Politalks.News/Rajasthan/KirodiMeena. 70 साल की उम्र को पार कर चुके भाजपा के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने बीते रोज सोमवार एक बार फिर साबित कर दिया कि जीत उसी की होती है जो जीतना चाहता है, उम्र इंसान के हौसले को नहीं तोड़ सकती. एक साल बाद सावन के पावन महीने में एक बार फिर सोमवार कोसांसद डॉ किरोड़ी मीणा बिना रुके न केवल आमागढ़ की दुर्गम पहाड़ियों पर चढ़े बल्कि भगवान मीन का झंडा भी फहराया. इस दौरान डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने केंद्र और प्रदेश सरकार से इस ऐतिहासिक किले को संरक्षित करने की मांग की. यही नहीं अपने चिर परिचित अंदाज में गहलोत सरकार को चेतावनी देते हुए डॉ किरोड़ी मीणा ने यह भी कहा कि सरकार इसका संरक्षण मीणा समाज को नहीं देगी तो समाज को अपना हक लेना और कब्जा करना आता है.
आपको याद दिला दें, पिछले साल कांग्रेस विधायक रामकेश मीणा ने अपने समर्थकों के साथ आमागढ़ पर लगे लगे भगवा ध्वज को हटा दिया था, इसके विरोध में आज से ठीक एक साल पहले 1 अगस्त, 2021 को जब गहलोत सरकार ने आमागढ़ जाने पर पांबदी लगा दी थी, सैंकड़ो पुलिस वालों को लगाकर किले की घेराबंदी कर दी थी ऐसे में अपने वादे को पूरा करने और अपनी बात को साबित करते हुए भाजपा के इसी सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने पुलिस प्रशासन और सरकार की चेतावनी के बाद भी देर रात 3 बजे जंगली जानवरों की परवाह करे बिना अपने कुछ समर्थकों के साथ इस दुर्गम पहाड़ियों पर चढ़कर आमागढ़ भगवान मीन का झंडा फहराया था. इस ऐतिहासिक घटनाक्रम को एक साल पूरा होने पर बीते रोज सोमवार को डॉ किरोड़ी मीणा व उनके समर्थकों ने इस दिन को ‘विजय दिवस’ के रूप में सेलिब्रेट किया. इस दौरान सूरजपोल आदिवासी मीणा सेवा समिति ने सांसद किरोड़ी लाल मीणा का अभिनंदन किया.
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आपको बता दें कि इस ऐतिहासिक आमागढ़ किले को संरक्षित करने के लिए सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने पूर्व में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा था और पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह से भी मुलाकात कर किले को संरक्षित करने की मांग की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. मीणा ने कहा कि अब वह प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के समक्ष इस मांग को बुलंद करेंगे. डॉ किरोड़ी मीणा ने आगे गहलोत सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि मेरे राज्य और दिल्ली दोनों सरकारों की अपील है कि इस क्षेत्र को संरक्षित कर यहां का विकास करवाया जाए, यहां आने जाने पूजा पाठ करने और यहां का एक पूर्ण संरक्षण मीणा समाज को सौंप दिया जाए, अगर सरकार नहीं देगी तो मीणा समाज को कब्जा करना आता है.