बैन हटते ही केजरीवाल पर फिर बरसे प्रवेश वर्मा, बताया नक्सली-देशद्रोही, केजरीवाल का करारा पलटवार, कहा- आरोप सही तो कमल को दें वोट

सोमवार को ही खत्म हुआ है 96 घण्टे का बैन, चुनाव आयोग ने लगाया था विवादित बयान देने के कारण प्रचार पर बैन, वर्मा ने केजरीवाल को बताया नटवरलाल तो केजरीवाल ने शाह पर भी साधा निशाना

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. विवादित बयान देने पर सोमवार को चुनाव आयोग के लगाए बैन के 96 घण्टे पूरे होते ही दिल्ली के बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा एक बार फिर एक्शन में आ गए और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा. वर्मा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल नक्सली-देशद्रोही हैं, वे नटवरलाल हैं जो पीएम मोदी के बारे में आतंकियों के साथ साठ-गांठ की बात करते हैं. इस पर केजरीवाल ने आरोपों पर करारा पलटवार करते हुए कहा कि अगर मैं आतंकवादी हूं तो बीजेपी को वोट दे देना.

एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में दिल्ली सांसद ने एक बार फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उन्हें नक्सली और देशद्रोही कहा. प्रवेश वर्मा ने कहा कि नटवरलाल अरविंद केजरीवाल नक्सली-देशद्रोही हैं. वह नटवरलाल हैं जो पीएम मोदी के बारे में आतंकियों के साथ साठ-गांठ की बात करते हैं. अपने पिछले बयान पर रहते हुए प्रवेश वर्मा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की पाकिस्तान के मंत्री के साथ साठगांठ है और जो मैंने पहले बयान दिया था मैं उस बयान पर आज भी कायम हूं. बता दें, इससे पहले भी प्रवेश वर्मा एक जनसभा में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ इस तरह की भाषा का प्रयोग कर चुके हैं, जिसके बाद चुनाव आयोग ने उन पर 96 घंटे तक चुनाव प्रचार न करने का बैन लगाया था. उनका नाम स्टार सूची लिस्ट से भी हटाया जा चुका है.

बड़ी खबर: संजय सिंह ने योगी को बताया मनोरोगी, दिल्ली में की मुफ्त इलाज की पेशकश, आतंकवादी कहने पर दी केजरीवाल को गिरफ्तार करने की चुनौती

वहीं बीजेपी नेता के बयान पर पलटवार करते हुए दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर मैं आतंकवादी हूं तो वोट कमल को दे देना. एक अन्य मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि मैंने कभी बाटला हाउस एनकाउंटर पर सवाल नहीं उठाए. हम सिर्फ दिल्ली के विकास के लिए काम कर रहे हैं. यहां उन्होंने शाहीन बाग पर भी बोलते हुए कहा कि शाहीन बाग के मुद्दे से बीजेपी को फायदा हो रहा है और यह बड़े आश्चर्य की बात है कि नरेन्द्र मोदी से भी ज्यादा ताकतवर माने जाने वाले अमित शाह शाहीन बाग का रास्ता नहीं खुलवा पा रहे हैं, सीधी बात हैं, क्योंकि इससे उन्हीं को फायदा है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 8 फरवरी को मतदान होगा. नतीजे 11 फरवरी को आएंगे. बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सहित अन्य पार्टियां अपने अपने तरीके से चुनावी मैदान में उतर चुकी हैं. मुख्य मुकाबला आप, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच है. बीजेपी जहां मोदी चेहरे और राम मंदिर सहित अन्य केंद्रीय मुद्दों पर वोट मांग रही है तो आप पार्टी स्थानीय विकास के मुद्दों पर वोट अपील कर रही है. कांग्रेस ‘शीला वाली दिल्ली’ के नाम पर चुनावी मैदान में है.

Leave a Reply