट पर 5वीं बार जीत हासिल करने वाले सांसद बन गए है.
इस लेख में हम आपको राजस्थान के राजघराने से राजनीति में आये व राज्य के दो बार के पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र और भारतीय जनता पार्टी के नेता श्री दुष्यंत सिंह की जीवनी (Dushyant Singh Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
दुष्यंत सिंह की जीवनी (Dushyant Singh Biography in Hindi)
पूरा नाम | दुष्यंत सिंह |
उम्र | 51 साल |
जन्म तारीख | 11 सितंबर,1973 |
जन्म स्थान | मुंबई, महाराष्ट्र |
शिक्षा | बीए, एमबीए, |
कॉलेज | जॉनसन एंड वेल्स यूनिवर्सिटी, USA |
वर्तमान पद | झालावाड़ – बारां लोकसभा सीट से सांसद |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ, व्यापार |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | हेमंत सिंह |
माता का नाम | वसुंधरा राजे |
पत्नी का नाम | निहारिका राजे |
बच्चे | एक बेटा और एक बेटी |
बेटें का नाम | विनायक प्रताप |
बेटी का नाम | भैरवी सिंह |
स्थाई पता | राज निवास पैलेस धौलपुर, राजस्थान 328001 |
वर्तमान पता | 17 लोधी एस्टेट नई दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, दिल्ली, 110003 |
फोन नंबर | 08130486886, 09414027979 (M) |
ईमेल | dushyant@dholpurpalace.com |
दुष्यंत सिंह का जन्म और परिवार (Dushyant Singh Birth & Family)
दुष्यंत सिंह का जन्म 11 सितंबर,1973 को महाराष्ट्र के मुंबई में हुआ था जबकि उनका मूल निवास स्थान धौलपुर है. दुष्यंत सिंह राजस्थान के राजघराने से आते है. उनके पिता का नाम हेमंत सिंह था और उनकी माँ का नाम वसुंधरा राजे है. उनके पिता हेमंत सिंह धौलपुर के अंतिम मान्यता प्राप्त महाराजा थे जबकि उनकी माँ वसुंधरा राजे राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी है. वसुंधरा राजे राजस्थान बीजेपी का बड़ा चेहरा भी मानी जाती रही है और राजस्थान की पहली महिला मुख्यमंत्री भी है.
दुष्यंत सिंह का विवाह 11 दिसंबर,2000 को निहारिका से हुआ था. दुष्यंत सिंह की पत्नी निहारिका भी देश की जानी मानी हस्ती की रिश्तेदार है. निहारिका रिश्ते में राजा भैया की बहन लगती है. राजा भैया उत्तर प्रदेश के चर्चित नेता है और वह प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा सीट से लगातार 6 बार से विधायक चुने जा चुके है. राजा भैया 1993 से लेकर अब तक अपना एक भी चुनाव नहीं हारा है. दुष्यंत सिंह की पत्नी राजा भैया के मामा रणदीप सिंह जूदेव की पुत्री है इस नाते निहारिका राजा भैया की बहन लगी.
दुष्यंत सिंह और निहारिका के दो बच्चे है. उनके एक बेटा और एक बेटी है. बेटा का नाम विनायक प्रताप सिंह है और बेटी का नाम भैरवी सिंह है.
दुष्यंत सिंह हिन्दू धर्म से आते है और जाति से राजपूत है. उन पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है.
दुष्यंत सिंह की शिक्षा (Dushyant Singh Education)
दुष्यंत सिंह ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से बी ए किया है और फिर बाद में एम बी ए (होटल एडमिनिस्ट्रेशन) करने के लिए जॉनसन एंड वेल्स यूनिवर्सिटी, प्रोविडेंस, आरआई, यूएसए चले गए. उन्होंने आईएचटीटीआई स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, न्यूचैटेल, स्विट्जरलैंड से होटल संचालन में डिप्लोमा भी प्राप्त किया है.
दुष्यंत सिंह का शुरूआती जीवन (Dushyant Singh Early Life)
दुष्यंत सिंह राजघराने से आते है इसलिए इनका जीवन सम्पन्नता भरे माहौल में बीता. इन्हे आम लोगो की भांति शुरूआती के दिन संघर्ष भरे नहीं बीते. फिर भी शुरूआती दिनों में दुष्यंत सिंह का रुझान राजनीति में बिलकुल भी नहीं था और न ही इन्होने राजनीति के किसी कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया. दुष्यंत सिंह की पढाई का आधार व्यवसाय करना था और इसी उद्देश्य से उन्होंने शुरुआती दिनों में पढाई के बाद नौकरी भी की थी.
अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, दुष्यंत सिंह ने हयात रीजेंसी हिल्टन हेड, साउथ कैरोलिना (यूएसए), होटल ब्यू रिवेज, जिनेवा, स्विट्जरलैंड, जे थॉमस एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड, कोलकाता में अपनी इंटर्नशिप की थी. उनका यह सफर 1994 से आरम्भ होकर 1998 तक चला.
बाद में वे वर्ष 1999 से लेकर वर्ष 2002 तक दुनिया की सबसे बड़ी होटल श्रृंखलाओ में से एक, शेरेटन होटल्स (अमेरिका) में भी काम किया था. इससे उन्हें काम को समझने और लोगो से बात करने की व्यावसायिक अनुभव हुआ.
इसके बाद दुष्यंत सिंह जुलाई 2002 से अक्टूबर 2002 तक हॉस्पिटैलिटी वैल्यूएशन सर्विसेज (एचवीएस), दिल्ली के लिए भी काम किया. इस तरह दुष्यंत सिंह पेशे से एक व्यवसायी माने जाते है.
दुष्यंत सिंह का राजनीतिक करियर (Dushyant Singh Political Career)
विभिन्न पदों पर कार्य करने के बाद दुष्यंत सिंह राजनीति की ओर मुड़े. उन्हें राजनीति में ही अपना करियर बनाना सही लगा. दुष्यंत सिंह की राजनीतिक यात्रा वर्ष 2004 से शुरू हुई थी.
- 2004 – दुष्यंत सिंह पहली बार राजस्थान के झालावाड़ निर्वाचन क्षेत्र से 14वीं लोकसभा के लिए चुने गए और वे सांसद चुनकर संसद भवन पहुंचे. यहाँ से उन्होंने कांग्रेस के संजय गुर्जर को 81,579 मतों से पराजित किया था.
- 2007 – 5 अगस्त 2007 उन्हें परिवहन, पर्यटन और संस्कृति सम्बन्धी समिति का सदस्य बनाया गया.
- 2009 – दुष्यंत सिंह दूसरी बार कांग्रेस की लहर के बाद भी राजस्थान के झालावाड़ निर्वाचन क्षेत्र से 15वीं लोकसभा के लिए चुने गए और सांसद बने. यहाँ से इस बार उन्होंने कांग्रेस की उर्मिला जैन को 52,481 मतों से पराजित किया. 31 अगस्त 2009 को वे परिवहन, पर्यटन और संस्कृति सम्बन्धी स्थायी समिति के सदस्य बनाये गए.
- 2014 – दुष्यंत सिंह तीसरी बार राजस्थान के झालावाड़ निर्वाचन क्षेत्र से 16वीं लोकसभा के लिए चुने गए और वे सांसद बने. इस बार उन्होंने यहाँ से कांग्रेस के प्रमोद भय को 2,81,546 मतों से पराजित किया था.
- 2014 – सितंबर 2014 में वे परिवहन, पर्यटन और संस्कृति, प्ररामर्शदात्री समिति, श्रम और रोजगार मंत्रालय और लोकसभा के सदस्यों को कंप्यूटर के प्रावधान सम्बन्धी समिति के सदस्य बने. दिसंबर 2014 में उन्हें लोकसभा के सदस्यों के साथ प्रोटोकॉल अधिकारियो के उलंघन और सरकार के अधिकारीयों के समकालीन व्यवहार और लोक लेखा समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया.
- 2019 – दुष्यंत सिंह चौथी बार फिर से राजस्थान के झालावाड़ निर्वाचन क्षेत्र से भारी मतों से जीत दर्ज की और 17वीं लोकसभा के लिए चुनकर फिर से संसद भवन पहुंचे.
- 2024 – वे पांचवी बार भी जीत दर्ज की. पेशे से एक व्यवसायी से नेता बने दुष्यंत सिंह वर्तमान में 18वीं लोकसभा के सदस्य है और वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में राजस्थान के झालावाड़ – बारां निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते है.
दुष्यंत सिंह की संपत्ति (Dushyant Singh Net Worth)
दुष्यंत सिंह के द्वारा घोषित चल-अचल मिलाकर कुल संपत्ति लगभग 28 करोड़ है.
इस लेख में हमने आपको झालावाड़ – बारां लोकसभा सीट से सांसद दुष्यंत सिंह की जीवनी (Dushyant Singh Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.