चिकित्सकीय परामर्श के बिना दवा नहीं दे सकेंगे दवा विक्रेता, सम्बन्धित की जानकारी लेकर देंगे ड्रग कंट्रोलर को

चार दिन की थोड़ी शांति के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा 50 मरीज जयपुर में आए सामने, कुल 98 नए केस आने से कोरोना संक्रमितों की संख्या पहुंची 1600 के पास

दवा विक्रेता
दवा विक्रेता

पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. चार दिन की थोड़ी शांति के बाद एक बार फिर प्रदेश में एक दिन में कोरोना संक्रमितों के सबसे ज्यादा 50 मामले राजधानी जयपुर में सामने आए. प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या सोमवार को 1600 के पास पहुंच गई वहीं कोरोना से मरने वालों का आंकडा 25 पहुंच गया है. प्रदेश के 8 जिलों से सोमवार को 98 नए केस सामने आए जिसमें से सर्वाधिक 50 नए केस जयपुर से सामने आए. प्रदेश में बढती जा रही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए राज्य सरकार ने एक ओर अहम फैसला लिया है कि प्रदेश में अब दवा विक्रेता बिना चिकित्सक की पर्ची के सामान्य सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार की दवाईयां मरीजों की नहीं दे सकेंगे.

प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में ऐसे कई मामले सामने आये जब कोरोना संक्रमित मरीजों ने हल्के लक्षण आने पर बजाय चिकित्सक के परामर्श के दवाई की दुकानों पर जाकर सामान्य सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार की दवाईयां दवा विक्रेताओं से खरीदी. ज्यादा तबियत खराब होने पर ऐसे कई लोग कोरोना संक्रमित पाए गए. ऐसे लोगों की पहचान करने के लिए सरकार ने फैसला लिया है कि दवा विक्रेता ऐसे व्यक्तियों का दवा नहीं देकर बल्कि उनके नाम-पता और टेलीफोन नंबर लेकर औषधि नियंत्रक अधिकारी या चिकित्सा संस्थान के प्रभारी को तुरंत सूचित करेंगे. सभी औषधी नियंत्रक अधिकारी या चिकित्सा संस्थान के प्रभारियों को भी उक्त सूचना को प्रतिदिन अपने जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं ताकि विभाग की टीम द्वारा ऐसे व्यक्तियों से संपर्क कर स्क्रीनिंग और जांच आदि की कार्यवाही की जा सके.

एसीएस चिकित्सा रोहित कुमार सिंह ने बताया कि सामान्य फ्लू व कोरोना संक्रमण के शुरुआती लक्षण खांसी, जुकाम, गले में खराश एवं बुखार प्रथम दृष्टया एक समान होते हैं. राज्य सरकार के सामने यह बात आई है कि वर्तमान हालात में सोशल डिस्टेसिंग से दूरी, कोरोना संक्रमण के बारे में भ्रांति व कोरोना संक्रमण की जांच के प्रति झिझक के चलते उक्त लक्षणों से प्रभावित कुछ व्यक्ति चिकित्सा संस्थानों में ना जाकर आसपास के दवा विक्रेताओं से प्राथमिक उपचार की दवाएं बिना चिकित्सकीय परामर्श के ले रहे हैं. ऐसे में व्यक्तियों के चिकित्सा संस्थानों तक नहीं पहुंचने के कारण उनकी पहचान व कोरोना संक्रमण की जांच समय पर नहीं हो पा रही हैं. इन सभी बातों को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया है.

यह भी पढ़ें: कर्मचारियों के कार्यालय आने का निर्णय टला, मॉडिफाइड लॉकडाउन में बाहर निकलने की कतई छूट नहीं

बता दें, राजस्थान में अब तक 26 जिलों में कोरोना का संक्रमण फैल चुका है. प्रदेश में सोमवार देर रात तक जयपुर में 585, जोधपुर-260, कोटा-106, भरतपुर-102, टोंक-96, बांसवाडा और नागौर में 61-61, झुंझुनू-39, बीकानेर-37, जैसलमेर 32, भीलवाडा-28, अजमेर-24, झालावाड-20, चुरू-14, दौसा-13, अलवर-7, डूंगरपुर और सवाई माधोपुर में 5-5, उदयपुर-4, करौली और हनुमानगढ में 3-3, प्रतापगढ, सीकर और पाली में 2-2, धौलपुर और बाडमेर में अब तक एक-एक कोरोना पॉजिटिव केस सामने आया है.

गौरतलब है कि जोधपुर और जैसलमेर में ईरान से रेस्क्यू कर लाये गये भारतीयों में से 61 पॉजिटिव केस सामने आ चुके है. इसके अलावा जयपुर में इटली के 2, इन सभी को मिलाकर अब तक प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1576 तो सोमवार को नागौर और कोटा में हुई एक एक मौत से कोरोना से मरने वालों की संख्या बढकर 25 हो चुकी है. वहीं प्रदेश में अब तक सामने आए 1576 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से 205 मरीज पॉजिटिव से नेगेटिव हो चुके है जिनमें से 97 को डिस्चार्ज किया जा चुका है.

Leave a Reply