क्या हुआ जब मरी हुई प्रोफेसर खुद पहुंची थाने और कहा ‘मैं अभी जिंदा हूं’

गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के वैशाली इलाके की रहने वाली है महिला, पुलिस थाने ने दर्ज की शिकायत, डीजीपी यूपी और उत्तर प्रदेश पुलिस के ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर दी घटना की जानकारी

Vandana Tiwari
Vandana Tiwari

पॉलिटॉक्स न्यूज. कैसा हो जब एक दिन आप सुबह सुबह उठें और अखबार में देखें कि मेरी तो कुछ दिन पहले मौत हो चुकी है. अजीब सा वाकया है लेकिन सच है. हालांकि ये किस्सा अखबार का नहीं बल्कि सोशल मीडिया का है. ये अजीबोगरीब किस्सा है गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के वैशाली इलाके का, जहां कोरोना हॉटस्पॉट इलाके में रह रही वंदना तिवारी नाम की महिला प्रोफेसर के साथ ये घटना घटी. जब इस महिला को खुद थाने पहुंचकर कहना पड़ा कि वो मरी नहीं बल्कि जिंदा है. मामला सामने आया तो पुलिस तो पुलिस, खुद महिला भी मुस्कुराए बिना नहीं रह पाई. हालांकि पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज थाने में दर्ज की है.

दरअसल हुआ कुछ यूं कि, मध्यप्रदेश की रहने वाली एक महिला डॉक्टर की कुछ दिन पहले ही मौत हो गई थी. इसके बाद उस महिला से संबंधित एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी. पोस्ट में कहा गया कि कोविड-19 के इलाज में लगी इस महिला डॉक्टर की मौत हो गई है, कृप्या श्रद्धांजलि दें. इसके बाद उस पर शेयर और कमेंट आने शुरु हो गए. जबकि महिला डॉक्टर की मौत ब्रेन हेमरेज के चलते हुई है.

लिफ्ट देना पड़ा महंगा, कोरोना पॉजिटिव निकला लिफ्ट मांगने वाला, तीन माह का मासूम निकला पॉजिटिव

लेकिन असली कहानी तो यहां से शुरु होती है क्योंकि पोस्ट में जो फोटो लगाया गया, वो फोटो वैशाली की रहने वाली प्रोफेसर वंदना तिवारी है. उनकी फोटो पर बकायदा माला भी चढ़ी हुई है. कोरोना संकट के बीच इस पोस्ट को कोरोना वॉरियर के तौर पर प्रचारित किया जाने लगा जिसके बाद ये पोस्ट जमकर वायरल होने लगी.

प्रोफेसर वंदना तिवारी ने जब खुद इस पोस्ट को देखा तो वो काफी परेशान हो गईं. उन्होंने थाने जाकर इसकी शिकायत की. जब महिला पुलिस को कहने लगी कि वो मरी नहीं बल्कि जिंदा है तो पुलिस के साथ महिला को भी हंसी आ गई. पीड़ित महिला प्रोफेसर वंदना तिवारी के अनुसार सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रही पोस्ट ने बहुत ज्यादा मानसिक प्रताड़ना दी है. हालांकि पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज कर ली है.

जब ये फर्जी पोस्ट वंदना और उनके रिश्तेदारे के पास पहुंची तो खुद वंदना ने अपनी तरफ से इसे रोकने के कई प्रयास किए और इसे वायरल करने वाले लोगों और ग्रुप से उन्होंने इस पोस्ट को वायरल न करने को कहा. हालांकि ये किस्सा रूका नहीं और पोस्ट वायरल होती चली गई. वंदना के साथ साथ उसका परिवार और करीबी भी परेशान हैं. इसके बाद डीजीपी यूपी और उत्तर प्रदेश पुलिस के ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर घटना की जानकारी दी. घटना के संबंध में प्रोफेसर के पति ने इंदिरापुरम थाना पुलिस को लिखित शिकायत दी और पूरे मामले में कार्रवाई की मांग की है.

देश में 3 मई तक बढ़ा लॉकडाउन, प्रधानमंत्री मोदी ने 7 बातों से मांगा देशवासियों का साथ

हालांकि किस्सा मजेदार है लेकिन कोरोना संकट और लॉकडाउन के चलते ऐसी कई शिकायतें देशभर की पुलिस को मिल रही हैं. कुछ लोग फेसबुक पर किसी भी फोटो के साथ छेड़छाड़ कर उसे व्हाटअप सहित अन्य सोशल मीडिया के जरिए पोस्ट कर देते हैं और फिर वो वायरल हो जाती है. इससे न केवल उक्त व्यक्ति बल्कि नाती रिश्तेदारों को भी काफी परेशानी होती है. हालांकि पुलिस ने ऐसी पोस्ट वायरल करने पर ग्रुप एडमिन पर कार्रवाई करने की बात कही है लेकिन सोशल मीडिया का मामला होने के चलते अपराधी पकड़ से कभी दूर रहते हैं तो कभी पकड़े ही नहीं जाते.

Leave a Reply