Sachin Pilot Supporter Indraj Gurjar on Gehlot Government. राजस्थान कांग्रेस में भारी धमासान की संभावनाओं के बाद छाई एक अजब सी सियासी खामोशी के बीच सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट समर्थक नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है. बीते रोज बुधवार को कट्टर पायलट समर्थक और विधायक इंद्राज सिंह गुर्जर ने अपनी ही गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सीएम गहलोत पर जमकर निशाना साधा है. इंद्राज गुर्जर ने कहा कि सरकार पेपरलीक मामलों की जांच करवाने की जगह इस बात की जांच करवा रही है कि सचिन पायलट के साथ कौन हैं, कौन पायलट के साथ दौरे कर रहा है? कौन वापस सरकार रिवीट करवाने की बात कर रहा है? कौन कांग्रेस को मजबूत करने की बात कर रहा है, यानी कि सचिन पायलट के साथ वाले मंत्री-विधायकों को टारगेट किया जा रहा है.
आपको बता दें कि हाल ही में नीम का थाना क्षेत्र में एक पंच के साथ मारपीट के मामले को लेकर गहलोत सरकार में मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढा के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कर जांच सीआईडी सीबी को सौंपी गई है. वहीं कभी अशोक गहलोत के समर्थक माने जाने वाले राजेन्द्र गुढा बीते दिनों सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर कई बार सीएम गहलोत के खिलाफ बयान दे चुके हैं. ऐसे में सियासी गलियारों में चर्चा है कि सीएम गहलोत के इशारे पर ही गुढा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इसी मुद्दे को लेकर अब विराटनगर से कांग्रेस विधायक इंद्राज गुर्जर ने अपनी ही गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इंद्राज गुर्जर ने कहा कि प्रदेश में लगातार पेपर लीक हो रहे हैं उसके दोषी तो पकड़े नहीं जा रहे हैं और सरकार के ही एक मंत्री के खिलाफ बिना जांच एक फ्रॉड के आरोपी के कहने पर FIR दर्ज कर ली जाती है.
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पायलट समर्थक विधायक इंद्राज गुर्जर ने मंत्री राजेन्द्र गुढा के खिलाफ हुई इस कार्रवाई को लेकर कहा कि यह द्वेषतापूर्ण कार्रवाई है और प्रदेश के गृह विभाग पर सवाल है. जो गृह विभाग नकल गिरोह और नकल माफिया को नहीं पकड़ पा रहा है वह अपने ही सरकार के मंत्री के खिलाफ एक फ्रॉड के कहने पर केस दर्ज कर रहा है. गुर्जर ने कहा कि गुढ़ा के साथ यह गलत हुआ है, हम जनता के बीच जाकर विरोध करेंगे. गुढ़ा के खिलाफ अन्याय हुआ तो हम खुलकर विरोध करेंगे. जो व्यक्ति कांग्रसे को मजबूत करने की बात कर रहा है, सरकार रिपीट करने की बात कर रहा है उसके साथ नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं करेंगे.
वहीं इंद्राज गुर्जर ने आगे कहा कि चूंकि राजेंद्र गुढ़ा ने सचिन पायलट के समर्थन में किसान सम्मेलन करवाया, जिसमें 50 हजार से ज्यादा लोग आए, गुढा सरकार रिपीट करवाने की बात कहते हैं, उनसे जिन लोगों को तकलीफ है उन लोगों ने साजिश के तहत गुढा के खिलाफ मुकदमा करवाया. इंद्राज ने कहा कि जिस दुर्गा सिंह ने गुढ़ा के खिलाफ अपहरण का झूठा केस करवाया उसने प्लॉट देने के नाम पर गरीब महिला से 3.84 लाख ले लिए और प्लॉट नहीं दिया. उस गरीब महिला ने यह पैसा बेटियों की शादी के लिए जोड़कर रखा था. दुर्गा सिंह ने जब प्लॉट नहीं दिया तो पीड़ित महिला ने मंत्री गुढ़ा सो आकर गुहार लगाई, गुढ़ा ने जेब से 3.84 लाख उस महिला को दिए क्योंकि उसकी बेटियों की शादी थी. कोई भी पीड़ित अपने जनप्रतिनिधि के पास ही तो जाएगा. जब मंत्री गुढा ने उस महिला की मदद की तो उसे अपहरण का नाम दे दिया. गुढा ने जेब से पैसे देकर उस महिला की मदद की है. गुढा के साथ गलत किया जा रहा है, हम इसका विरोध करते हैं, हम यह अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे.
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यही नहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम लिए बिना विधायक इंद्राज गुर्जर ने कहा कि सरकार के मंत्री के खिलाफ एफआईआर हो रही है, गृह विभाग क्या कर रहा है? क्या गृह विभाग को पता नहीं है कि मंत्री के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज की गई है. इंद्राज ने आरोप लगाते हुए कहा कि दुर्गासिंह को जयपुर बुलाकर कुछ लोगों ने गुढ़ा के खिलाफ केस दर्ज करवाने के लिए उकसाया. इस बात की जांच हो कि दुर्गा सिंह को जयपुर में किसने बुलाया, वह जयपुर मेें किन किन लोगों से मिला, उसकी पूरी लोकेशन और कॉल डिटेल निकालकर जांच करेंगे तो पूरी साजिश में शामिल लोगों के नामों से पर्दा हट जाएगा. फ्रॉड करने वाले को कौन पनाह दे रहा है? दुर्गा सिंह के बारे में पूरी जांच हो कि किन लोगों से मिला, किसने मैनेज करने की कोशिश की?
विधायक इंद्राज गुर्जर यहीं नहीं रुके, गुर्जर ने आगे कहा कि, जिस गुढ़ा ने दो बार सरकार की मदद की, उसके खिलाफ एक फ्रॉड के कहने पर बिना जांच पड़ताल केस दर्ज कर लिया. मंत्री क्या खुद सरकारी गाड़ी से अपहरण करने जाएगा? झूठ की भी हद होती है. गुढ़ा ने 2008 में हमारी सरकार को चलाने में मदद की जब केवल 96 विधायक थे, तब 6 एमलए को मर्ज करवाकर सरकार बचाई. वहीं दूसरी बार 2018 में भी फिर विलय करके सरकार की मदद की, जो व्यक्ति खुद की मेहनत से जीत रहा है उसे कौन कमजोर करने का काम कर रहा है, यह सोचने वाली बात है. इंद्राज ने कहा कि ऐसी कार्रवाई भूमाफिया, नकल माफिया और पेपरलक वालों के खिलाफ भी करें. पेरलीक करने वाले तो खुले घूम रहे हैं, गृह विभाग को इसका संज्ञान लेना चाहिए ताकि सरकार की बदनामी नहीं हो.