राजस्थान के सियासी इतिहास की बड़ी घटना: शायद ऐसा हुआ हो पहली बार, लोकतंत्र में चुनी हुई पूर्ण बहुमत वाली सरकार ने राज्यपाल को भेजा तीन बार प्रस्ताव, विधानसभा सत्र बुलाने की इजाजत देने का प्रस्ताव, और राज्यपाल ने नहीं दी इजाजत, यहां तक कि राजभवन में धरने के बाद भैरोंसिंह शेखावत को मिल गया था बहुमत साबित करने का मौका, लेकिन गहलोत सरकार के सारी कोशिशें राज्यपाल ने की बेकार, आखिर अब कहां जाकर रुकेगा यह टकराव
RELATED ARTICLES