नेफ्यू रियो की जीवनी | Neiphiu Rio Biography in Hindi

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Neiphiu Rio Latest News – नेफ्यू रियो नागालैंड के मुख्यमंत्री हैं. रियो नागालैंड के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री बने रहने वाले नेता भी हैं. कांग्रेस से अपनी राजनैतिक यात्रा शुरू करने वाले नेफ्यू रियो राज्य में मंत्री भी रह चुके है. वे राज्य में गृह मंत्री सहित कई मंत्रालय संभाल चुके है. नागालैंड के मुख्यमंत्री के तौर पर वर्तमान में उनका यह पांचवां कार्यकाल है. इस तरह रियो राज्य के पहले ऐसे नेता भी है, जो राज्य का पांच बार मुख्यमंत्री रहा हो. इस लेख में हम आपको नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो राय की जीवनी (Neiphiu Rio Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

नेफ्यू रियो की जीवनी (Neiphiu Rio Biography in Hindi)

पूरा नाम नेफ्यू रियो
उम्र 70 साल
जन्म तारीख 11 नवंबर 1950
जन्म स्थान असम के नागा हिल्स
शिक्षा स्नातक
कॉलेज कोहिमा आर्ट्स कॉलेज
वर्तमान पद नागालैंड के मुख्यमंत्री
व्यवसाय राजनीतिक
राजनीतिक दल नॅशनल डेमोक्रॅटिक प्रोग्रेसिव्ह पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम गुओलहौली
माता का नाम केविलहौ रियो
पत्नी का नाम कैसा रियो
बेटें का नाम एक बेटा
बेटी का नाम पाँच बेटियाँ
स्थाई पता सोविमा, नागालैंड
वर्तमान पता
फोन नंबर
ईमेल

नेफ्यू रियो का जन्म और परिवार (Neiphiu Rio Birth & Family)

नेफ्यू गुओलहौली रियो का जन्म 11 नवंबर 1950 को असम के नागा हिल्स जिला के एक कस्बे तुओफेमा में हुआ था. नेफ्यू रियो के पिता का नाम गुओलहौली और माता का नाम केविलहौ रियो था.

रियो का विवाह ‘कैसा रियो’ से हुआ है. उनकी पाँच बेटियाँ और एक बेटा है. उनके भाई झालेओ रियो भी राजनीति में सक्रिय है. वे 2013 और 2019 में नागालैंड के ‘घासपानी द्वितीय निर्वाचन क्षेत्र’ से विधायक चुने गए जबकि 2018 में वे विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे.

नेफ्यू रियो की शिक्षा (Neiphiu Rio Education)

नेफ्यू रियो ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बैपटिस्ट इंग्लिश स्कूल, कोहिमा और सैनिक स्कूल, पुरुलिया, पश्चिम बंगाल से प्राप्त की. फिर उन्होंने सेंट जोसेफ कॉलेज, दार्जिलिंग से पढाई की. इसके बाद रियो ने कोहिमा आर्ट्स कॉलेज से स्नातक किया.

नेफ्यू रियो का शुरूआती जीवन

आसाम के अंगामी नागा परिवार से आने वाले नेफ्यू रियो को कम आयु में ही राजनीतिक में रूचि थी. अब यही कारण रहा कि रियो ने अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों में ही एक सक्रिय छात्र नेता के तौर पर अपनी पहचान बना ली. नागालैंड के मुख्यमंत्री बनने से पहले रियो कई संगठनों से जुड़े रहे है और वे कई के प्रमुख भी रहे है. सबसे पहले रियो 1974 में कोहिमा में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) की युवा शाखा के अध्यक्ष के तौर पर लोगो के बीच आये. फिर एक दशक के बाद उन्हें 1984 में उत्तरी अंगामी क्षेत्र परिषद का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. रियो भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी की नागालैंड शाखा के मानद उपाध्यक्ष भी रह चुके है.

नेफ्यू रियो का राजनीतिक करियर (Neiphiu Rio Political Career)

प्रत्यक्ष राजनीतिक में प्रवेश करने पर नेफ्यू रियो वर्ष 1987 के नागालैंड विधानसभा चुनाव में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए और हार गए. लेकिन रियो ने हिम्मत नहीं हारा और मात्र दो वर्ष बाद वे पहली बार 1989 के चुनाव के दौरान उत्तरी अंगामी-II निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस (आई) के उम्मीदवार के रूप में नागालैंड विधानसभा के लिए चुने गए थे. यह अलग बात है इस बार रियो ने कांग्रेस के बैनर तले चुनाव लड़ा और कांग्रेस के विधायक बने.

चुनाव में जीतकर पहली बार विधायक बने रियो को राज्य सरकार के मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया. रियो को राज्य सरकार में खेल और स्कूल शिक्षा मंत्री बनाया गया हालांकि बाद में उन्हें उच्च एवं तकनीकी शिक्षा और कला एवं संस्कृति मंत्री बना दिया गया.

रियो नागालैंड औद्योगिक विकास निगम, नागालैंड खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड और नागालैंड विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भी रहे. इसी के बाद रियो को 1993 में राज्य में हुए विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर से उसी निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया और इस बार रियो फिर से जीतकर विधायक बनने में सफल रहे. दूसरी बार जीतकर विधायक बनने पर उन्हें फिर से राज्य में मंत्री पद दिया गया और इस बार उन्हें निर्माण एवं आवास मंत्री नियुक्त किया गया. इसी के बाद वे तीसरी बार विधायक के तौर पर जीतकर जब विधायक बने तब उन्हें 1998 से 2002 तक एससी जमीर सरकार में नागालैंड का गृह बनाया गया.

नेफ्यू रियो का मुख्यमंत्री के रूप में करियर

नेफ्यू रियो ने 2002 में कांग्रेस से त्यागपत्र दे दिया और नागा पीपुल्स फ्रंट में शामिल हो गए, जिसमें वह 15 वर्ष तक रहे. इस दल को राज्य में भाजपा का सहयोग प्राप्त था. नागा पीपुल्स फ्रंट में भाजपा के अलावे राज्य के अन्य कुछ क्षेत्रीय पार्टियां शमिल थी. इन सब ने मिलकर राज्य में एक अलग गठबंधन का निर्माण किया जिसका नाम ‘डेमोक्रेटिक अलायंस ऑफ नागालैंड (डीएएन)’ दिया गया. इस गठबंधन ने राज्य में 2003 के चुनाव में जीत हासिल की. राज्य में भाजपा प्रभाव वाले इस गठबंधन की जीत के साथ ही राज्य में कांग्रेस के 10 वर्ष के लम्बे शासन अंत हो गया और इसी के साथ राज्य की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी की इंट्री हो गई. गठबंधन की इस जीत के बाद नेफ्यू रियो ने राज्य में पहली बार मुख्यमंत्री का पद ग्रहण किया. रियों ने यह पदभार 6 मार्च 2003 को संभाला.

रियो नागालैंड के मुख्यमंत्री के तौर पर अपना पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करते इससे पहले केंद्र की कांग्रेस की मनमोहन सरकार ने उन्हें बर्खास्त करके राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया. राज्य में चुनाव राष्ट्रपति शासन रहते हुआ. केंद्र में बैठे कांग्रेस सरकार को लगा कि इससे राज्य में उसकी जीत होगी पर हुआ उल्टा. कांग्रेस की फिर से हार हुई और राज्य के विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रभाव वाले डीएएन की भारी बहुमत से जीत हुई. मार्च 2008 राज्य में रियो दूसरी बार मुख्यमंत्री बने. बाद में, रियो राष्ट्रवादी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी में शामिल हो गए और 2013 में इस पार्टी की जीत के साथ रियो तीसरी बार मुख्यमंत्री बने.

वर्तमान में, नेफ्यू रियो नागालैंड के मुख्यमंत्री है.

इस लेख में हमने आपको नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो की जीवनी (Neiphiu Rio Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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