C.V. Ananda Bose Latest News – देश के ‘सिविल सेवक’ से अपना करियर बनाने वाले डॉ सी वी आनंद बोस पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में कार्यरत हैं. बोस एक पूर्व आईएएस ऑफिसर, राज्यपाल होने के अलावे एक अच्छे लेखक भी माने जाते है. उन्होंने अब तक 70 पुस्तकें लिखी हैं, जो मलयालम, हिंदी, अंग्रेजी और अब बंगाली में भी उपलब्ध है. ये पुस्तके मूल रूप से उपन्यास, लघु कथाएँ और कविताओं का संग्रह हैं. यह एक अजीब संयोग है या कुछ और कि देश में कला व लेखन के क्षेत्र में अग्रणी कहे जाने वाले राज्य ‘पश्चिम बंगाल’ के राज्यपाल भी एक जाने-माने लेखक है. इस लेख में हम आपको पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस राय की जीवनी (C. V. Ananda Bose Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
सी वी आनंद बोस की जीवनी (C. V. Ananda Bose Biography in Hindi)
| पूरा नाम | डॉ. सी. वी. आनंद बोस |
| उम्र | 74 साल |
| जन्म तारीख | 2 जनवरी 1951 |
| जन्म स्थान | केरल के मन्नानम |
| शिक्षा | एम.ए. |
| कॉलेज | केरल विश्वविद्यालय |
| वर्तमान पद | पश्चिम बंगाल के राज्यपाल |
| व्यवसाय | राजनीतिज्ञ, सिविल सेवक |
| राजनीतिक दल | – |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | वासुदेवन नायर |
| माता का नाम | स्वर्गीय पद्मावती अम्मा |
| पत्नी का नाम | एल एस लक्ष्मी |
| बेटें का नाम | – |
| बेटी का नाम | – |
| स्थाई पता | – |
| वर्तमान पता | राजभवन, पश्चिम बंगाल |
| फोन नंबर | – |
| ईमेल | – |
सी वी आनंद बोस का जन्म और परिवार (C. V. Ananda Bose Birth & Family)
सी वी आनंद बोस का जन्म 2 जनवरी 1951 को केरल के मन्नानम में हुआ था. उनके माता-पिता का नाम पद्मावती और वासुदेवन नायर था. उनके पिता वासुदेवन नायर स्वतंत्रता सेनानी थे जबकि उनकी माता स्वर्गीय पद्मावती अम्मा भारत सरकार की पूर्व अधिकारी थी. आनंद बोस का विवाह एल एस लक्ष्मी से हुआ था. उनके दो संतान है. उनके पुत्र ए वासुदेव बोस अभिनेता है और इस समय वे अमरीका के हॉलीवुड में अभिनय के क्षेत्र में अपना करियर बना रहे है.
सी वी आनंद बोस की शिक्षा (C. V. Ananda Bose Education)
सी वी आनंद बोस ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा केरल से की. उन्होंने मन्नानम के कुरियाकोस एलियास कॉलेज और चंगनास्सेरी के सेंट बर्कमैन्स कॉलेज से पढाई की. बाद में बोस ने केरल के पिलानी स्थित बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस से पीएचडी भी की. इससे पहले उन्होंने केरल विश्वविद्यालय से अंग्रेजी और साहित्य में एम.ए. किया.
सी वी आनंद बोस का एक ब्यूरोक्रेट के तौर पर करियर (C. V. Ananda Bose Career As a bureaucrat)
सी वी आनंद बोस भारत के पूर्व आईएएस ऑफिसर है. बोस 1977 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं. वे वर्ष 2011 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त हुए. एक आईएएस ऑफिसर होने के साथ ही बोस ने आवास विशेषज्ञ, लेखक और वक्ता के रूप में भी अपनी पहचान बनाई.
एक लेखक और स्तंभकार के तौर पर बोस अब तक 9 भाषाओं में उपन्यास, लघु कथाएँ, कविताएँ और निबंध सहित 70 पुस्तके लिख चुके है. लेखन के अलावे बोस ने किफायती आवास, सुशासन, स्वास्थ्य सेवा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, ग्रामीण विकास, शिक्षा और लैंगिक समानता के क्षेत्र में भी काम किया है. वे कई संस्थान से जुड़े रहे है. इनमें उनकी चार अग्रणी संस्थाएँ मानी जाती है, जो भवन निर्माण केंद्र, जिला पर्यटन संवर्धन परिषद, और दवाइयों की उचित मूल्य की दुकानो को प्रोमोट करती हैं. उनका उद्देश्य ‘सभी भारतीयों के लिए किफायती आवास’ उपलब्ध कराना है. उन्होंने इस क्षेत्र में भी काम किया है.बोस परमाणु ऊर्जा शिक्षा सोसायटी के अध्यक्ष भी रहे हैं.
बोस को विभिन्न क्षेत्रों में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए 33 अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं. आवास के क्षेत्र में उनके अग्रणी प्रयासों के सम्मान में, राष्ट्रों ने उनकी पहलों को चार बार ‘वैश्विक सर्वोत्तम अभ्यास’ के रूप में चुना है. एक वक्ता और लेखक के रूप में अपनी बुद्धिमता और हास्य के लिए प्रसिद्ध, डॉ बोस ने अपने विश्वविद्यालय के दिनों में 15 स्वर्ण पदकों सहित 100 से अधिक पुरस्कार जीते हैं.
बोस केरल के प्रमुख मंदिर कहे जाने वाले ‘श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर’ के खजाने पर सर्वोच्च न्यायालय की प्रतिष्ठित समिति के प्रमुख भी रह चुके है. आईएएस से सेवानिवृत्ति के बाद से उन्होंने अपने लेखन, व्याख्यानों और मीडिया साक्षात्कारों के माध्यम से भारत की विरासत और राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के लिए कई कार्य किये.
इतना ही नहीं, उनकी छवि एक ईमानदार ऑफिसर की रही है. आईएएस ऑफिसर रहते हुए उन्हें ऐसे कई क्षेत्र में भेजा गया था जहां भ्रष्ट्राचार चरम पर था. बोस को भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने अभियान के लिए जाना जाता था.
सी वी आनंद बोस का राज्यपाल के रूप में करियर
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने सी वी आनंद बोस को 17 नवंबर 2022 को भारत के अशांत क्षेत्र की श्रेणी में आने वाले राज्य पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया. इससे पहले राज्य में ला गणेशन अय्यर राज्यपाल (अतिरिक्त प्रभार) थे. 15 अगस्त 2025 को गणेशन अय्यर की मृत्यु हो गई.
वर्तमान में, सी वी आनंद बोस पश्चिम बंगाल के राज्यपाल है.
इस लेख में हमने आपको पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस की जीवनी (C. V. Ananda Bose Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























