Politalks.News/Rajasthan/Gehlot. प्रदेश के साथ-साथ देशभर में चुनावी सीजन के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा किए जाने वाले फ्री के वादों यानी ‘रेवड़ी पॉलिटिक्स’ को लेकर सियासत गरमाई हुई है. इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रेवड़ी पॉलिटिक्स को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि, ‘वो कहते हैं कि हम राजस्थान में रेवड़ियां बांट रहे हैं, लेकिन यह रेवड़ियां नहीं बल्कि आम आदमी की जरूरत है. उसके स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों के लिए चलाई जा रही निशुल्क इलाज की योजना को वे रेवड़ियां बता रहे हैं. उनका तो लोकतंत्र में विश्वास ही नहीं है. वह सिर्फ धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं. आज देश में अराजकता का माहौल बन गया है लेकिन पीएम मोदी देश के नाम एक शांति का संदेश तक नहीं दे रहे हैं.’ इसके साथ ही सीएम गहलोत ने ईडी के दुरुपयोग, देश में हिंसा का माहौल और अग्निपथ योजना को लेकर भी जमकर मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया है.
आपको बता दें कि, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट घोषणाओं का लाभ जन-जन में पहुंचाने के लिए बीते रोज सोमवार को सिविल सोसायटी की ओर से जयपुर बिडला सभागार में आयोजित कार्यशाला में शिरकत की. इस दौरान सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों ने आप के कहने पर थाली और ताली बजाई, देश में जब हालात ठीक न हों ऐसे वक्त में ये आयोजन हुआ यह बड़ी बात है. इस वक्त देश में हालात चिन्ताजनक है. इस माहौल में पीएम मोदी से मांग कर रहे हैं कि आप देश में शांति की अपील करें जैसे कोरोना में थाली और ताली बजवाई थी. आज आप की बात सुनी जा रही है. आप ने एक धर्म को खुले तौर पर चुन लिया है और कह दिया है कि इसी धर्म के नाम पर राजनीति करूंगा. उसी धर्म के नाम पर आज आप की बात सुनी जा रही है तो फिर क्यों नहीं देश में शांति की अपील करते हो?
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ईडी की पावर बढ़ाने को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर एक बार फिर बयान देते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि आज देश में संविधान और लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. गहलोत ने कहा कि हाल ही में दिल्ली के कांग्रेस दफ्तर में मैंने ईडी को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की, इसके आधे घंटे के बाद ही सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया कि ईडी के अधिकार बरकार रखे गए हैं. ईडी को पुलिस और सीबीआई से ज्यादा पावर दे दी गई. ईडी जब चाहे तब बिना वारंट के किसी को गिरफ्तार करने पहुंच जाएगी. जिस तरह से देश में लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. ऐसे में पता नहीं कि देश किस दिशा में जा रहा है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज देश में हिंसा और तनाव का माहौल है. अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक दोनों में अविश्वास पैदा होता जा रहा है. सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान में ही करौली, जोधपुर और उदयपुर में घटना हुई. उदयपुर में एक व्यक्ति की गर्दन काट दी गई इस घटना से देश भर में रोष था. दंगे भड़क सकते थे, लेकिन हमने तुरंत एक्शन लिया और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. लोगों में विश्वास पैदा हुआ कि सरकार काम कर रही है. मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि हमने पहले भी प्रधानमंत्री से मांग की थी और अब भी कर रहे हैं कि उनको आगे आकर राष्ट्र के नाम संबोधन देना चाहिए, लेकिन पता नहीं वह क्यों नहीं बोलते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में जब लिंचिंग पर कहा था कि लिंचिंग करने वाले असामाजिक तत्व हैं तब देश भर में उनके बयान की तारीफ हुई थी. सोनिया गांधी सहित 15 विपक्षी पार्टियों ने प्रधानमंत्री मोदी से राष्ट्र के नाम संबोधन देने की मांग की है लेकिन वह चुप्पी साधे हुए हैं.
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इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बहुचर्चित अग्नीपथ योजना को लेकर भी केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लिया. सीएम गहलोत ने कहा कि देश में अग्निपथ नाम से नई योजना लाई गई है, जिसमें 18 साल की उम्र में युवा नौकरी पर लग जाएगा और 4 साल बाद 22 साल की उम्र में वह रिटायर हो जाएगा. 22 साल की उम्र के बाद उस युवा का क्या भविष्य होगा इसको लेकर कोई चिंता नहीं है. बस देश में भ्रम फैलाया जा रहा है कि हम अग्निवीर तैयार कर रहे हैं. यह अग्निवीर को आप हथियार चलाना सिखा देंगे और जब रोजगार नहीं मिलेगा तो फिर वह हथियार चलाने के हुनर का क्या उपयोग करेगा इसके बारे में कभी सोचा है ? सीएम गहलोत ने कहा कि ऐसा पहली बार है जब विपक्ष की भी नहीं सुनी जा रही है. देश की सुरक्षा और देश के लिए इतना बड़ा कानून लाया जा रहा है, लेकिन उस पर कोई चर्चा करने को तैयार नहीं है.