Brij Bhushan Sharan Singh Latest News – वर्तमान में बृज भूषण शरण सिंह का मुद्दा गरमाया हुआ है. दिल्ली में कुछ महिला पहलवानो ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर धरने में बैठ गई, मगर यह एक जाँच का विषय है. किसी के अभियोग लगाने से यह साबित तो नहीं हो जाता है कि वे दोषी है. बृज भूषण शरण सिंह भाजपा के एक पुराने नेता है. वे करीब तीन दशक से पार्टी से जुड़े हुए है. हालांकि बीच की कुछ अवधि में वे सपा में शामिल हो गए थे, बावजूद इसके वे भाजपा के गद्दावर नेता है. वे लगातार जीत दर्ज करने वाले नेता भी कहलाते है. वे 6 बार लोकसभा सांसद बन चुके है. वे 10वीं, 13वीं, 14वीं, 15वीं, 16वीं, 17वीं लोक सभा के सदस्य रहें है. साथ ही वे एक दशक से अधिक समय से भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष भी रहे है. वर्तमान में भी वे सांसद (MP) के साथ साथ कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष (WFI) भी है.
इस लेख में हम आपको बीजेपी के कैसरगंज से सांसद बृजभूषण शरण सिंह की जीवनी (Brij Bhushan Sharan Singh Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
बृजभूषण शरण सिंह की जीवनी (Brij Bhushan Sharan Singh Biography in Hindi)
असली नाम | बृजभूषण शरण सिंह |
उम्र | 66 साल |
जन्म तारीख | 6 जनवरी 1957 |
जन्म स्थान | गोंडा, उत्तर प्रदेश, भारत |
शिक्षा | एमए और एलएलबी |
कॉलेज | साकेत महाविद्यालय और अवध विश्वयविद्यालय |
पद | कैसरगंज से सांसद |
व्यवसाय | राजनेता |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | श्री जगदंबा शरण सिंह |
माता का नाम | श्रीमती प्यारी देवी सिंह |
पत्नी का नाम | केतकी देवी सिंह |
बच्चे | 2 बेटे 1 बेटी |
बेटी का नाम | शालिनी सिंह |
बेटे का नाम | प्रतिक भूषण शरण सिंह, करण शरण सिंह |
स्थाई पता | बिश्नोहरपुर, शक्ति भवन, नवाबगंज, गोंडा, उत्तर प्रदेश |
वर्तमान पता | 21, अशोका रोड, नई दिल्ली – 110001 |
फोन नंबर | 9415109000 |
ईमेल | brijbhusan.singh@sansad.nic.in |
बृजभूषण शरण सिंह का जन्म और परिवार (Brij Bhushan Sharan Singh Birth & Family)
बृज भूषण शरण सिंह का जन्म 6 जनवरी, 1957 को उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के विश्रोहरपुर नामक एक गांव में हुआ. उनके पिता का नाम जगदम्बा शरण सिंह और माता का नाम प्यारी देवी था. उनकी पत्नी का नाम केतकी देवी है. उनके दो बेटे और एक बेटी है. बेटे का नाम प्रतिक भूषण शरण सिंह और करण शरण सिंह है. जबकि उनकी बेटी का नाम शालिनी सिंह है. सांसद की पत्नी और बड़ा बेटा राजनीति में सक्रिय है. बृज भूषण शरण सिंह की पत्नी केतकी देवी बीजेपी से सांसद और जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी है, जबकि बृज भूषण के बड़े बेटे प्रतिक भूषण शरण सिंह वर्तमान में गोंडा सदर से बीजेपी विधायक है. बृज भूषण शरण सिंह हिन्दू है. वह जाति से राजपूत है.
बृजभूषण शरण सिंह की शिक्षा (Brij Bhushan Sharan Singh Education)
बृज भूषण शरण सिंह की प्रारंभिक शिक्षा उनके अपने ही गांव के आस पास के स्कूलो में हुई. बाद में श्री सिंह ने 1985 में अवध विश्विद्यालय, फैजाबाद (वर्तमान नाम अयोध्या) से एलएलबी की.
बृज भूषण शरण सिंह का आरम्भिक जीवन गांव देहात के माहौल में गुजरा है. बृज भूषण को बचपन से ही कुश्ती और पहलवानी में रूचि थी, उनके शरीर की कद-काठी भी उसके लायक थी. स्वभाव से वे उग्र थे लेकिन वे कम आयु में ही राजनीति से जुड़ गए थे.
बृजभूषण शरण सिंह का राजनीतिक करियर (Brij Bhushan Sharan Singh Political Career)
एक जानकारी के अनुसार बृज भूषण शरण सिंह की राजनीतिक यात्रा एक छोटी सी घटना के साथ ही आरम्भ हो गई. घटना यह थी एक बार गर्मी की छुट्टी के समय वे अपने गांव के पास के कॉलेज जा रहे थे, तभी रास्ते में उन्हें कुछ मनचले दिख गए. वे मनचले कॉलेज जाती हुई लड़कियों को छेड़ रहे थे. फिर क्या था युवा पहलवान बृज भूषण उन लड़को से भीड़ गए. बताया जाता है कि इसी घटना ने उन्हें छात्र नेता के रूप में पहचान दिला दी और 1979 में बृज भूषण शरण सिंह की रिकॉर्ड तोड़ मतों से विजय हुई. अब यही से एक छात्र नेता से आगे बढ़ते हुए एक बाहुबली नेता बनने तक का क्रम चल पड़ा.
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छात्र नेता में प्रसिद्धि मिलने के बाद वे बाद में युवा नेता के रूप में चर्चित हो गए. वर्ष 1988 में वे पहली बार भारतीय जनता पार्टी से जुड़े. तब तक उन्होने हिंदूवादी नेता वाली छवि बना चुके थे जिससे जनता के बीच अधिक लोकप्रिय हो गए थे. वर्ष 1991 में (10 वीं लोकसभा के लिए) भाजपा ने पहली बार उन्हें गोंडा लोकसभा क्षेत्र से टिकट दिया और उन्होंने अपने पहले चुनाव में रिकॉर्ड तोड़ जीत के बाद यह साबित कर दिया कि वे जनता के बीच बहुत लोकप्रिय नेता है.
हालांकि कुछ समय बाद टाडा से जुड़े एक मामले में वे जेल चले गए और उनकी राजनीति पर दाग लग गई लेकिन बाद में वे सीबीआई जांच में निर्दोष पाए गए. उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया. जेल से छूटने के बाद वर्ष 1999 में (13वीं लोकसभा के लिए) भाजपा ने उन्हें फिर से गोंडा लोकसभा क्षेत्र से टिकट दी और इस चुनाव में भी वे जीत गए.
उसके बाद 2004 में 14वीं लोकसभा के लिए भाजपा ने उन्हें टिकट तो दिया मगर इस बार उनका स्थान बदल गया. पार्टी ने उन्हें बलरामपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दी और वे इस चुनाव में भी जीत गए. लेकिन इसके बाद कुछ दिनों के लिए उनका भाजपा से मतभेद हो गया. यह मतभेद भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से नहीं था बल्कि स्थानीय भाजपा नेताओ से था. परिणाम यह हुआ कि 20 जुलाई, 2008 को बृज भूषण शरण सिंह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए.
वर्ष 2009 में 15वीं लोकसभा के लिए सपा ने उन्हें उत्तरप्रदेश के कैसरगंज से टिकट दिया. पार्टी बदल गई मगर जीत नहीं थमी बृज भूषण शरण सिंह इस बार भी जीत गए. लेकिन जल्द ही उन्हें पार्टी बदलने पर भूल का आभाष हुआ क्योकि सपा की नीति हिन्दू विरोधी होती थी. परिणाम यह हुआ कि 2014 में उन्होंने 16वीं लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अपनी पुरानी पार्टी में घर वापसी कर ली और वे फिर से भाजपा के एक जिताऊ उम्मीदवार साबित हुए. पार्टी ने उन्हें इस बार कैसरगंज से लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए टिकट दिया और पहले की तरह उनकी फिर से जीत हुई. भाजपा में इसी वर्ष से मोदी युग शुरू हो चुका था और बृज भूषण शरण सिंह मोदी सरकार के पहले टर्म में जीत कर उनके शासन में सांसद बने.
वर्ष 2019 में हुए 17वीं लोकसभा चुनाव में भी पार्टी ने उन्हें कैसरगंज से ही उम्मीदवार बनाया और वे इस बार भी जीत गए. बृज भूषण शरण सिंह अभी वर्तमान में यूपी के कैसरगंज से ही सांसद है. इसके साथ ही वे वर्ष 2011 लेकर अब तक लगातार भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बने हुए है. भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के तौर पर यह उनका तीसरा कार्यकाल है, जो अब समाप्त ही होने वाला है. कम आयु में ही राजनीति की दुनिया में आने वाले बृज भूषण शरण सिंह का राजनीति में लम्बा अनुभव रहा है.
बृजभूषण शरण सिंह की संपत्ति (Brij Bhushan Sharan Singh Net Worth)
- खेती वाली जमीन – 1,00,00,000 करोड़ रूपये
- गैर-खेती वाली जमीन – 2,75,00,000 करोड़ रूपये
- कमर्शियल बिल्डिंग – 25,00,000 लाख रूपये
- आवासीय भवन – 2,23,89,470 करोड़ रूपये
- कैश – 1,00,000 लाख रूपये
- बैंक डिपॉजिट एवं अन्य जमा – 2,62,24,658 करोड़ रूपये
- बांड्स एवं शेयर – 42,35,700 लाख रूपये
- वाहन – 54,00,000 लाख रूपये
- ज्वेलरी – 7,50,000 लाख रूपये
- अन्य सम्पत्ति – 20,35,000 लाख रूपये
- कुल संपत्ति – 5,14,92,709 करोड़ रूपये
Note – संपत्ति की जानकारी उनके द्वारा 2019 के लोकसभा चुनाव के समय शपथ पत्र में दी गई है.
इस लेख में हमने बीजेपी के कैसरगंज से सांसद बृजभूषण शरण सिंह की जीवनी (Brij Bhushan Sharan Singh Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.