महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम पर क्या रही राजस्थान के नेताओं की राय

भाजपा नेताओं ने दी बधाई तो कांग्रेस के नेताओं ने की खिचाई, सीएम गहलोत ने गुड गवर्नेंस को कहा 'डाउटफुल' तो राजे ने कहा - समृद्धि के एक नए युग की शुरूआत

Rajasthan on Maharashtra
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पॉलिटॉक्स ब्यूरो. पिछले एक महीने से महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर चल रहे घमासान के बाद शनिवार सुबह बीजेपी आखिर कैसे जैसे सरकार बनाने में कामयाब हो ही गई. हालांकि उनकी ये खुशी ज्यादा समय तक स्थाई न रह सकी और शाम होते होते शरद पवार ने अपने चित परिचित अंदाज में पासा पटलने वाली स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया. अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है जहां इस नाटकीय राजनीति पर फैसल आना है. इससे एक रात पहले तक शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की सरकार बनने की उम्मीद थी और उद्दव ठाकरे मुख्यमंत्री बनने जा रहे थे. महाराष्ट्र में हुए इस सियासी उलटफेर पर राजस्थान (Rajasthan on Maharashtra) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सहित प्रदेश के अन्य नेताओं ने भी अपनी प्रक्रियाएं जाहिर की है. आइए जानते हैं…

शनिवार सुबह फडणवीस के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री ने टवीट करते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने टवीट में लिखा, ‘महाराष्ट्र में जो हुआ वह छिपकर करने की क्या आवश्यकता थी. इस प्रकार अचानक राष्ट्रपति शासन का हटना और इस प्रकार शपथ दिलाना कौन सी नैतिकता है? ये लोग देश में लोकतंत्र को किस दिशा में ले जा रहे हैं? समय आने पर देशवासी इसका जवाब देंगे और बीजेपी को सबक सिखाएंगे’. (Rajasthan on Maharashtra) आगे उन्होंने लिखा, ‘इस माहौल में फडणवीस जी मुख्यमंत्री के रूप में कामयाब हो पाएंगे, यह डाउटफुल है. सीएम और डिप्टी सीएम दोनों ने गिल्टी कॉन्शियस होकर शपथ ली है. ऐसे में वे गुड गवर्नेंस दे पाएंगे इसमें संदेह है. इसका नुकसान महाराष्ट्र की जनता को होगा.’

इसके थोडी देर बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक और टवीट पोस्ट करते हुए लिखा, ‘महाराष्ट्र से जो जानकारी आ रही है, वह चौकाने वाली है. (Rajasthan on Maharashtra) राज्यपाल ने भाजपा के साथ मिलकर काम किया. एनसीपी विधायकों के हस्ताक्षरों को सत्यापित किए बिना देवेंद्र फडणवीस को पद की शपथ दिलाई. राज्यपाल को नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए. उन्हे पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है’.

सोशल मीडिया पर अपनी राय रखने के बाद सीएम गहलोत ने खादी ग्रामोदयोग विभाग के एक कार्यक्रम में मीडिया से मुखातिब होते हुए महाराष्ट्र में हुए घटनाक्रम को देश के इतिहास में याद रखे जाने योग्य बताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने रात के अंधेरे में जो खेल खेला है उसकी जितनीं निंदा कि जाए उतनी कम है. पता नहीं कब राज्यपाल ने कैबिनेट को मैसेज किया, कब कैबिनेट की मीटिंग हुई, कब राष्ट्रपति महोदय को मैसेज गया. सुबह 5:45 पर फैसला हुआ और सुबह 8:00 बजे शपथ दिलाई गई, इसकी जरूरत क्या थी?

सीएम गहलोत ने (Rajasthan on Maharashtra) महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर भी निशाना साधते हुए कहा, ‘ राज्यपाल की सरकार बनाने में अहम भूमिका होती है. जो व्यक्ति राज्यपाल पद की शपथ लेता है वह किसी पार्टी और पॉलिटिक्स में नहीं होता. राज्यपाल राजनीतिक पार्टी छोड़ करके निष्पक्ष होने की शपथ लेता है. संविधान की शपथ लेकर राज्यपाल कुर्सी पर बैठते हैं. महाराष्ट्र में राज्यपाल ने बीजेपी नेताओं से षड्यंत्र करके अमित शाह व मोदी जी से सलाह करके, जिस रूप से शपथ दिलाई है वह निंदनीय है और नैतिक रूप से राज्यपाल को अपनी कुर्सी पर रहने का कोई अधिकार नहीं है’.

वहीं राजस्थान सरकार में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, ‘महाराष्ट्र में जो हुआ लोकतंत्र और देशहित में नहीं है. बीजेपी सरकार की ताकत पर कुछ भी कर सकती है. वहीं राज्यपाल पर निशाना साधते हुए खाचरियावास ने कहा कि राज्यपाल ने केंद्र सरकार के दबाव में काम कर बीजेपी सरकार बनाई है’.

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गहलोत सरकार में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि बीजेपी देश में लोकतंत्र को खत्म कर रही है. महाराष्ट्र फडणवीस सरकार नापाक सरकार और बिना बहुमत वाली सरकार है. बीजेपी को चोरी छुपे सरकार बनाने की आदत हो गई.

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने टवीट कर दूसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर देवेंद्र फडनवीस और उपमुख्यमंत्री पद पर अजित पवार के शपथ लेने पर बधाई देते हुए कहा कि मैं सकारात्मक हूं कि आपके संयुक्त नेतृत्व में राज्य समृद्धि के एक नए युग की शुरूआत करेगा.

इसी बीच भाजपा जयपुर शहर अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता ने इस पूरे घटनाक्रम पर अपनी राय रखते हुए कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार का बनना लोकतंत्र की मजबूती साबित करता है. महाराष्ट्र की जनता ने बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें देकर आशीर्वाद दिया था. उसी का परिणाम है कि आज स्थायी सरकार के रूप में मुख्यमंत्री पद की शपथ देवेन्द्र फडणवीस ने ली है. भारतीय जनता पार्टी स्थायी रूप से महाराष्ट्र की जनता को विकास के विजन के साथ परिणाम देगी. यह सरकार प्रजातांत्रिक तरीके से चुनी गई है.

केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने टवीट पोस्ट करते हुए देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को बधाई देते हुए कहा कि राज्य आपकी कड़ी मेहनत और मेहनती नेतृत्व में समृद्ध होगा.

केंद्रीय राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल ने देवेंद्र फडनवीस और अजित पवार को बधाई देते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि आपके सुदृढ नेतृत्व में महाराष्ट्र विकास, जनकल्याण और प्रगति के नये मापदंड स्थापित करेगा.

केंद्रीय राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने देवेंद्र फडनवीस और अजित पवार को बधाई देते हुए कहा कि यह महाराष्ट्र की जनता द्वारा दिए गए जनादेश का सम्मान है, जिसने भारतीय जनता पार्टी को प्रदेश के विकास के लिए चुना था.

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने टवीट कर देवेन्द्र फडनवीस व अजित पवार को बधाई देते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह जी के मार्गदर्शन में महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए कार्य करेंगे.

राज्यसभा सांसद किरोडी लाल मीणा ने कहा कि महाराष्ट्र में मोदीजी ने नामुमकिन को मुमकिन बनाया है और एक बार फिर से महाराष्ट्र में बीजेपी ने सरकार बनाई है. (Rajasthan on Maharashtra)

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