निकाय चुनाव के नतीजे केंद्र सरकार की गलत नीतियों और बेरोजगारी का परिणाम: पायलट

कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से मुखातिब हुए राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट, कहा - निकाय चुनावों में मिला जनता का आशीर्वाद

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान के 49 निकायों के 2105 वार्डों के परिणामों के बाद बुधवार सुबह प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर जश्न का माहौल दिखाई दिया. इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot PCC) का पीसीसी मुख्यालय पर प्रदेशभर से आये कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता, पदाधिकारी एक दूसरे को मिठाई खिलाते और आतिशबाजी करते नजर दिखे.

इस मौके पर पीसीसी चीफ एवं उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने पत्रकारों से मुखातिब होते हुए कहा कि भाजपा को मात्र छह निकायों में बोर्ड बनाने के लिए बहुमत हासिल हुआ है. इससे शहरी क्षेत्रों में मजबूत पकड़ का भाजपा का भ्रम निकाय चुनावों के नतीजों के बाद टूट गया है. यह चुनाव परिणाम भाजपा की केंद्र सरकार की नीति, आर्थिक मंदी, गलत तरीके लागू की गई नोटबंदी, जीएसटी और बेरोजगारी का परिणाम है.

पायलट (Sachin Pilot PCC) ने कहा कि निकाय चुनावों में प्रदेश की जनता ने कांग्रेस पार्टी और पार्टी की विचारधारा को पूर्ण बहुमत दिया है. अधिकांश निकायों में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है और सबसे बडा दल बनकर कांग्रेस उभरा है. 26 नवंबर को होने वाले अध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेसी पार्षद, सहयोगी व निर्दलीय मिलकर अधिकांश जगह कांग्रेस का बोर्ड बनाएंगे.

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कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सचिन पायलट (Sachin Pilot PCC) ने जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्र की भाजपा सरकार की गलत आर्थिक नीतियों व गॉंधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा से किये गये समझौते के विरोध में 21 नवम्बर को समस्त जिला मुख्यालयों पर कांग्रेस की ओर से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. इस क्रम में 28 नवम्बर को सुबह 10 बजे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर प्रदेशव्यापी प्रदर्शन जयपुर में भी किया जाएगा. इस दौरान भाजपा की केन्द्र सरकार की नीतियों के खिलाफ पीसीसी मुख्यालय से लेकर सिविल लाईन्स फाटक तक पैदल मार्च निकाला जाएगा और प्रधानमंत्री के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा. वहीं गांधी परिवार की एसपीजी की सुरक्षा हटाने को पायलट ने भाजपा की हीन भावना और नकारात्मक सोच से हटाया जाना बताया.

पायलट ने आगे कहा कि कांग्रेस जब विपक्ष में थी, तब भी उपचुनाव एवं विधानसभा में जनता ने कांग्रेस का साथ दिया था. आज कांग्रेस सत्ता में है, तब भी जनता का साथ कांग्रेस के साथ जुडा हुआ है. यह निकाय चुनाव कांग्रेस ने सरकार और सत्ता में समन्वय बनाकर लडा. भाजपा ने सभी भावनात्मक व जज्बाती मुद्दे के साथ जनता का ध्यान केंद्रित किया लेकिन जो आशीर्वाद जनता ने विधानसभा चुनाव में दिया था उससे ज्यादा आशीर्वाद जनता ने इन निकाय चुनाव में कांग्रेस का दिया. वहीं भाजपा के नेताओं पर जयपुर से लेकर दिल्ली तक झूठ और अफवाह की राजनीति करने का आरोप पायलट ने लगाया.

ईडब्ल्यूएस आरक्षण में किये गये बदलाव से निकाय चुनाव में कांग्रेस को फायदा मिला के सवाल पर पायलट ने कहा कि ईडब्ल्यूएस सहित अन्य काम भी सभी विभागों में हुए है. पार्टी ने निकाय चुनाव का जो घोषणा पत्र बनाया था उसको निकाय क्षेत्र के लोगों ने पसंद किया है और परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आये है. वहीं राम मंदिर को भाजपा के द्वारा चुनावों में मुददा बनाये जाने के सवाल पर खुशी जताते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय आने के बाद अब भाजपा की राममंदिर राजनीति पर पूर्ण विराम लग गया है. भाजपा 1990 के बाद से ही राम मंदिर पर राजनीति करती आ रही थी.

पीसीसी कार्यालय में कई मंत्री और विधायकों ने निकाय चुनाव परिणाम को लेकर पीसीसी चीफ सचिन पायलट (Sachin Pilot PCC) को फीडबैक दिया. मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, साले मोहम्मद, रमेश मीणा, सुखराम बिश्नोई, विधायक मुरारी लाल मीणा, जी आर खटाणा, रामलाल जाट, अमीन कागजी, प्रशांत बैरवा, राकेश पारीक, इंद्राज गुर्जर, चेतन डूडी, गंगा देवी बैरवा, वेदप्रकाश सोलंकी, जाहिदा खान इस दौरान मौजूद रहे.

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गौरतलब है कि निकाय चुनावों में भाजपा को प्रदेश की 49 निकायों में सिर्फ 6 निकायों में स्पष्ट मिला है. इन परिणामों के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने पत्रकारों से मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि सभी 49 निकायों में भाजपा अध्यक्ष पर के लिए नामांकन दाखिल करेगी. जरूरत पड़ी तो समान विचार वाले निर्दलीय पार्षदों का सहयोग लेकर बोर्ड बनाने की बात भी इस दौरान पूनिया ने की.

निकायों में निर्दलीयों के सहयोग से बोर्ड बनाने के सवाल पर पूनियां ने कहा कि प्रदेश की 49 निकायों में से 22 निकायों में निर्दलीय अहम भूमिका में है. बहुत सारे पार्षद वैचारिक रूप से भाजपा से जुडे हुए है. बोर्डों के गठन में निर्दलीय पार्षदों की अहम भूमिका रहेगी. भाजपा के स्थानीय निकाय प्रभारी इस बारे में फैसला करेंगे की किसका समर्थन कब लेना है. कुछ जगह निर्दलीयों को भी भाजपा समर्थन दे सकती है. इसके लिए भाजपा ने निकाय प्रभारी, समन्वयक और जिला अध्यक्ष को अधिकृत किया है.

बता दें, प्रदेश के कुल 49 निकायों के मंगलवार को आये नतीजों में 2105 वार्डों में से कांग्रेस के 961 उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की. वहीं भाजपा के 737 प्रत्याशी को विजयश्री हासिल हुई. 16 वार्डों में बसपा, तीन में माकपा और दो में एनसीपी ने कब्जा जमाया. अन्य 386 सीटों पर निर्दलीयों का कब्जा रहा. इन परिणामों के अनुसार, कुल 23 निकायों में कांग्रेस के बोर्ड बन रहे हैं. वहीं 6 में भाजपा का बोर्ड बनेगा. अन्य 20 निकायों में निर्दलीयों का दबदबा रहेगा और उनकी भूमिका बोर्ड बनाने में निर्णायक होगी. इन निकाय चुनावों में कांग्रेस को 8 लाख 70 हजार 315 वोट मिले. वहीं भाजपा को 786327 और निर्दलीयों को 650841 वोट मिले वहीं 36512 वोट नोटा में डाले गए.

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