पूर्व सीएम राजे ने अतिवृष्टि प्रभावित इलाकों का दौरा कर सरकार से की ये मांगें, कहा- ये वक़्त जनता को देने का

मैडम राजे ने खानपुर, मनोहरथाना, आनंदा, चावली डेम, राजगढ़ डेम, गागरीन डेम का किया हवाई निरीक्षण, जैन संत सुधासागर जी महाराज का लिया आशीर्वाद और आदिनाथ भगवान के किए दर्शन, राज्य सरकार और अफ़सरों के बीच की खींचतान से प्रदेश के किसानों को राहत के बजाय हो रहा भारी नुकसान, ये वक़्त राज्य सरकार के लिए मांगने का नहीं बल्कि जनता को देने का है- वसुंधरा राजे

पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने अतिवृष्टि प्रभावित इलाकों का किया हवाई निरीक्षण
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने अतिवृष्टि प्रभावित इलाकों का किया हवाई निरीक्षण

Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि अतिवृष्टि के क़हर में केंद्र से मदद की गुहार लगाने वाली कांग्रेस सरकार के लिए ये समय मांगने का नहीं बल्कि जनता को देने का है. मैडम राजे ने कहा कि प्रदेश सरकार के मंत्री कह रहे हैं कि हौड़ोती में 80-90 प्रतिशत खराबा हुआ है, जबकि अधिकारी मंत्री की बात को नकार कर कह रहे हैं कि नहीं हाड़ौती में तो सिर्फ़ 30 प्रतीशत फसलें ही ख़राब हुई हैं. पूर्व सीएम राजे ने तंज कसते हुए कहा कि राज्य सरकार और अफ़सरों के बीच की इस खींचतान से प्रदेश के किसानों को राहत के बजाय भारी नुकसान हो रहा है. 

आपको बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आज झालावाड़ जिले के अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों जैसे खानपुर, मनोहरथाना, आनंदा, चावली डेम, राजगढ़ डेम, गागरीन डेम का हवाई निरीक्षण किया. इस दौरान सांसद दुष्यंत सिंह भी मैडम राजे के साथ दौरे में मौजूद रहे. इसके बाद खानपुर में पूर्व सीएम राजे ने जैन संत सुधासागर जी महाराज का आशीर्वाद लिया और आदिनाथ भगवान के दर्शन भी किये.

यह भी पढ़े: उज्जवला योजना 2.0 के सहारे होगी उत्तप्रदेश की चुनावी वैतरणी पार, कांग्रेस ने बताया ‘ढकोसला’

इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि अफ़सर कुछ भी कहें पर हाड़ौती में सोयाबीन, उड़द, चावल की ज्यादातर फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं. मैडम राजे ने आगे मांग करते हुए कहा कि प्रभावित परिवारो के लिए 50 किलो अतिरिक्त खाद्यान्न की व्यवस्था की जाये. हाड़ौती के कई किसानों को 2019 और 2020 का भी मुआवज़ा नहीं मिला, इसलिए 7 दिवस में गिरदावरी रिपोर्ट तैयार कर मुआवज़ा देने का काम तत्काल शुरू किया जाए. पूर्व सीएम राजे ने कहा कि जिन लोगों की जान गई है, उनके आश्रितों को आर्थिक सहायता के अलावा रोज़गार भी दिया जाये. जिन लोगों के मकान ढहे है, उन्हें मकान निर्माण के लिए एक लाख 50 हज़ार रूपये की सहायता की जाए.

यही नहीं मैडम राजे ने कहा कि जब तक उनके मकान नहीं बन जाते तब तक उन्हें एक मुश्त किराया राशि दी जाये. पूर्व सीएम ने कहा कि कई लोगों के मकान सिवायचक, वन और चरागाह भूमि पर बने हुए हैं, वे भी ढह गये हैं, ऐसे में उन्हें भी मुआवज़ा दिया जाये. इसके साथ ही एक और बड़ी राहत की मांग करते हुए मैडम राजे ने कहा कि जिन-जिन लोगो का अतिवृष्टि में नुक़सान हुआ है, उनका दो माह का बिजली का बिल माफ़ किया जाये.

यह भी पढ़ें: ‘सियासी सुलह की सालगिरह’ पर सुलगते सवाल, एक साल में चले अढाई कोस, मंथनों का दौर जारी

पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने आगे कहा कि जिनका पशुधन नष्ट हुआ है, उन्हें नया पशुधन ख़रीदने के लिए वास्तविक राशि दी जाये. जिन व्यापारियों का दुकानों में रखा सामान ख़राब हो गया, उन्हें भी सरकार आर्थिक सहायता दे. मैडम राजे ने कहा कि बारिश में जो-जो भी सड़कें और पुलियायें टूटी हैं, उन्हें जल्द ठीक करवा कर आवागमन सुचारू करवाया जाये. आगे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि कोटा ज़िले के इटावा की बंबोली पंचयात के गिरधरपुरा में तो 80 प्रतिशत घर ढह गये. इटावा के बोरदा में भी भारी नुक़सान है. कोटा ज़िले के सांगोद क़स्बे में 80 प्रतिशत दुकाने डूब गई, वहां भी तत्काल राहत दी जाये. इस दौरान मैडम राजे ने अपने समर्थकों और भाजपा कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया कि कोई भी भूखा ना सोये, इसकी पूरी व्यवस्था हो.

Leave a Reply