क्या बाहुबली पप्पू यादव बना पाएंगे तीसरा मोर्चा? बिगाड़ेंगे एनडीए और राजद का राजनीतिक समीकरण!

कुछ ना कुछ नया करके चर्चा में बने रहते हैं पप्पू यादव, जन अधिकार से बदलेगा बिहार के नारे के साथ चलाया सदस्यता अभियान, चीनी संघर्ष में 20 जवानों की मौत के बाद चीनी विज्ञापनों पर पोती थी कालिख, सुशांत सिंह की मौत के बाद बोले- करण जौहर और सलमान खान की फिल्मों को बिहार में नहीं होने देंगे रिलिज

राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव
राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव

पाॅलिटाॅक्स न्यूज़/बिहार चुनाव स्पेशल. 2014 में राजनीति के बड़े नाम शरद यादव को चुनाव हराकर चर्चा में आए राजेश रंजन उर्फ बाहुबली पप्पू यादव बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पूरी तरह राजनीतिक फार्म में नजर आ रहे हैं. जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ना सिर्फ बिहार की 100 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारने की योजना पर काम कर रहे हैं बल्कि बिहार में एनडीए और राजद के सामने किसी तीसरे मोर्चे की संभावनाओं को भी तलाश रहे हैं. हालांकि वह इसमें कितना सफल होते हैं, यह तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन एक बात तो है कि पप्पू यादव हमेशा कोई न कोई ऐसा कदम उठाते रहते हैं, जिससे वो खबरों में बने रहते हैं.

कौन हैं बाहुबली पप्पू यादव

बिहार के पूर्णिया जिले के खुरदा करवेली गांव में एक जमींदार परिवार में जन्में पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन सुपौल से कांग्रेस की सांसद रही हैं. पप्पू यादव 1991, 1996, 1999 और 2004 में बिहार के अलग-अलग संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव जीत कर सांसद रहे हैं. वह मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी, राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पाटी और लालू यादव के राष्ट्रीय जनता दल जैसे कई दलों से जुड़े रह चुके हैं. पप्पू यादव को साल 2015 में सर्वश्रेष्ठ सांसद का सम्मान मिल चुका है.

निर्दलीय विधायक बनकर किया राजनीतिक सफर शुरू

पप्पू यादव ने 1990 में निर्दलीय विधायक के रूप में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. इसके साथ ही उनका राजनीतिक सफर शुरू हो गया. लेकिन आपराधिक मामलों के कारण उनका सियासी सफर विवादों से भरा रहा. निर्दलीय चुनाव लड़कर विधायक बनने वाले पप्पू यादव ने कम समय में कोसी क्षेत्र के कई जिलों में अपना प्रभाव बढ़ा लिया. पप्पू यादव का मधेपुरा, पूर्णिया, सहरसा, सुपौल और कटिहार जिलों में काफी प्रभाव है. 1990 में पप्पू यादव ने सिंहेश्वरस्थान से निर्दलीय एमएलए बनकर पहली राजनीतिक सफलता पाई. इसके बाद 1991 में ही वह पूर्णिया से सांसद बने. इससे पहले 2015 में वो लालू यादव के साथ थे लेकिन लालू यादव से सियासी मतभेदों के चलते इसी साल पप्पू यादव ने बिहार में अपनी जन अधिकार पार्टी बना दी. 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में पप्पू यादव ने 40 सीटों पर अपने प्रत्याशी भी उतारे.

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जेल के अनुभव को किताब में उतारा

बाहुबली पप्पू यादव को कई मामलों में अदालत और जेल भी जाना पड़ा. पप्पू यादव ने पटना के बेउर जेल से लेकर दिल्ली की तिहाड़ जेल तक के अपने सफर के अनुभवों को एक किताब में लिखा है.‘जन अधिकार से बदलेगा बिहार’ नारे के साथ बिहार में शुरू किया सदस्यता अभियानबीते मंगलवार को पप्पू यादव ने बिहार में डिजिटल सदस्यता अभियान की शुरुआत की. पार्टी मोबाइल एप, फ़ेसबुक और फोन से मिस्ड कॉल के माध्यम लोगों को जोड़ेगी. सदस्यता अभियान की शुरुआत करते हुए पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा कि आने वाले दो महीनों में जो लोग पार्टी से जुडऩा चाहते हैं, वे पार्टी के मोबाइल एप, फेसबुक या अपने फोन से 1800212102030 नंबर पर मिस्ड कॉल देकर पार्टी की सदस्यता ले सकेंगे. पप्पू यादव ने कहा पार्टी का लक्ष्य 22 अगस्त तक 50 लाख कार्यकर्ताओं को जोडऩे का है. इस दौरान पप्पू यादव ने जन अधिकार से बदलेगा बिहार नारा भी दिया.

सुशांतसिंह आत्म हत्या मामले में किया बड़ा एलान

फिल्म अभिनेता सुशांतसिंह की आत्महत्या मामले में पप्पू यादव ने कहा कि वो आत्महत्या जैसा बड़ा कदम नहीं उठा सकते. यादव ने इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग भी की. घटना के बाद पप्पू यादव सुशांत के परिजनों से मिलने भी गए. पप्पू यादव ने सुशांत की मौत कोे हत्या बताते हुए करण जौहर और सलमान खान की फिल्मों को बिहार में रिलीज नहीं होने देने का एलान किया है.

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चिराग पासवान को मुख्यमंत्री बनाएं तो समर्थन को तैयार

यूं तो पप्पू यादव एनडीए और राजद के खिलाफ तीसरा मोर्चा बनाने की तैयारी में जुटें हैं लेकिन इस बीच उन्होंने चैंकाने वाली घोषणा कर दी. पूर्व सांसद ने कहा कि यदि एनडीए लोजपा के चिराग पासवान को मुख्यमंत्री के तौर पर घोषित करे तो उनकी पार्टी एनडीए को समर्थन दे देगी. उन्होंने कहा कि भाजपा को अब दलित या अत्यंत पिछड़ा वर्ग से किसी को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए.

2019 लोकसभा चुनाव के समय थे कांग्रेस में शामिल होने को तैयार

मधेपुरा से सांसद रहे पप्पू यादव ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल होने की पेशकश की थी. उन्होंने कहा था कि यदि कांग्रेस उन्हें अपना लोकसभा प्रत्याशी बनाए तो वो कांग्रेस में शामिल होने का तैयार हैं. उस समय पप्पू यादव ने कहा था कि देश और मानवता को बचाने के लिए समान विचारधारा वाले लोगों एवं दलों को एकजुट होना चाहिए.

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बीजेपी के गढ़ कुम्हरार सीट से लडेंगे चुनाव

विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही पप्पू यादव ने पटना में बीजेपी का गढ़ कही जाने वाली कुम्हरार सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा की है. इसके साथ ही वो अपनी परंपरागत सीट मधेपुरा से भी चुनाव लड़ेंगे.

तीसरा

मोर्चा बनाने के प्रयास में पप्पू यादव

पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी विधानसभा चुनाव में एनडीए व राजद से दूरी बनाकर रखेगी. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस, हम, रालोसपा, वामदल सहित अन्य दलों के साथ गठबंधन के विकल्प को खुला रखा है. विधानसभा चुनाव से पहले ‘30 वर्ष की क्या लाचारी, अधिकार मांगें हर बिहारी’ का नारा देने वाले पप्पू यादव ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर, कांग्रेस, रालोसपा, हम व वामदलों से तीसरा मोर्चा बनाने के लिए आगे आने की अपील की. इसके साथ ही लोजपा के चिराग पासवान को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है.

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सीएए के

विरोध में हथकड़ी पहनकर किया था प्रदर्शन

हमेशा चर्चा में बने रहने वाले बाहुबली नेता ने सीएए के विरोध में वामदलों के बंद के आहवान के दौरान पटना में अनूठा प्रदर्शन किया था. पप्पू यादव ने सीएए के विरोध में हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़िया डालकर नागरिकता संसोधन कानून को संविधान की आत्मा पर हमला बताते हुए इस कानून से आजादी मांगी थी. अभी हाल ही में गलवान घाटी में चीन और भारतीय सैनिकों की हिसंक झड़प में बिहार रेजीमेंट के 20 जवानों के शहीद होने के बाद पप्पू यादव ने चीनी कंपनियों के विज्ञापनों पर कालिख पोत कर चीन के प्रति अपना गुस्सा जताया था.

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