यूपी के दंगल में अकेले ताल ठोकेगी शिवसेना, टिकैत से मुलाकात कर राउत ने मांगा किसानों का आशीर्वाद

यूपी चुनाव की तारीखों के एलान के बाद शिवसेना का बड़ा एलान, आगामी चुनाव में शिवसेना की 50 से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी, महाराष्ट्र के सहयोगियों के खिलाफ उतारेगी प्रत्याशी, महाअघाड़ी गठबंधन के सहयोगी कांग्रेस और NCP अलग भर रहे हैं हुंकार, NCP ने किया है सपा से गठबंधन

यूपी के दंगल में अकेले ताल ठोकेगी शिवसेना
यूपी के दंगल में अकेले ताल ठोकेगी शिवसेना

Politalks.News/UttarPradesh. उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव (UttarPradesh Assembly Election) की रणभेरी बज चुकी है. यूपी में 7 चरणों में मतदान होना है और इसके लिए 10 फरवरी से पहले चरण के लिए मतदान किया जाएगा. 10 मार्च को चुनावी नतीजें आने हैं, लेकिन इससे पहले यूपी चुनाव में किस्मत आजमाने के लिए कई राजनीतिक दल तैयारियों में जुटे हैं. महाराष्ट्र (Maharashtra) की प्रमुख पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) यूपी में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के साथ चुनावी रण में उतरने को तैयार है तो वहीं अब शिवसेना (Shivsena) भी यूपी के चुनावी रण में उतरने वाली है लेकिन सपा के साथ नहीं. शिवसेना, उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी. शिवसेना से राज्यसभा सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि, ‘हम चाहते हैं कि यूपी में परिवर्तन हो और परिवर्तन हो भी रहा है.’ इसके साथ ही राउत ने की किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) से मुलाकात और सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की जमकर तारीफ़ की.

5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के एलान के साथ ही देश के सभी राजनीतिक दल एक नई रणनीति के तहत चुनावी मैदान की तैयारी में जुट गए हैं. उत्तप्रदेश विधानसभा चुनाव में NCP के हुंकार भरने के बाद अब शिवसेना भी मैदान में उतर चुकी है. हालांकि शिवसेना ने यह साफ़ कर दिया है कि उनकी पार्टी यूपी में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी. गुरूवार को शिवसेना के राज्यसभा सांसद और पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने गुरूवार को मीडिया से बात करते हुए इस बात का एलान किया. इस दौरान संजय राउत ने कहा कि, ‘आगामी चुनाव में हमारी पार्टी 50 से 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने जा रही है, लेकिन हमारी पार्टी किसी भी अन्य दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी.’

यह भी पढ़े: उत्तरप्रदेश में मंत्रियों के इस्तीफे की हैट्रिक, सुभासपा अध्यक्ष राजभर बोले- ‘यह तो सिर्फ टीज़र है…’

शिवसेना सांसद संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘हम किसी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे लेकिन हम चाहते हैं कि उत्तरप्रदेश में परिवर्तन हो और यहां परिवर्तन हो भी रहा है.’ आपको बता दें कि राज्यसभा सांसद संजय राउत आज पश्चिमी उत्तरप्रदेश के दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने किसान नेता राकेश टिकैत से भी मुलाकात की. किसान नेता से मुलाकात के लिए राउत ने कहा कि, ‘अगर हमें UP में लड़ना हैं तो हमें किसानों का आशीर्वाद चाहिए.’

संजय राउत ने किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात करते हुए ट्वीट किया कि, ‘आज मुजफ्फरनगर में किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात कर उत्तर प्रदेश के किसानों की गंभीर समस्याओं व मुद्दों और देश की राजनीति पर चर्चा हुई. खासकर, वेस्टर्न यूपी के ज्वलंत मुद्दों पर मंथन हुआ. शिवसेना किसानों को उनका न्याय दिलाने के लिए समर्पित है.’ मीडिया से बात करते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ़ की. संजय राउत ने कहा कि, ‘यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इतने ताकतवर नेता हैं कि वह तो कहीं से भी चुनाव लड़ेंगे, जीतेंगे ही. योगी आदित्यनाथ बड़े नेता हैं और हम उनका आदर करते हैं.’

यह भी पढ़े: यूपी भाजपा में मची भगदड़ और मौर्या के भारी बयान के बीच सियासी चर्चा- तरकश में बाकी अभी कई तीर

आपको बता दें कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार में शिवसेना, कांग्रेस और NCP की गठबंधन की सरकार है. साथ ही तीनों पार्टियों के दिग्गज समय समय पर यह भी दावा करते आए हैं कि महाराष्ट्र में तीनों दल एक साथ पुरे 5 साल तक सरकार चलाएंगे. लेकिन उत्तरप्रदेश जैसे अहम राज्य में तीनों ही दल अलग अलग चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस और शिवसेना जहां किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं कर रही तो वहीं NCP समाजवादी पार्टी के साथ मैदान में उतरने वाली है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि तीनों दल महाराष्ट्र में साथ हैं और यूपी में एक दूसरे के वोट काटेंगे तो क्या ये दल कभी आगे एक साथ चुनाव नहीं लड़ेंगे यह सबसे बड़ा सवाल है.

Leave a Reply