राम कृपाल यादव की जीवनी | Ram Kripal Yadav Biography in Hindi

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Ram Kripal Yadav Latest News – राम कृपाल यादव बिहार की नीतीश कुमार सरकार में मंत्री हैं. कभी लालू प्रसाद के सबसे करीबी माने जाने वाले रामकृपाल यादव आज भारतीय जनता पार्टी के सदस्य है और वर्तमान में, दानापुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक है. इससे पहले वे पांच बार सांसद चुने जा चुके है. रामकृपाल यादव केंद्र की मोदी सरकार में भी मंत्री रह चुके है. वे 2014 से 2019 तक केंद्र में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री के पद पर आसीन थे. इस लेख में हम आपको राम कृपाल यादव  की जीवनी (Ram Kripal Yadav Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

राम कृपाल यादव की जीवनी (Ram Kripal Yadav Biography in Hindi)

पूरा नाम राकेश कुमार
उम्र 57 साल
जन्म तारीख 12 अक्टूबर 1957
जन्म स्थान गोरिया टोली, पटना, बिहार
शिक्षा एलएलबी
कॉलेज मगध विश्वविद्यालय
वर्तमान पद बिहार के कृषि मंत्री
व्यवसाय राजनीतिज्ञ
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम स्वर्गीय श्री किशोरी प्रसाद
माता का नाम स्वर्गीय श्रीमती सुधा देवी
पत्नी का नाम श्रीमती किरण देवी
भाई का नाम
बेटें का नाम 2 बेटा
बेटी का नाम एक बेटी
स्थाई पता बिहार
वर्तमान पता
फोन नंबर
ईमेल

राम कृपाल यादव का जन्म और परिवार (Ram Kripal Yadav Birth & Family)

राम कृपाल यादव का जन्म 12 अक्टूबर 1957 को गोरिया टोली, पटना, बिहार में हुआ था. उनके पिता का नाम स्वर्गीय श्री किशोरी प्रसाद और माता का नाम स्वर्गीय श्रीमती सुधा देवी है.

उनका विवाह 23 मई 1983 को श्रीमती किरण देवी के साथ हुआ था. उनके तीन बच्चे है. उन्हें 2 बेटा और 1 बेटी है. उनका स्थायी पता गोरिया टोली, पटना है, राम कृपाल यादव हिन्दू है जबकि जाति से वे यादव हैं. उनपर 2 आपराधिक मामला हैं.

राम कृपाल यादव की शिक्षा (Ram Kripal Yadav Education)

राम कृपाल यादव ने वर्ष 1978 में एएन कॉलेज, पटना, मगध विश्वविद्यालय से बीए (ऑनर्स) और एलएलबी किया.

राम कृपाल यादव का राजनीतिक करियर (Ram Kripal Yadav Political Career)

राम कृपाल यादव की राजनीतिक यात्रा चार दशक से भी पहले हुई थी. पहली बार यादव वर्ष 1993 में जनता दल के टिकट पर पटना लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से खड़े हुए और जीत गए. हालांकि इससे पहले वो 1991 में भी यहाँ से खड़े हुए थे लेकिन तब हिंसा के कारण यहाँ चुनाव रद्द कर दिया गया था फिर इसी के बाद दो वर्ष बाद यहाँ चुनाव हुए थे. इस प्रकार यादव 10वीं लोकसभा के लिए इस सीट पर हुए उपचुनाव में निर्वाचित हुए और पहली बार एमपी बने. बाद में वे पुनः दो बार 1996 और 2004 के चुनावों में भी जीतकर कुल तीन बार पटना लोकसभा निर्वाचन सीट से एमपी से बन चुके है. लेकिन 2008 के परिसीमन के बाद इस सीट का अस्तित्व समाप्त हो गया. 2008 में इसे दो सीटों में विभाजित कर दिया गया, जिन्हे पाटलिपुत्र और पटना साहिब नाम दिया गया.

कभी लालू यादव के करीबी रहे राम कृपाल यादव 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और फिर तब से लेकर अब तक यादव भाजपा में ही बने है. रामकृपाल यादव के भाजपा में शामिल होने के कई कारण रहे है. उन्होंने 2009 में पटना से 15वां आम चुनाव नहीं लड़ा था क्योंकि तब राजद सुप्रीमो लालू यादव स्वयं ही उस सीट से चुनाव लड़ा था और हार गए. रामकृपाल यादव 2014 में पाटलिपुत्र सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला. फिर इसी के बाद मार्च 2014 में उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए.

भाजपा के टिकट पर पहली बार वे 2014 में हुए 16वीं लोकसभा के लिए पाटलिपुत्र से खड़े हुए और जीत गए. पार्टी भले ही बदल गई हो पर यादव की जीत में कोई फर्क नहीं पड़ा. इस चुनाव में यादव का मुकाबला लालू यादव की सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती से था. इसी सीट से यादव ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में भी उनका मुकाबला पहले की भांति मीसा भारती से था. इस तरह वे पांच बार लोकसभा के लिए चुने गए. लेकिन 18वीं लोकसभा चुनाव में उनकी पराजय हुई. भाजपा ने उन्हें तीसरी बार पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया था और पहले दो बार की तरह इस बार भी उनका मुख्य मुकाबला राजद उम्मीदवार और लालू यादव की बेटी मीसा भारती से था लेकिन इस बार वे यहाँ से जीत दर्ज करने में नाकामयाब रहे. वर्तमान में, इस लोकसभा सीट से राजद की मीसा भारती सांसद है.

जब 2025 में बिहार विधानसभा के चुनाव हुए तब भारतीय जनता पार्टी ने राम कृपाल यादव को दानापुर विधानसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया और वे जीत गए. उन्होंने राजद के रीतलाल यादव को पराजित किया. राम कृपाल यादव पहली बार बिहार विधानसभा चुनाव में जीतकर पटना विधानसभा पहुंचे हैं. इसी चुनाव में एनडीए की भारी बहुमत से जीत हुई और राज्य में नीतीश कुमार दसवीं बार राज्य के मुखिया बने हैं तो यादव भी उनके मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाये गए हैं. उन्होंने 20 नवंबर 2025 को मंत्री पद की शपथ ली.

राज्य में मंत्री पद पाने वाले रामकृपाल यादव मोदी सरकार में भी मंत्री रह चुके है. वे मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में अर्थात 9 नवंबर 2014 से 30 मई 2019 तक ग्रामीण विकास एवं पेयजल और स्वच्छता मंत्री थे.

वर्तमान में, राम कृपाल यादव बिहार की नीतीश कुमार सरकार में ‘कृषि मंत्री’ है.

राम कृपाल यादव की संपत्ति (Ram Kripal Yadav Property)

2025 के विधानसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार राम कृपाल यादव की कुल संपत्ति 3 करोड़ रूपये हैं जबकि उनपर कोई कर्ज नहीं है.

इस लेख में हमने आपको राम कृपाल यादव की जीवनी (Ram Kripal Yadav Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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