प्रदेश में एस्मा लागू करने सहित पिछले 24 घण्टे में शिवराज सिंह ने लिए कई बड़े फैसले, कांग्रेस हुई हमलावर

लॉकडाउन और अर्थव्यवस्था से ज्यादा जरूरी जनता की जिंदगी, जमातियों को शिवराज सिंह की धमकी- छुपे हुए बाहर आ जाएं नहीं तो... कमिश्नर, कलेक्टर और तहसीलदार लगा सकेंगे लाल बत्ती, भोपाल सीएमएचओ का किया ट्रांसफर, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हुए संक्रमित तो जीतू पटवारी ने दी शिवराज को दी खुद को क्वारंटाईन करने की सलाह

पॉलिटॉक्स न्यूज/एमपी. मध्यप्रदेश में छिपे तबलीगी जमातियों और विदेशियों पर शिवराज सरकार काफी सख्त मूड में दिख रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी चेतावनी देते हुए कहा है कि प्रदेश से निज़ामुद्दीन मरकज़ में से लौटे सभी नागरिक और विदेश से आ कर मस्जिदों में छुपे हुए जमाती अगले 24 घंटे में खुद ही प्रशासन को इसकी जानकारी दे दें. इसके बाद अगर कोई कहीं छुपा हुआ पाया गया तो आपराधिक प्रकरण दर्ज कर उचित क़ानूनी कार्यवाही की जाएगी. इसके साथ ही सीएम शिवराज सिंह ने प्रदेशभर में तुरंत प्रभाव से एस्मा लागू कर दिया है. वहीं लॉकडाउन रहने तक कमिश्नर, कलेक्टर और तहसीलदारों को अपनी गाड़ियों पर लाल बत्ती लगाने की अनुमति भी शिवराज सरकार ने दे दी है. उधर, प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारियों को संक्रमण होने के चलते पिछली सरकार में मंत्री और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री को खुद को भी क्वारंटाईन करने की सलाह दी है, तो प्रदेश में एस्मा लागू करने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधा है.

सबसे पहले बात करें शिवराज सिंह की चेतावनी की, तो सीएम शिवराज ने छिपे हुए जमातियों पर सख्त रवैया अपनाते हुए निर्देश दिया कि निज़ामुद्दीन मरकज़ में गये हुए सभी नागरिकों और विदेश से आ कर मस्जिदों में छुपे हुए व्यक्तिओं की पहचान कर सब को प्रशासन ने क्वॉरंटीन कर दिया है. इस के बाद भी अगर कोई कहीं छुपा हुआ है तो मेरा उनसे आग्रह है कि अगले 24 घंटे के अन्दर वे स्वयं प्रशासन को इसकी जानकारी दें. इस के बाद भी अगर कोई कहीं छुपा हुआ है तो अगले 24 घंटे में खुद ही प्रशासन को इसकी जानकारी दे दे नहीं तो आपराधिक प्रकरण दर्ज कर उचित क़ानूनी कार्यवाही की जाएगी.

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वहीं बुधवार दोपहर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो चौकाने वाले फैसले लिए. पहला– पूरे प्रदेश में तत्काल प्रभाव से एस्मा (अत्यावश्यक सेवा अनुरक्षण कानून) लागू कर दिया. गृह मंत्रालय ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए देशभर में लॉकडाउन के बीच आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एस्मा लागू करने को कहा है.

एस्‍मा हड़ताल को रोकने के लिये लगाया जाता है. एस्‍मा लागू करने से पहले इससे प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को किसी समाचार पत्र या अन्‍य दूसरे माध्‍यम से सूचित किया जाता है. एस्‍मा अधिकतम 6 महीने के लिये लगाया जा सकता है. इसके लागू होने के बाद अगर कोई कर्मचारी हड़ताल पर जाता है तो उस पर कार्रवाई की जा सकती है.

दूसरा– भोपाल सीएमएचओ डॉ. सुधीर डेहरिया को हटा उनकी जगह सीहोर के सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी को जिम्मेदारी सौंपी है. डॉ. डेहरिया को सीहोर भेजा गया है.

इससे पहले मंगलवार को शिवराज सरकार ने एक और बड़ा फैसला लेते हुए लॉकडाउन तक कमिश्नर, कलेक्टर और तहसीलदारों को अपनी गाड़ियों पर लाल बत्ती लगाने की अनुमति दी है. प्रदेश में कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए इन अधिकारियों को अपनी गाड़ी पर बीकन लाइट लगाने की अनुमति मिली है.

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रदेश में ESMA लागू करने के फैसले पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने निशाना साधा है. पूर्व सीएम ने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में प्रदेश में सभी शासकीय डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ़, अधिकारी-कर्मचारी बेहद ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का पालन कर प्रदेश की जनता के हित में रात-दिन कार्य कर रहे हैं. संकट की इस घड़ी में सब एक हैं. ऐसे में प्रदेश में एस्‍मा लागू का निर्णय, क़ानून का भय और समझ से परे है.

लॉकडाउन और अर्थव्यवस्था से जनता की जिंदगी ज्यादा महत्वपूर्ण: मुख्यमंत्री

एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लॉकडाउन और अर्थव्यवस्था पर एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि लॉक डाउन को आगे बढ़ाना पड़ा तो बढाएंगे. हमारे लिए जनता की जिंदगी ज्यादा महत्वपूर्ण है इसलिए लॉक डाउन और सह लेंगे, अर्थव्यवस्था बाद में भी खड़ी कर लेंगे लेकिन लोगों की जिंदगी चली गई तो वापस कैसे ले आयेंगे? इसलिए अगर जरूरत पड़ी तो लॉकडाउन को आगे भी बढ़ायेंगे और परिस्थितियां देखकर फैसला करेंगे. चूंकि पीएम मोदी द्वारा 24 मार्च की मध्यरात्रि से देशभर में लगाए गए लॉकडाउन को समाप्त होने में केवल 6 दिन शेष रह गए हैं, ऐसे में उनका ये बयान काफी अहमियत रखता है.

इधर एमपी में स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव व अन्य अफ़सरों के बाद अब स्वास्थ्य संचालनालय के करीब 24 अन्य अधिकारी और स्टाफ भी कोरोना संक्रमित हो गये. सीएम का इन लोगों से सीधा संपर्क है. इस पर चुटकी लेते हुए मध्यप्रदेश कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज को खुद को क्वारंटाईन करने की सलाह दे दी. पटवारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का संक्रमित होना चिंता की बात है. स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव व अन्य अफ़सरों के बाद अब स्वास्थ्य संचालनालय के लगभग 24 अन्य भी संक्रमित हो गये हैं. शिवराज जी इन संक्रमितों के सीधे संपर्क में रहे हैं इसलिए उन्हें तत्काल क्वारंटाईन होना चाहिए.

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वहीं सीएम चौहान ने भोपाल व इंदौर में लगातार बढ़ते कोरोना पीड़ितों की वजह खुले तौर से तब्लीगी जमातियों को बताया है. उन्होंने कहा कि जमाती गुपचुप तरीके से प्रदेश में और कई शहरों की मस्जिदों में जाकर रुक गए. उनकी तलाशी में ही पुलिस और स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य लोगों में संक्रमण तेजी से बढ़ गया लेकिन धीरे-धीरे स्थित नियंत्रित हो रही है.

बता दें, प्रदेश में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 321 के करीब हो गई है. इंदौर में सबसे अधिक 151 और भोपाल में 85 मरीज मिले हैं. प्रदेश में अब तक 23 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है.

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इंदौर में पुलिसकर्मियों पर एक बार फिर भीड़ ने हमला कर दिया. शहर के चंदन नगर इलाके में बुधवार को पुलिसकर्मियों ने वहां झुंड बनाकर खड़े लोगों को सोशल डिस्टेंन्सिंग का पाठ समझाते हुए अंदर जाने को कहा तो भीड़ ने पुलिस की टीम पर पत्थर कर दिया. पुलिस वालों ने जैसे-तैसे अपनी जान बचाई. इस हमले का वीडियो वायरल होने के बाद आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों पर रासुका के तहत कार्रवाई करने की तैयारी है. बता दें इंदौर में कोरोना वॉरियर्स पर ये तीसरा हमला है. इससे पहले टाटपट्टी बाखल इलाके में स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमला हुआ था. वहीं रानीपुरा में जांच के लिए पहुंची चिकित्सा विभाग की टीम पर लोगों ने हमला किया और उनपर थूंका था.

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इसी प्रकार सोमवार देर रात भोपाल के तलैया इलाके स्थित इस्लामनगर में भीड़ हटाने पहुंची पुलिस पर बाहर घूम रहे दर्जनभर हिस्ट्रीशीटर बदमाशों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया. पुलिस ने इन लोगों को बाहर घूमने से रोका था. इस पर बदमाशों ने दो पुलिसकर्मियों पर चाकू चला दिया. एक पुलिसकर्मी के हाथ में तो दूसरे के कंधे में चोट लगी है. वारदात के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए. घायलों को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

इसी संबंध में बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की अपील की है. सिंधिया ने कहा कि भोपाल में कोरोना महामारी से आमजन को बचाने का अपना फर्ज निभा रही पुलिस टीम पर हमले की घटना अत्यंत निंदनीय है. हमला करने वाले समाज और मानवता के ऐसे दुश्मन इंसान नहीं हैवान हैं. मेरा अनुरोध है कि प्रदेशभर में जहां भी ऐसे अपराधी हैं, उन्हें शीघ्र गिरफ्त में लेकर कठोरतम सजा दी जाए.

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