Mallikarjun Kharge on Modi Government. संसद के बजट सत्र के दौरान लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भाषण में पीएम मोदी और अडाणी के सम्बन्धों से सम्बंधित कुछ अंशों को कार्यवाही से हटाने के बाद राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के दिए भाषण पर भी कैंची चला दी गई. बीते बुधवार को मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए खड़गे ने पीएम मोदी और अडानी के संबंधों को लेकर आरोप लगाए थे. उसके बाद उनके भाषण के उक्त अंशों को कार्यवाही से हटा दिया गया है. इस पर शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस कान्फ्रेंस कर केंद्र की मोदी सरकार पर कई आरोप लगाए हैं. खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों के प्रमुख बिंदु को संबोधित किए बिना दोनों सदनों में भाषण दिया है. सरकार अहंकारी है और बेरोजगारी, महंगाई और अडाणी विवाद पर सवालों का जवाब नहीं देना चाहती.
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि संसद में अडाणी मुद्दे पर उठाई गयी संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की मांग को रिकॉर्ड से हटवाया गया है. आजादी के 75 वर्ष पर यह अमृतकाल नहीं बल्कि मित्रकाल है. खड़गे ने कहा कि संसद के दौरान विपक्ष की ओर से उठाए गए तमाम मुद्दों को बिना तवज्जोह दिए प्रधानमंत्री मोदी ने एक चुनावी भाषण दिया है. खड़गे ने कहा कि हम अडाणी मुद्दे पर जांच चाहते थे, क्या संसद में संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की मांग करना गुनाह है ? इसे क्यों रिकॉर्ड से हटाया गया ?
मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद के रिकॉर्ड से हटाई गयी कई बातों को जिक्र करते हुए सवाल उठाया है कि जो बातें रिकॉर्ड से हटाई गईं है उसमें असंसदीय क्या था ? इसका जवाब दिया जाए.
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“शेर-शायरी से क्या तकलीफ थी ? वो भी रिकॉर्ड से हटा दी”
आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद में अपने भाषण के दौरान एक शेर पढ़ते हुए केंद्र सरकार पर हमला किया था, अब खड़गे ने कहा है कि उनकी शायरी के एक हिस्से को भी रिकॉर्ड से हटा दिया गया है. उन्होने कहा कि सदन में शायरी की परंपरा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जमाने से चली आ रही है, इससे क्या तकलीफ थी ? इसे क्यों रिकॉर्ड से हटाया गया ? यह बोलने की आजादी का हनन है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान कई सवाल उठाते हुए मोदी सरकार से जवाब मांगा है. खड़गे ने सवाल उठाए कि क्या अडाणी मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) द्वारा जांच नहीं होनी चाहिए? क्या एलआईसी के डूबते पैसे पर सवाल उठाना नहीं चाहिए? क्या एसबीआई द्वारा अडाणी को दिए गए 82 हजार करोड़ के बारे में सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए? जनता के पैसे सवाल करना गलत है? अडाणी की कंपनियों में आने वाला पैसा कहां से आ रहा है? इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने और भी कई सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है.