RAS रिजल्ट पर डोटासरा बोले- ‘मेरे हाथ में होता तो सबको बना देता’, BJP बोली-टेलेंट की हो जांच

RAS परिणाम लगातार चर्चा में, डोटासरा फैमिली को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चे, डोटसरा ने संभाला मोर्चा-परीक्षा में असफल होने वाले अभ्यर्थी अपनी खीज मिटाने के लिए कर रहे हैं ये काम, RAS बनाना मेरे हाथ में होता मैं पूरे परिवार को बना देता, वहीं बीजेपी ने तंज कसते हुए कहा- इस टेलेंट की तो होनी चाहिए जांच, ये तो है चमत्कार और न जाने कब क्या हो जाए!

'मेरे हाथ में होता तो सबको बना देता'
'मेरे हाथ में होता तो सबको बना देता'

Politalks.news/Rajasthan. राजस्थान प्रशासनिक सेवा RAS में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के रिश्तेदारों के एक समान नंबर आने के बाद ये पूरा मामला तूल पकड़ता जा रहा है. गोविंद सिंह डोटासरा की पुत्रवधू के भाई गौरव और बहन प्रभा भी RAS बने हैं और इन दोनों को इंटरव्यू में एक समान 80% मार्क्स मिले हैं. इस पूरे मामले के सामने आने के बाद डोटासरा सूबे की प्रमुख विपक्ष पार्टी बीजेपी के निशाने पर आ गए और बीजेपी ने गोविंद सिंह डोटासरा के इस्तीफे की मांग तक कर डाली और इसी जांच की बात भी कही. तो वहीं अपने ऊपर लग रहे इस तरह के आरोपों को गोविंद सिंह डोटासरा ने बेबुनियाद बताया और कहा कि अगर मैं किसी को RAS बना सकता तो मैं अपने पूरे परिवार और अपने विधानसभा क्षेत्र के सभी लोगों को RAS बनवा चुका होता.

राजस्थान लोक सेवा आयोग ने मंगलवार को RAS-2018 परीक्षा के टॉपर्स के नंबर जारी किए थे. इस लिस्ट के सामने आने के बाद पता चला की डोटासरा की पुत्रवधू के भाई गौरव और उनकी बहन प्रभा को एक समान 80% अंक मिले. इस पुरे मामले के तूल पकड़ने के बाद गोविंद सिंह डोटासरा ने आज सफाई देते हुए कहा कि RPSC बड़ी ही पारदर्शिता के साथ एग्जाम करवाता है जिसमें टेलेंटेड बच्चे ही सफल होते हैं. इस परीक्षा में वे ही बच्चे सफल होते हैं जो टेलेंटेड होते होते हैं और इसमें किसी भी तरह से किसी भी राजनेता का कोई लेना देना नहीं होता है.

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परीक्षा में असफल अभ्यर्थी चला रहें हैं प्रोपोगेंडा- डोटासरा
गोविंद सिंह डोटासरा ने आगे प्रेस वार्ता में कहा कि यह केवल और केवल सोशल मीडिया पर चलाया गया प्रोपोगेंडा से ज्यादा कुछ नहीं है. परीक्षा में असफल होने वाले अभ्यर्थी अपनी खीज मिटाने के लिए इस तरह के काम कर रहे हैं. अगर RAS बनाना या बनवाना मेरे हाथ में होता तो क्या मैं अपने पूरे परिवार को और अपने विधानसभा के सभा लोगों को RAS नहीं बनवा सकता क्या? मेरे जिन जिन रिश्तेदारों की बात की जा रही है वे काफी टेलेंटेड हैं, वे काफी लम्बे समय से आरएएस की तैयारियों में लगे हुए थे. डोटासरा ने आगे कहा कि मेरा बेटा 2016 में जब परीक्ष में पास हुआ था और जब पुत्रवधु RAS बनी तब तो उसका रिश्ता तक नहीं हुआ था और तब तो प्रदेश में BJP का शासन था.

‘टेलेंट’ की ठीक तरीक से होनी चाहिए जांच- पूनियां
वहीं भारतीय जनता पार्टी ने इस पूरे मामले पर डोटासरा से स्पष्टीकरण मांगते हुए इस पूरे मामले पर सरकार को संज्ञान लेने की बात भी कही है.  बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि बच्चे टेलेंटेड हो सकते हैं इसमें कोई दो राय नहीं है लेकिन उस टेलेंट की ठीक तरीके से जांच होनी चाहिए, ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके. राजनीति में अगर ऊंचे पद पर बैठे व्यक्ति के परिवार से किसी का भी चयन होता है तो सवाल उठना लाज़मी है.

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एक ही परिवार के तीन सदस्यों को नंबर आना तो चमत्कार ही है- कटारिया
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि एक ही परिवार के तीन सदस्यों के एक ही नंबर आना तो चमत्कार ही है. आज तक मैंने तो कभी देखा नहीं कि एक ही परिवार के सभी लोगों के इंटरव्यू में एक जैसे नंबर आएं हों. यह निश्चित रूप से जांच का विषय है. हम एकदम से तो किसी पर भी आरोप नहीं लगा सकते लेकिन मैं यह सोचता हूँ कि चमत्कार में कुछ न कुछ चीज जरूर निकलेगी.

संयोग है या प्रयोग यह तो खुदा जाने- राठौड़
तो वहीं विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जब सत्ता आती है तो प्रतिभागी और परिणाम साथ लेकर आती है. यह संयोग है या प्रयोग यह तो खुदा ही जाने, लेकिन ‘न जाने कब क्या हो जाए’. गौरतलब है कि संयोगवश आरएएस 2016 के इंटरव्यू में डोटासरा की पुत्रवधू प्रतिभा के भी 80% नंबर आये थे. खैर डोटासरा इस मामले में अपनी ओर से प्रतिक्रिया दे चुके हैं लेकिन बीजेपी के सवालों पर उनकी प्रतिक्रिया किस तरह की होगी यह कहा नहीं जा सकता.

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