Politalks.News/HardikPatel/Gujarat. कांग्रेस के चिंतन शिविर को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा थी कि अब कांग्रेस धीरे धीरे ट्रैक पर आ ही जायेगी. लेकिन हुआ इसके बिलकुल उलट. चिंतन शिवर के तीसरे ही दिन कांग्रेस को बड़ा झटका लगा और ये झटका भी उन्हें चुनावी राज्य गुजरात से मिला. गुजरात में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि कांग्रेस को लगने वाले इस झटके का अहसास आलाकमान को पहले से ही हो चूका था. इससे पहले बुधवार को कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को लिखे पत्र में हार्दिक पटेल आलाकमान की कार्यशैली पर तो सवाल उठाए ही साथ ही साथ धारा 370 और राम मंदिर जैसे मुद्दों को लेकर बीजेपी की तारीफ भी की. पटेल ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘जब भी मैंने कांग्रेस नेतृत्व का ध्यान गुजरात के लोगों और पार्टी की समस्याओं की तरफ दिलाया तो उनका ध्यान समस्याओं को सुनने से ज्यादा अपने मोबाइल और बाकी चीजों पर रहा.’
कांग्रेस के चिंतन शिविर से पार्टी ने नया मंत्र दिया था ‘भारत जोड़ो‘ लेकिन बुधवार को ‘भारत जोड़ो’ का पहला विकेट गिर गया. पिछले काफी लंबे समय से कांग्रेस आलाकमान से नाराज चल रहे गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद हार्दिक पटेल ने शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा है. हार्दिक पटेल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा कि, ‘कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में किसी भी मुद्दे के प्रति गंभीरता की कमी एक सबसे बड़ा मुद्दा है. मैं जब भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मिला तो लगा कि नेतृत्व का ध्यान गुजरात के लोगों और पार्टी की समस्याओं को सुनने से ज्यादा अपने मोबाइल और बाकी चीजों पर रहा. जब भी देश संकट में था अथवा कांग्रेस को नेतृत्व की सबसे ज्यादा आवश्यकता थी, तो हमारे नेता विदेश में थे.’
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हार्दिक पटेल यहीं नहीं रुके उन्होंने धारा 370 और राम मंदिर जैसे मुद्दों का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘यह 21वीं सदी है और भारत विश्व का सबसे युवा देश हैं. देश के युवा एक सक्षम और मज़बूत नेतृत्व चाहते हैं. पिछले लगभग 3 वर्षों में मैंने यह पाया है कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ विरोध की राजनीति तक सीमित रह गई है, जबकि देश के लोगों को विरोध नहीं, एक ऐसा विकल्प चाहिए जो उनके भविष्य के बारे में सोचता हो, देश को आगे ले जाने की क्षमता रखता हो. अयोध्या में प्रभु श्री राम का मंदिर हो, CAA-NRC का मुद्दा हो, जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाना हो अथवा GST लागू करने जैसे निर्णय हों, देश लंबे समय से इनका समाधान चाहता था और कांग्रेस पार्टी सिर्फ इसमें एक बाधा बनने का काम करती रही. भारत देश हो, गुजरात हो या मेरा पटेल समाज हो; हर मुद्दे पर कांग्रेस का स्टैंड सिर्फ केंद्र सरकार का विरोध करने तक ही सीमित रहा. शीर्ष नेतृत्व का बर्ताव गुजरात के प्रति ऐसा है, जैसे कि गुजरात और गुजरातियों से उन्हें नफरत हो. ऐसे में कांग्रेस कैसे अपेक्षा करती है कि गुजरात के लोग उन्हें विकल्प के तौर पर देखेंगे?’
गुजरात कांग्रेस के नेताओं पर निशाना साधते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि, ‘दुख होता है जब हम जैसे कार्यकर्ता अपनी गाड़ी से अपने खर्च पर दिन में 500-600 किलोमीटर तक की यात्रा करते है, जनता के बीच जाते हैं और फिर देखते हैं कि गुजरात के बड़े नेता तो जनता के मुद्दों से दूर सिर्फ इस बात पर ध्यान देते हैं कि दिल्ली से आए हुए नेता को उनका चिकन सैंडविच समय पर मिला या नहीं. युवाओं के बीच मैं जब भी गया तो सभी ने एक ही बात कही कि आप ऐसी पार्टी में क्यों हो, जो हर प्रकार से गुजरातियों का सिर्फ अपमान ही करती है, चाहे वह उद्योग के क्षेत्र में हो, चाहे धार्मिक क्षेत्र में हो, चाहे राजनीति के क्षेत्र से हो. मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी ने युवाओं का भी भरोसा तोड़ा है, जिसके कारण आज कोई भी युवा कांग्रेस के साथ दिखना भी नहीं चाहता.’
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हार्दिक पटेल ने आगे कहा कि, ‘मुझे बड़े दुःख के साथ कहना पड़ता है कि आज गुजरात में हर कोई जानता है कि किस प्रकार कांग्रेस के बड़े नेताओं ने जानबूझकर गुजरात की जनता के मुद्दों को कमजोर किया है और इसके बदले में स्वयं बड़े आर्थिक फायदे उठाये हैं. राजनीतिक विचारधारा अलग हो सकती है परंतु कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का इस प्रकार बिक जाना प्रदेश की जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा है. राजनीति में सक्रिय रहना हर व्यक्ति का धर्म होता है कि जनता के लिए कार्य करता रहे, लेकिन अफसोस की बात है कि कांग्रेस पार्टी गुजरात की जनता के लिए कुछ अच्छा करना ही नहीं चाहती. इसीलिए जब मैं गुजरात के लिए कुछ करना चाहता था तो पार्टी ने सिर्फ मेरा तिरस्कार ही किया. आज मैं बड़ी हिम्मत करके कांग्रेस पार्टी के सभी पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूँ. मुझे विश्वास है कि मेरे इस निर्णय का स्वागत मेरा हर साथी और गुजरात की जनता करेगी. जनता से मिले प्रेम का ऋण चुकाने के लिए मैं सदैव प्रयास करता रहूँगा.’ वहीं हार्दिक पटेल के इस्तीफे के बाद उनका एक ट्वीट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है.
भारतीय युथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने हार्दिक पटेल के एक पुराने ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर किया जिसमें लिखा है कि, ‘हार जीत के कारण पाले व्यापारी बदलते हैं, विचारधारा के अनुयायी नहीं. लडूंगा, जीतूंगा, और मरते दम तक कांग्रेस के साथ रहूंगा.’ हार्दिक पटेल के इस ट्वीट को लेकर यूजर्स की तरह तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. वहीं सियासी गलियारों में चर्चा है कि हार्दिक पटेल जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. पिछले महीने ही उन्होंने बीजेपी नेतृत्व की तारीफ में कसीदे पढ़े थे और कहा था कि राज्य में भाजपा मजबूत है क्योंकि उनके पास निर्णय लेने की क्षमता के साथ नेतृत्व है.