रद्द हो सकते हैं युवा कांग्रेस के चुनाव, गड़बड़ी की शिकायतों के चलते चुनाव परिणामों की आधिकारिक घोषणा पर लगी रोक

बीती 3 मार्च को जारी हुए चुनाव परिणामों की आधिकारिक घोषणा 9 मार्च को होनी थी, लेकिन यह घोषणा नहीं हुई, प्रत्याशियों के विरोध के चलते बनी जांच कमेटी

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पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. बीती 3 मार्च को युवा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष, जिला अध्यक्ष और विभिन्न पदों पर जारी हुए चुनाव परिणामों की आधिकारिक घोषणा 9 मार्च को होनी थी, लेकिन यह घोषणा नहीं हुई है. बताया जा रहा है कि चुनाव में गड़बड़ी की शिकायतों के चलते युवा कांग्रेस के चुनाव परिणामों की आधिकारिक घोषणा को रोक दिया गया है और इस मामले में एक जांच कमेटी बनाई गई है जो गड़बड़ी की शिकायतों की जांच करेगी. बताया यह भी जा रहा है कि अगर ये शिकायतें सही पाई गई तो माना जा रहा है कि युवा कांग्रेस का चुनाव ही रद्द भी हो सकता है.

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दरअसल, प्रदेश में युवा कांग्रेस के चुनाव के लिए बीती 22 और 23 फरवरी को ऑनलाइन वोटिंग हुई थी. जिसमें दोनों ही दिन वोटिंग में गड़बड़ी और सेल्फ वोटिंग ऐप के बार-बार हेंग होने की शिकायतें मिल रही थीं. प्रत्याशियों की इन शिकायतों को चुनाव प्राधिकरण ने दरकिनार करते हुए 3 मार्च को वोटों के आंकड़े जारी किए गए थे, जिसकी आधिकारिक घोषणा 9 मार्च को करने की बात कही गई थी, लेकिन 9 मार्च को इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं कि गई.

बता दें, 3 मार्च को जारी हुए वोटिंग के आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा वोट प्रदेशाध्यक्ष पद पर सुमित भगासरा को मिले थे. जिसके बाद उन्हें जीता हुआ प्रत्याशी मान लिया गया था. वोटिंग के आधार पर आंकड़े जारी होने के बाद चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव लड़े विधायक मुकेश भाकर, सत्यवीर अलोरिया, रोमा जैन और राकेश मीणा ने दिल्ली में यूथ कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के कार्यालय में शिकायत की और विरोध प्रदर्शन भी किया. इन प्रत्याशियों का आरोप है कि इनके खुद के वोट भी प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार के खाते में चले गए और बिना गड़बड़ी किए यह संभव नहीं है. जिसके बाद यूथ कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण ने 9 मार्च को घोषित होने वाले आधिकारिक परिणामों पर रोक लगाते हुए जांच कमेटी बनाकर मामले की जांच शुरू कर दी है. बताया जाता है कि अगर जांच कमेटी की रिपोर्ट में गड़बड़ियों की शिकायतें सही पाई गई तो यूथ कांग्रेस का चुनाव रद्द भी हो सकता है.

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गौरतलब है कि यूथ कांग्रेस के चुनाव सेल्फ वोटिंग एप द्वारा ऑनलाइन कराए जाने का शुरू से ही विरोध हो रहा था. प्रत्याशियों ने मतदान से पूर्व ही इसकी आशंका व्यक्त करते हुए ऐप की बजाए बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने की मांग की थी. खुद युथ कांग्रेस के सात साल से अध्यक्ष और खेल राज्यमन्त्री अशोक चांदना ने यूथ कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण को इस बारे में पत्र लिखकर चुनाव वोटिंग एप से न कराकर बैलेट पेपर से कराए जाने की अपील की थी, लेकिन प्राधिकरण ने इसे नजरअंदाज कर दिया था. ऑनलाइन चुनाव कराए जाने के कारण प्रदेश में युवा कांग्रेस के 4.50 लाख मतदाता होने के बावजूद 1 लाख 16 हजार मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का उपयोग किया था.

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