नेहरू का सरनेम क्यों नहीं रखते, 90 सरकारें गिराईं कांग्रेस ने, इंदिरा जी ने गिरा दीं 50 तो- मोदी का बड़ा हमला

अगर नेहरू महान थे, तो उनके परिवार का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखता? क्या शर्मिंदगी है? इंदिरा गांधी ने राज्य सरकारों को बर्खास्त करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 356 का 50 बार 'दुरुपयोग' किया और धड़ाधड़ राज्य सरकारें गिराईं, जब मैं 2014 में देश का प्रधानमंत्री बना तो नजर आया कि 60 साल में कांग्रेस के परिवार ने गड्ढे ही गड्ढे कर दिए हैं- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

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PM Modi lashed out at Congress and Gandhi Family in Rajya Sabha. संसद के बजट सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां बुधवार को लोकसभा में तो गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर जवाब के दौरान कांग्रेस और गांधी परिवार पर जबरदस्त हमला जारी रखा. वहीं पीएम मोदी के भाषण शुरू होने से पहले ही विपक्ष के सदस्य नारेबाजी शुरू कर दी जो कि मोदी के भाषण के बाद तक जारी रही. भारी हंगामे के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने भाषण में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन काल के दौरान 90 सरकारें गिरीं. इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का नाम लेते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. यही नहीं राज्यसभा में भाषण के दौरान पीएम मोदी ने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर हमला बोलते हुए गांधी परिवार पर नेहरू सरनेम को लेकर तंज भी कसे.

31 जनवरी को संसद में हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने गांधी नेहरू परिवार पर हमला जारी रखते हुए कहा कि, ‘किसी कार्यक्रम में अगर नेहरूजी के नाम का उल्लेख नहीं हुआ, तो कुछ लोगों के बाल खड़े हो जाते थे, लहू गर्म हो जाता था.’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मुझे ये समझ नहीं आता कि अगर नेहरू महान थे, तो उनके परिवार का कोई व्यक्ति नेहरू सरनेम क्यों नहीं रखता? क्या शर्मिंदगी है नेहरू सरनेम रखने में. इतना बड़ा महान व्यक्ति आपको और आपके परिवार को मंजूर नहीं है… और आप हमारा हिसाब मांगते हो.’

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आपको बता दें कि राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने जैसे ही जवाब देना आरंभ किया वैसे ही कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्य आसन के निकट आ गए और जोर-शोर से नारेबाजी करने लगे. हालांकि, इस नारेबाजी और शोर-शराबे के बीच भी पीएम मोदी ने अपना भाषण जारी रखा. बल्कि नारेबाजी कर रहे विपक्षी सांसदों पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा- ‘देश देख रहा है कि एक अकेला कितनों पर भारी पड़ रहा है. अरे नारे बोलने के लिए भी उनको लोग बदलने पड़ रहे हैं, और मैबअकेले घंटेभर से बोल रहा हूं रुका नहीं. उनके अंदर हौसला नहीं है, वो बचने का रास्ता ढूंढ रहे हैं.’

आगे पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इंदिरा गांधी ने राज्य सरकारों को बर्खास्त करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 356 का 50 बार ‘दुरुपयोग’ किया और धड़ाधड़ राज्य सरकारें गिराईं. पीएम मोदी ने कहा कि शरद पवार की सरकार कांग्रेस ने गिराई. मोदी ने कहा कि यह सबसे पुरानी पार्टी थी जिसने संवैधानिक प्रावधानों का सबसे अधिक दुरुपयोग किया और निर्वाचित राज्य सरकारों को अपनी इच्छा से गिरा दिया. इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस का पक्ष लेने के लिए वामपंथी दलों पर भी निशाना साधा और उन्हें याद दिलाया कि कैसे नेहरू के नेतृत्व वाली सरकार ने केरल में लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई पहली कम्युनिस्ट सरकार को बर्खास्त कर दिया था.

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि एक प्रधानमंत्री ने आर्टिकल 356 का 50 बार उपयोग किया. आधी सेंचुरी कर दी, वो नाम है श्रीमती इंदिरा गांधी का, 50 बार सरकार को गिरा दिया. केरल में जो लोग आज इनके (कांग्रेस के) साथ खड़े हैं वो लोग ध्यान से सुन लें. जब केरल में वामपंथी सरकार चुनी गई जिसे पंडित नेहरू पसंद नहीं करते थे, कुछ ही काल खंड के अंदर चुनी हुई पहली सरकार को गिरा दिया. पीएम मोदी ने कहा कि तमिलनाडु में MGR, करुणानिधि जैसे दिग्गजों की सरकारों को इन्हीं कांग्रेस वालों ने बर्खास्त कर दिया.

इसके साथ ही केंद्र द्वारा राज्य सरकारों को परेशान करने के आरोपों का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह संघवाद के महत्व को समझते हैं क्योंकि उन्होंने लंबे समय तक राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में भी काम किया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने बार-बार “सहयोगी-प्रतिस्पर्धी संघवाद” पर जोर दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि, ‘देश की आर्थिक सेहत के लिए राज्यों को भी अनुशासित होना होगा. तभी राज्य भी विकास की यात्रा का लाभ ले सकेंगे. जिनकी दो वक्त की रोटी का सपना था, उस पर आपने ध्यान नहीं दिया. सामाजिक न्याय आपने नहीं देखा, हमने देखा. अवसरों को उपलब्ध कराने के लिए हमने कदम उठाए. आजाद भारत के सपने पूरे करने के लिए हम संकल्प बद्ध होकर चले.’

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वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने भाषण के दौरान कहा कि कांग्रेस ने साठ सालों में देश में मजबूत बुनियाद रखी और मोदी उसका श्रेय ले रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि जब 2014 में वह देश के प्रधानमंत्री बने तो उन्हें नजर आया कि 60 साल में ”कांग्रेस के परिवार ने गड्ढे ही गड्ढे कर दिए हैं, हो सकता है कि उनका इरादा नेक होगा, लेकिन उन्होंने गड्ढे ही गड्ढे कर दिए हैं. जब वह गड्ढे खोद रहे थे… छह-छह दशक बर्बाद कर दिए थे उस समय दुनिया के छोटे-छोटे देश भी सफलता के शिखरों को छू रहे थे… आगे बढ़ रहे थे.”

देश किसी परिवार की जागीर नहीं
पीएम ने आगे कहा, ‘कुछ लोगों को समझना होगा कि सदियों पुराना देश आम आदमी के पसीने, पीढ़ियों से चली आ रही परंपराओं का देश है. किसी परिवार की जागीर नहीं है. हमने खेल रत्न ध्यानचंद के नाम पर कर दिया. अंडमान के द्वीपों का नाम सुभाष चंद्र बोस, परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर कर दिया. हिमालय की चोटी एवरेस्ट कर दी गई. हमने द्वीपों का नाम परमवीर चक्र विजेताओं के नाम कर दिया.’
राज्यों को भी अनुशासित होना होगा

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