अशोक चौधरी की जीवनी | Ashok Choudhary Biography in Hindi

ashok choudhary biography in hindi
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Ashok Choudhary Latest News – अशोक चौधरी बिहार की नीतीश कुमार सरकार में मंत्री हैं. इस समय उनके पास ‘ग्रामीण कार्य’ मंत्रालय है. अशोक चौधरी की गिनती बिहार के वरिष्ठ नेताओं में होती है. कभी उनके पिता महावीर चौधरी राज्य के कद्दावर नेता कहलाया करते थे और आज उनके बेटे अशोक चौधरी बिहार के शीर्ष नेता की श्रेणी में आते है. अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी भी राजनीति में हैं और इस समय वह संसद सदस्य हैं. अशोक चौधरी को जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) बिहार का कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किया गया हैं. वे 3 बार के विधायक और एक बार के बिहार विधान परिषद हैं. इस लेख में हम आपको बिहार सरकार में मंत्री डॉ. अशोक चौधरी की जीवनी (Ashok Choudhary Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

डॉ. अशोक चौधरी की जीवनी (Ashok Choudhary Biography in Hindi)

पूरा नाम डॉ. अशोक चौधरी
उम्र 57 साल
जन्म तारीख 25 फरवरी 1968
जन्म स्थान बरबीघा, बिहार
शिक्षा पीएच.डी.
कॉलेज मगध विश्वविद्यालय बोध गया
वर्तमान पद बिहार की नीतीश कुमार सरकार में ‘ग्रामीण कार्य मंत्री’
व्यवसाय राजनीतिक
राजनीतिक दल जनता दल (यूनाइटेड)
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम महावीर चौधरी
माता का नाम
पत्नी का नाम श्रीमती नीता केशकर
बेटें का नाम
बेटी का नाम शांभवी चौधरी, महिका चौधरी और देशना चौधरी
स्थाई पता
वर्तमान पता
फोन नंबर
ईमेल

डॉ. अशोक चौधरी का जन्म और परिवार (Ashok Choudhary Birth & Family)

डॉ. अशोक चौधरी का जन्म बिहार के  शेखपुरा (पूर्व में मुंगेर जिले) जिले के बरबीघा में हुआ था. उनके पिता का नाम महावीर चौधरी था. उनके पिता भी सक्रिय राजनीति में थे. वे अपने समय के क्षेत्र के प्रसिद्ध नेता हुआ करते थे. महावीर चौधरी कांग्रेस के टिकट पर बिहार के बरबीघा विधानसभा क्षेत्र से 1980 से 1995 तक चार बार विधायक रह चुके थे. वे राज्य में मंत्री भी रह चुके थे.

डॉ. अशोक चौधरी की शादी श्रीमती नीता केशकर से हुई है. उनके द्वारा दिए गए हलफनामने के अनुसार उनकी पत्नी का अपना व्यवसाय हैं.

डॉ. अशोक चौधरी की तीन संतान है, उनके नाम शांभवी चौधरी, महिका चौधरी और देशना चौधरी है. उनकी बेटी शांभवी चौधरी वर्तमान में, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) से समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं और वह 18वीं लोकसभा की सबसे युवा सांसदों में से भी एक हैं. अशोक चौधरी हिन्दू है.

डॉ. अशोक चौधरी की शिक्षा (Ashok Choudhary Education)

अशोक चौधरी ने डॉक्टरेट किया है. उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से एम.ए. किया. बाद में, उन्होंने वर्ष 2003 में, मगध विश्वविद्यालय बोधगया से पीएच.डी. किया.

डॉ. अशोक चौधरी का राजनीतिक करियर (Ashok Choudhary Political Career)

डॉ. अशोक चौधरी बिहार के राजनीतिक घराने से आते है और इसी कारण उनकी गिनती राज्य के कद्दावर नेताओ में होती है. वर्तमान में, वे जेडीयू के शीर्ष  नेता माने जाते है. लेकिन उनकी राजनैतिक यात्रा नब्बे के दशक में कांग्रेस पार्टी के साथ शुरू हुई थी. आरम्भ में, वे क्षेत्रीय स्तर पर सक्रिय थे. चूंकि राजनीति उन्हें विरासत में मिली थी और उनके पिता राज्य के बरबीघा विधानसभा क्षेत्र से लगातार चार बार विधायक रह चुके थे फिर इसी राजनैतिक प्रभाव के कारण पिता के बाद अशोक चौधरी यहाँ से विधायक चुने गए.

पहली बार अशोक चौधरी ने 2000 के बिहार विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में बरबीघा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की. विधायक बनते ही उन्हें तत्कालीन राबड़ी देवी सरकार में राज्य मंत्री बना दिया गया. चूंकि उस समय राजद और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था इसलिए गठबंधन कोटे से अशोक चौधरी को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया. इसी के बाद उन्होंने पुनः एक बार फिर से बरबीघा से जीत हासिल की.

बाद में, 2013 में, उन्हें बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया, जो राज्य में किसी भी पार्टी का सबसे बड़ा पद होता है. इससे राज्य में उनकी राजनैतिक कद शीर्ष पर पहुंच गया. फिर इसी के बाद 2014 में, उन्हें बिहार विधान परिषद के सदस्य के रूप में चुना गया. उन्होंने 2015 से 2017 और 2020 से वर्तमान तक बिहार सरकार में शिक्षा विभाग और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री के रूप में पद संभाला.

लेकिन अचानक से एक नाटकीय घटनाक्रम के बाद वर्ष 2018 में, उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी और जनता दल यूनाइटेड में शामिल हो गए. उन्हें 2 जून 2019 को बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग का मंत्री नियुक्त किया गया. फिर इसी के बाद 2020 के बिहार विधान सभा चुनाव में जनता दल (यूनाइटेड) ने उन्हे बिहार के सकरा विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार घोषित किया.

सकरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र राज्य के मुजफ्फरपुर जिले में पड़ता है और यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. यहां से उनकी जीत हुई. इस चुनाव में अशोक चौधरी को 67,265 मत पड़े जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवार उमेश कुमार राम को 65,728 मत पड़े. जीत के बाद उन्हें एक बार फिर से राज्य में मंत्रिमंडल में जगह मिली. उन्हें 16 अगस्त 2022 में नीतीश कुमार सरकार में भवन निर्माण मंत्री बनाया गया. इस पद पर वे 26 सितंबर 2024 तक आसीन रहे. हालांकि इससे पहले वे बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री भी रह चुके है. शिक्षा मंत्री के तौर पर उनका कार्यकाल 20 नवंबर 2015 से लेकर 26 जुलाई 2017 तक रहा था.

2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की भारी बहुमत से जीत हुई और फिर नीतीश कुमार को राज्य का सीएम बनाया गया. इसी के बाद एक बार फिर से अशोक चौधरी को नीतीश कुमार सरकार में मंत्री पद मिला. उन्हें ग्रामीण कार्य मंत्री बनाया गया.

वर्तमान में, डॉ. अशोक चौधरी बिहार की नीतीश कुमार सरकार में ‘ग्रामीण कार्य मंत्री’ है.

इस लेख में हमने आपको बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी की जीवनी (Ashok Choudhary Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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