बीजेपी और महाराष्ट्र के राज्यपाल से सुरजेवाला ने पूछे ये 10 सवाल जो देश की आम जनता के मन में भी हैं शायद

महाराष्ट्र में रात के अंधेरे में चोरों की तरह पहले राज्यपाल को सरकार का दावा पेश करना, उसी रात राज्यपाल का केंद्र सरकार को राष्ट्रपति शासन हटाने की अनुशंसा और राष्ट्रपति द्वारा उस अनुशंसा को स्वीकृति देना संविधान के रक्षक का काम तो नहीं कहा जा सकता.

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. महाराष्ट्र (Maharashtra) में शुक्रवार रात से लेकर शनिवार सुबह तक जो कुछ भी सियासी गलियारों में घटा, वो किसी भी तरह से संवैधानिक तो नहीं कहा जा सकता. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, देश के गृहमंत्री अमित शाह और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से पूछे ये 10 सवाल जो शायद आज सभी के मन में भरे हुए हैं…

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आइए जानते हैं जनता के ये 10 सवाल

1. महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी द्वारा सरकार बनाने का दावा कब और किसने पेश किया?
2. सरकार बनाने के दावे पर बीजेपी और एनसीपी के कितने विधायकों को हस्ताक्षर थे?
3. महाराष्ट्र के राज्यपाल ने उन हस्ताक्षरों को रात में केवल एक घंटे में कैसे वैरिफाय किया?
4. राज्यपाल ने केंद्र सरकार को राष्ट्रपति शासन हटाने की अनुशंसा कितने बजे की?
5. केंद्रीय मंत्रीमंडल की बैठक कल रात कितने बजे हुई और उसमें कौन कौन मंत्री उपस्थित थे? केंद्रीय मंत्री मंडल ने कितने बजे माननीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को महाराष्ट्र से राष्ट्रपति शासन हटाने की अनुशंसा की?
6. केंद्रीय मंत्रीमंडल की राष्ट्रपति शासन हटाने की शिफारिश राष्ट्रपति को कितने बजे भेजी गई?
7. राष्ट्रपति महोदय ने केंद्रीय मंत्रीमंडल की महाराष्ट्र से राष्ट्रपति शासन हटाने की अनुशंसा को कितने बजे स्वीकार किया?
8. राज्यपाल ने शपथ के लिए देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को किस पत्र द्वारा कितने बजे आमंत्रित किया?
9. शपथ कितने बजे हुई? एक प्राइवेट न्यूज एजेंसी को छोड़ दूरदर्शन सहित किसी भी मीडिया संस्थान या किसी राजनीतिक दल या महाराष्ट्र के प्रशासनिक अधिकारियों या प्रदेश के प्रबुद्धजन या फिर महाराष्ट्र के मुख्य न्यायाधीश को इस शपथ ग्रहण समारोह में क्यों आमंत्रित नहीं किया गया, जोकि रवायत है?
10. शपथ दिलाने के बावजद भी राज्यपाल ने अब तक ये क्यों नहीं बताया कि फडणवीस सरकार को बहुमत कब तक साबित करना है?

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सवाल ये है कि लोकतंत्र का ये चीरहरण कब तक जारी रहेगा?

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