सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या फैसले से कराए दृढ इच्छा शक्ति के दर्शन: प्रधानमंत्री मोदी

पीएम मोदी ने किया देश को संबोधित, कहा - दुनिया ने भी आज जान लिया कि कितना जीवंत और मजबूत है भारत का लोकतंत्र, न्याय प्रणाली पर अटूट विश्वास रखने की अपील

Modi Speech on Ayodhya
Modi Speech on Ayodhya

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवादित जमीन पर सालों पुराने केस का फैसला सुनाते हुए इतिहास रचने का काम किया. उसके बाद सैंकड़ों वर्षों का एक दीर्घकालीन इ​तिहास है. पूरे देश की ये इच्छा थी कि इस मामले की अदालत में हर रोज सुनवाई हो, जो हुई और आज निर्णय आ चुका है. दशकों तक चली न्याय प्रक्रिया और उस पूरी प्रक्रिया का अब समापन हुआ है. साथियों…(Modi Speech on Ayodhya) पूरी दुनिया ये तो मानती है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रित देश है. आज दुनिया ने ये भी जान लिया है कि भारत का लोकतंत्र कितना जीवंत और मजबूत है. फैसला आने के बाद जिस प्रकार हर वर्ग ने, हर समुदाय ने, हर पंथ के लोगों ने, पूरे देश ने खुले दिल से इसे स्वीकार किया है, ये भारत की पुरातन संस्कृति, परंपरा और सदभाव की भावना को प्रतिबिंबित करता है.

भारत जिसके लिए जाना जाता है और हम इस बात का गर्व से उल्लेख भी करते हैं: विविधता में एकता. आज ये मंत्र अपनी पूर्णता के साथ खिला हुआ नजर आता है. गर्व होता है कि हजारों सालों बाद भी किसी को विविधता में एकता, भारत के इस प्राण तत्व को समझना होगा तो वो आज की एतिहासिक घटना का जरूर उल्लेख करेगा. ये घटना इतिहास के पन्नों से उठाई हुई नहीं है, सवा सौ करोड़ देशवासी खुद आज एक नया इतिहास रच रहे हैं. इतिहास में एक नया स्वर्णिम पृष्ठ जोड़ रहे हैं.

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भारत की न्यायापालिका के इतिहास में आज का दिन एक स्वर्णिम अध्याय की तरह है. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सब को सुना, बहुत धैर्य से सुना और पूरे देश के लिए खुशी की बात है कि फैसला सर्व सम्मति से आया. एक नागरिक होने के नाते हम सब जानते हैं कि परिवार में छोटा सा मसला सुलझाना हो तो कितनी दिक्कत होती है. ये कार्य सरल नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले के पीछे एक दृढ इच्छा शक्ति के दर्शन कराए हैं. इसलिए देश के न्यायाधीश, न्यायालय और हमारी न्यायिक प्रणाली आज विशेष रूप से अभिनंदन के अधिकारी हैं. (Modi Speech on Ayodhya)

आज 9 नवंबर है. ये ही वो तारीख है जब बर्लिन की दीवार गिरी थी. दो विपरित धाराओं ने एकजुट होकर नया संकल्प लिया था. आज ही के दिन करतारपुरा कोरिडोर की शुरूआत हुई है. इसमें भारत का भी योगदान रहा है और पाकिस्तान का भी. आज अयोध्या पर फैसले के साथ ही 9 नवंबर की ये तारीख हमें साथ रहकर हमें आगे बढ़ने की सीख भी दे रही है. आज के दिन का संदेश जोड़ने का है, जुड़ने का है, मिलकर जीने का है. इन सारी बातों को लेकर कहीं भी कभी भी किसी के मन में कोई कटूता रही हो, आज उसे तिलांजलि देने का भी दिन है. नए भारत में भय, कटूता व नकारात्मकता का कोई स्थान नहीं है.

सर्वोच्य न्यायालय के आज के फैसले को ये संदेश भी दिया है कि कठिन से कठिन मसले का हल कानून के दायरे में ही आता है. हमें इस फैसले से सीख लेनी चाहिए कि भले ही कुछ समय लगे लेकिन धैर्य बनाकर रखना जरूरी है. भारत का संविधान, न्याय प्रणाली, महान परंपरा, उस पर हमारा विश्वास अडिग रहे, ये महत्वपूर्ण है.

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सर्वोच्य अदालत का ये फैसला हमारे लिए एक नया सवेरा लेकर आया है. इस विवाद का भले ही कई पीढ़ियों पर असर पडा हो लेकिन इस फैसले के बाद ये संकल्प करना होगा कि अब नयी पीढ़ी नए सिरे से ‘न्यू इंडिया’ के निर्माण में जुटेगी. आइए एक नई शुरूआत करते हैं. अब एक नये भारत का निर्माण करते हैं. हमें अपना विश्वास और विकास इस बात से तय करना है कि मेरे साथ चलने वाला कहीं पीछे तो नहीं ​छूट रहा. हमें सबको साथ लेकर सबका विश्वास हासिल करते हुए, सबका विकास करते हुए आगे ही आगे बढ़ते जाना है. (Modi Speech on Ayodhya)

राम मंदिर के निर्माण का फैसला सुप्रीम ने दे दिया है. अब देश के हर नागरिक पर राष्ट्र निर्माण की जवाबदारी बढ़ गयी है. हम सभी के लिए देश की न्यायिक प्रणाली का पालन करना और नियम का सम्मान करना भी पहले से बढ़ गया है. अब समाज के नाते हर भारतीय को अपने कर्तव्य, अपने दायित्व को प्राथमिकता देते हुए हमारे उज्जवल भविष्य के लिए अनिवार्य है. हमारे बीच का व्यवहार, हमारी एकता, हमारी शांति, हमारी सदभाव व हमारा स्नेह देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है. हमें भविष्य की ओर देखना है. भविष्य के भारत के लिए काम करते रहना है. देश के सामने चुनौतियां और भी हैं, लक्ष्य और भी हैं, मंजिले और भी हैं, हर भारतीय साथ मिलकर, साथ चलकर ही इन लक्ष्यों को प्राप्त करेगा, मंजिलों तक पहुंचेगा.

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​मैं फिर एक बार 9 नवंबर, इस महत्वपूर्ण दिन को याद करते हुए, आगे बढ़ने का संकल्प लेते हुए आप सब को आने वाले त्योहारों की, कल ईद का बड़ा त्योहार है, उसके लिए भी शुभकामनाएं देता हूं. (Modi Speech on Ayodhya)

बहुत बहुत धन्यवाद…

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