'इज़्ज़त से दे तो अनाज़ का एक दाना भी स्वीकार है, जो गैर मर्ज़ी से दो तो...' विश्वेन्द्र सिंह ने फिर कसा तंज
'इज़्ज़त से दे तो अनाज़ का एक दाना भी स्वीकार है, जो गैर मर्ज़ी से दो तो...' विश्वेन्द्र सिंह ने फिर कसा तंज

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