बिहार की सोशल पॉलिटिक्स: राजद ने नीतीश को बताया ‘लापता’ तो मोदी साध रहे लालू पर निशाना

राबड़ी और तेजस्वी सहित अन्य राजद नेताओं ने बोला सीएम नीतीश पर तीखा हमला, सरकार में अपराध का बोलबाला का उठाया मुद्दा, वहीं डिप्टी सीएम ने सोरेन सरकार पर लगाया लालू की वजह से कोरोना मरीजों की अनदेखी करने का आरोप

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PoliTalks.news/Bihar. बिहार में लॉकडाउन के बाद राजनीति और आरोप प्रत्यारोप में तेजी आई है. माना जा रहा है कि ये आगामी विधानसभा चुनावों की सगर्मियां हैं. बिहार में कोरोना के मामले बढ़ने और दरभंगा सहित अन्य कई क्षेत्रों में बाढ़ आने के चलते चुनाव कार्य जनता के बीच जाकर नहीं किया जा रहा लेकिन सोशल प्लेटफार्म और पोस्टर्स के जरिए एक दूसरे पर छीटाकशी शुरु हो गई है. राजद ने जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ‘लापता’ करार दिया है, तो वहीं डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी लालू यादव के साथ झारखंड सरकार पर भी निशाना साध रहे हैं.

शुरुआत करें प्रदेश की पूर्व सीएम राबड़ी देवी से, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा. ‘झूठ बोले कौवा काटे’ शीर्षक के साथ राबड़ी ने लिखा कि मेवालाल मोदी ने 15 साल में उपलब्धियां गिनाने लायक कोई काम नहीं किया. डबल इंजन सरकार के दोनों इंजन कबाड़ा हो गए है. यहां उन्होंने एक पोस्टर भी पोस्ट किया जिसमें सीएम नीतीश के चारों ओर कौवें मंडरा रहे हैं और नीतीश लालू यादव से बचाओ बचाओ की अपील कर रहे हैं. तेजस्वी यादव ने इसे रिट्वीट किया है.

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इधर, राजद नेता मोहम्मद नेमतुल्लाह ने बिहार में बाढ़, कोरोना और बिगड़ती अस्पतालों की फोटो शेयर करते हुए सीएम नीतीश कुमार को ‘लापता’ बताया है. साथ ही तेजस्वी की खाना बांटते हुए एक फोटो पोस्ट कर लिखा कि ये देखिए जनता के बीच पहुंचे हैं तेजस्वी यादव.

वहीं बिहार राजद ने तेजस्वी का एक पोस्टर पोस्ट करते हुए मुजफ्फरपुर शेल्टर होम, गोपालगंज तिहरा हत्याकांड जैसे अपराधों का जिक्र करते हुए लिखा, ‘बहुत सह चुका बिहार…अपराध नहीं स्वीकार तेजस्वी इस बार.’

दूसरी ओर, तेजस्वी ने नीतीश के ट्वीट को टैग करते हुए लिखा, ‘माननीय मुख्यमंत्री जी, क्या 4 महीने से आपने इस साधारण और सामान्य सी मानक प्रक्रिया को अपनाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री और उसके प्रधान सचिव को कहा ही नहीं था?? अगर इस गंभीर परिदृश्य में 134 दिन अदृश्य रहने के बावजूद भी ऐसा है तो आपको कुर्सी पर रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. तेजस्वी ने नीतीश के उस बयान पर पलटवार किया जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को अस्पतालों में कंट्रोल रूम से भर्ती मरीजों से बात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में पता करने को कहा था.

इधर, जब से तेजस्वी ने लालू के जेल से बाहर आने की बात कही है, प्रदेश के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी तेजस्वी को छोड़ लालू के पीछे पड़ गए हैं. लालू के बहाने मोदी ने झारखंड की सोरेन सरकार पर भी निशाना साध दिया. मोदी नेक हा कि जो राजद कोरोना संक्रमण से निपटने में बिहार सरकार के हर प्रयास में मीनमेख निकालता है, उसके सुप्रीमो लालू प्रसाद झारखंड के कोरोना पीड़ितों की मुसीबत बढ़ा रहे हैं.

चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद इलाज के नाम पर रांची स्थित रिम्स के कंटेनमेंट जोन में एंटरटेनमेंट कर रहे हैं, जबकि उनकी सुरक्षा के नाम पर कम से कम 40 बेड समेट कर 18 कमरे खाली करने पड़े. मोदी ने झारखंड सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि झारखंड सरकार और रिम्स प्रशासन राजनीतिक दबाव में कोरोना मरीजों की अनदेखी कर रहा है.

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