भाजपा के दो पूर्व दिग्गज मोदी सरकार के खिलाफ निकाल रहे हैं गांधी यात्रा, NRC सहित जस्टिस लोहिया की मौत है प्रमुख मुद्दा

अभिनेता से नेता बने शत्रुधन सिन्हा और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा कर रहे हैं या़त्रा की अगुवाई, चार राज्यों से गुजर कर राजघाट दिल्ली पर समाप्त होगी यात्रा, शुभारंभ मौके पर गूंजे शरद पवार की जय-जयकार के नारे

पाॅलिटाॅक्स ब्यूरो. भारतीय जनता पार्टी के दो पूर्व दिग्गज इन दिनों भाजपा की मोदी सरकार के खिलाफ गांधीवादी झंडा लेकर यात्रा पर हैं. राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) सहित जस्टिस लोहिया की मौत के मुददे को लेकर भाजपा के पूर्व नेता शत्रुधन सिन्हा इन दिनों मुंबई से दिल्ली तक निकाली जा रही गांधी यात्रा की अगुवाई कर रहे हैं. यात्रा में उनके साथ अटल बिहारी वाजपेई सरकार में प्रभावशाली मंत्री रहे यशवंत सिन्हा कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं.

लालकृष्ण आडवाणी के शिष्य और कभी भाजपा के स्टार प्रचारक रहे शत्रुधन सिन्हा इन दिनों पूरी तरह से गांधी की शरण में रंगे नजर आ रहे हैं. उल्लेखनीय है कि 2018 लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने शत्रुधन सिन्हा का लोकसभा चुनाव टिकट काट दिया था और टिकट नहीं मिलने से नाराज शत्रुधन सिन्हा ने आडवाणी की भाजपा को छोडकर राहुल गांधी की कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी.

यह गांधी यात्रा मुंबई से दिल्ली तक निकाली जा रही है. गांधी यात्रा का मुख्य उदेदश्य मोदी सरकार द्वारा लाए जा रहे एनआरसी सहित कई अन्य कानूनों का विरोध कर जनसमर्थन जुटाना है. या़त्रा दिल्ली में महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर समाप्त होगी. यह गांधी यात्रा गेटवे आॅफ इंडिया, मुम्बई से शुरू हुई है.

सिन्हा बंधुओं की यह गांधी यात्रा महाराष्ट्र, राजस्थान उत्तर प्रदेश और हरियाणा से होकर दिल्ली पहुंचेगी. गांधी यात्रा में बहुत चर्चित जस्टिस लोहिया की मौत की जांच के मामले को भी जोर-शोर से उठाया जा रहा है. प्रमुख रूप से गांधी यात्रा के राजनीतिक निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह हैं. हालांकि फिल्म अभिनेता शत्रुधन सिन्हा और यशवंत सिन्हा कभी भाजपा के स्टार प्रचारक रहे हों लेकिन मुंबई में गांधी या़त्रा के शुभारंभ मौके पर गांधी यात्रा अपेक्षानुरूप भीड नहीं जुटा पाई. यात्रा के शुभारंभ मौके पर भाजपा के दोनों पूर्व नेताओं ने मोदी सरकार पर जमकर हमले किए.

अब गांधी यात्रा शुरू हो चुकी है तो उसकी चर्चा होना भी स्वाभाविक है. मुंबई में यात्रा को शुरू कराने के लिए राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पंवार और कांग्रेस के दिग्गज अशोक चव्हाण सहित कई नेता पहुंचे. खास बात यह रही कि यात्रा के शुभारंभ मौके पर एक ही नारा गूंजता रहा कि हमारा नेता कैसा हो, शरद पवार जैसा हो, शरद पवार की जयकार वाले इस नारे के शोरगुल में सबकुछ थम सा गया.

खैर यात्रा शुरू हो गई और महाराष्ट्र के बाद अब राजस्थान में यात्रा आएगी. निश्चित है कि राजस्थान में गहलोत सरकार है तो यात्रा के लिए पुख्ता इंतजाम भी रहेंगे. चूंकि यात्रा मोदी सरकार के खिलाफ है तो राजस्थान में उसे कांग्रेस और गहलोत सकार का हर तरह से समर्थन मिलेगा.

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मोदी और अमित शाह की जोडी के भाग्य उदय के साथ देश में कई नेताओं का राजनीति सूर्य भी अस्त हुआ. इन्हीं नेताओं में से कुछ नेता अपने भाग्य के साथ जोर अजमाइश में लगे हुए हैं. देखना यह है कि आने वाले दिनों में सिन्हा बंधुओं की गांधी यात्रा का देश के राजनीतिक वातावरण पर क्या प्रभाव पडता है, फिल्हाल तो सबकी नजरें दिल्ली विधानसभा चुनाव पर टिकी हैं.

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