कमलनाथ राज में बीजेपी नेता को महिला कलेक्टर ने जड़ा थप्पड़, सीएए के समर्थन में हो रहा था बीजेपी का प्रदर्शन

राजगढ़ जिला मुख्यालय पर संशोधित नागरिकता कानून के समर्थन में बीजेपी के कार्यक्रम को धारा 144 लागू होने के कारण अनुमति नहीं दी गई थी, इसके बावजूद कानून की परवाह न करते हुए भाजपाई एकत्रित हो गए

पाॅलिटाॅक्स ब्यूरो. नागरिक संशोधन कानून (सीएए) को लेकर देश भर में प्रदर्शनों का दौर चल रहा है. कहीं कानून के विरोध में तो कहीं कानून के समर्थन में प्रदर्शन और रैलियों का दौर जारी है. इसी कड़ी में मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार में राजगढ़ में सीएए के समर्थन चल रहे बीजेपी के प्रदर्शन के दौरान वहां की जिला कलेक्टर ने बीजेपी नेता को थप्पड़ जड़ दिया और भाजपाइयों पर जमकर लाठियां भांजी.

देश भर में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन या विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झडपें, हाथापाई, धक्का-मुक्की और लाठीचार्ज की घटनाएं आम बात हो गई है. ऐसी ही एक घटना मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के राज में हुई है, जहां राजगढ जिला मुख्यालय पर हुए भाजपा के प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने भाजपाईयों पर जमकर लाठियां भांजी. यही नहीं मध्यप्रदेश में सीएए के समर्थन में हुए इस प्रदर्शन के दौरान वहां की जिला कलेक्टर निधि निवेदिता ने एक बीजेपी नेता को जोरदार थप्पड़ जड दिया. इसके बाद हुए लाठी चार्ज में भाजपा के कई कार्यकर्ताओं को चोटें आई है.

दरअसल, (सीएए) भाजपा के प्रदर्शन को देखते हुए राजगढ में जिला प्रशासन की ओर से धारा 144 लगाई हुई थी. धारा 144 लगी होने के बावजूद भी बीजेपी ने तिरंगा यात्रा निकालने का प्रयास किया. इस पर वहां उपस्थित जिला कलेक्टर निधि निवेदिता ने भाजपा के एक नेता को धारा 144 की जानकारी देते हुए प्रदर्शन करने से रोका. इसी दौरान कलेक्टर साहिबा की भाजपा नेता से कहासुनी हो गई. भाजपा नेता ने कलेक्टर की बात को अनसुना कर उनसे बहसबाजी शुरू कर दी. भाजपा नेता के व्यवहार से गुस्से में आई कलेक्टर निवेदिता ने आव देखा न ताव और भाजपा नेता के मुंह पर जड दिया एक तमाचा. घटना के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारी बीजेपी कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज कर दिया, साथ ही पुलिस ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया. इस बीच विवाद बढ़ता गया और पुलिस के साथ-साथ कलेक्टर भी बीजेपी कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने के लिए काफी संघर्ष करती हुईं नजर आईं.

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इस सम्बन्ध में प्रशासन की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार राजगढ़ जिला मुख्यालय पर संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के समर्थन में बीजेपी के कार्यक्रम को धारा 144 लागू होने के कारण अनुमति नहीं दी गई थी. इसके बावजूद कानून की परवाह न करते हुए भाजपाई एकत्रित हो गए. इसी बीच महिला अधिकारियों से अभद्रता और उनके कपड़े पकड़ने की भी घटना हुई. हालात अधिक तनावपूर्ण होने पर लाठी चार्ज किया गया जिस में दो लोगों को मामूली चोटें लगी हैं. कलेक्टर ने हालात को शांत बताते हुए कानून हाथ में लेने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है. भीड़ को भड़काने के मामले में बीजेपी के एक पूर्व विधायक पर भी कार्रवाई की जा रही है.

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