Poitalks.News/Karnataka/HijabPolitics. कर्नाटक के शिमोगा में हुए हिजाब विवाद (
Karnataka Hijab controversy) को लेकर जबरदस्त सियासी घमासान जारी जारी है. दिनभर कॉलेजों में दोनों ही पक्षों के स्टूडेंट इसको लेकर प्रदर्शन करते रहे. हिजाब विवाद से जुड़ा ही आज एक और वीडियो आया है जिसकी चर्चा सोशल मीडिया पर हो रही है. सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में एक लड़की हिजाब पहने हुए है और रास्ते से जा रही है. वहां पर कुछ खड़े युवक उसको देखते ही जय श्री राम का नारा लगाते हैं, जिसके बाद लड़की भी बदले में तेजी से अल्लाह हू अकबर के नारे लगाती है, यह पूरा मामला सोशल मीडिया पर वायरल है और लोग इसको लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं. मामले को लेकर हाईकोर्ट ने कहा है कि, संविधान के अनुरूप सुनवाई होगी‘. हंगामा बढ़ते देख राज्य सरकार ने अगले तीन दिन के लिए स्कूल-कॉलेज बंद (High schools, colleges closed for three days) करने का निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (CM Basavaraj Bommai) ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी. सोशल मीडिया पर इस विवाद को लेकर लोग आमने-सामने है. वहीं माना जा रहा है कि पांच राज्यों को चुनाव को देखते हुए यह विवाद अन्य राज्यों में भी देखने को मिल सकता है.
क्या है पूरा विवाद?
कर्नाटक में हिजाब का विवाद दिसंबर 2021 में एक कॉलेज से शुरू हुआ था, जब एक कॉलेज में क्लास के भीतर एक छात्रा को हिजाब पहनने के लिए मना कर दिया था. इस पर 8 मुस्लिम छात्राओं ने विरोध किया और कहा कि, ‘कॉलेज उन्हें हिजाब पहनने से नहीं रोक सकता क्योंकि ये उनकी धार्मिक स्वतंत्रता है.’ इसके बाद हिजाब के विरोध में कुछ बच्चों ने भगवा गमछे या शॉल पहनने शुरू कर दिए, जिससे विवाद और बढ़ गया. इसके बाद यह विवाद कई अन्य कॉलेजों में शुरू हो गया. हाल ही में कुछ कॉलेज ने छुट्टी करके इसका हल निकाला तो एक कॉलेज में हिजाब पहनी लड़कियों को अलग बैठा दिया गया. वहीं, इस मामले को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन भी जारी है.
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इसके बाद इन लड़कियों ने कर्नाटक हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी. लड़कियों का तर्क है कि हिजाब पहनने की इजाजत न देना संविधान के अनुच्छेद 14 और 25 के तहत उनके मौलिक अधिकार का हनन है. दरअसल लड़कियों के हिजाब पहनने के जवाब में कुछ हिंदू संगठनों ने लड़कों को कॉलेज कैंपस में भगवा शॉल पहनने को कहा था. वहीं, हुबली में श्रीराम सेना ने कहा था कि जो लोग बुर्का या हिजाब की मांग कर रहे हैं, वे पाकिस्तान जा सकते हैं. ये सवाल भी उठाया गया था कि हिजाब पहनकर क्या भारत को पाकिस्तान या अफगानिस्तान बनाने की कोशिश की जा रही है? कथित हिंदूवादी संगठन इसे ड्रेस कोड के अनुरूप नहीं मान रहे हैं.
कर्नाटक हाईकोर्ट ने कहा- जो संविधान कहेगा वो करेंगे
वहीं दूसरी ओर कर्नाटक हाईकोर्ट में मंगलवार को हिजाब मामले में मुस्लिम छात्राओं की 4 याचिकाओं पर सुनवाई हुई. जस्टिस कृष्णा दीक्षित ने कहा कि, ‘हम कारणों और कानून के मुताबिक चलेंगे. किसी के जुनून या भावनाओं से नहीं, जो संविधान कहेगा, हम वही करेंगे. संविधान ही हमारे लिए भगवद्-गीता है. कोर्ट बुधवार को एक बार फिर ढाई बजे मामले पर सुनवाई करेगी. कोर्ट ने कहा, ‘एक मामले में जो भी फैसला होगा, वह सभी याचिकाओं पर लागू होगा’.
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कोर्ट ने मंगवाई कुरान की प्रति
कर्नाटक हाईकोर्ट की बेंच ने मामले की सुनवाई की शुरुआत में पहले ही पॉइंट की पुष्टि के लिए पवित्र कुरान की एक प्रति मांगी. जस्टिस दीक्षित ने पूछा कि, ‘यह कुरान की प्रामाणिक प्रति है, इस पर तो कोई विवाद नहीं. कुरान की कॉपी बैंगलोर के शांतिप्रकाश पब्लिशर्स ने प्रकाशित की है. एडवोकेट जनरल ने कहा कि, ‘कुरान के कई अनुवाद हैं’.
कॉलेज में पत्थरबाजी, तिरंगे की जगह भगवा झंडा फहराया- वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
इधर सोशल मीडिया पर हिजाब विवाद अब भगवा और तिरंगे के बीच जंग का रूप ले चुकी है. एक वीडियो सामने आया है जिसमें कथित तौर पर कुछ युवक कॉलेज में लगे तिरंगे झंडे को हटाकर भगवा झंडा लगाते हुए दिख रहे हैं. यह घटना शिमोगा की बताई जा रही है. यहां सुबह ही मुस्लिम युवकों ने प्रदर्शन के दौरान कॉलेज में पत्थरबाजी की थी. इस घटना की वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है. हालांकि पॉलिटॉक्स इन वीडियो की पुष्टि नहीं करता. जिला प्रशासन ने यहां धारा 144 लागू कर दिया है. साथ ही कॉलेज प्रशासन को अपने हिसाब से छुट्टी का फैसला लेने का निर्देश दिया है. इधर, कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने ऐसी घटनाओं से प्रभावित शैक्षिक संस्थाओं को एक हफ्ते के लिए बंद करने का सुझाव दिया है.
CM बोम्मई बोले- हाईकोर्ट का फैसला आने तक नियम मानें
वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने स्कूली छात्राओं से कहा है कि, ‘जब तक हाईकोर्ट इस मामले में फैसला नहीं सुना देता, तब तक वे यूनिफॉर्म को लेकर राज्य सरकार के नियमों का पालन करें’. बोम्मई ने कहा कि, ‘स्कूल-कॉलेजों में यूनिफॉर्म को लेकर नियम बनाए गए हैं, ताकि सभी छात्र एक जैसे दिखें. इन नियमों का संविधान में भी जिक्र है और इनका पालन करना जरूरी है. नियम कर्नाटक एजुकेशन एक्ट में भी लिखे गए हैं. इस बारे में एक नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है.
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कांग्रेस ने कहा- हिजाब पर राजनीति कर रही है भाजपा
वहीं इस पूरे मामले पर कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि, ‘राज्य में अब तक हिजाब और भगवा को लेकर कोई विवाद नहीं था. भाजपा सरकार जानबूझकर इस मुद्दे को हवा दे रही है. भाजपा का मकसद इस पर राजनीति करना है’. राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट कर इसे भाजपा का एजेंडा कहा था. राहुल ने इसे निजी आजादी के लिए खतरा भी बताया था.
हिजाब पर लगातार विवाद जारी है. ऐसे में सवाल ये है कि आखिर मुस्लिम लड़कियों में हिजाब क्यों जरूरी है और हिजाब क्या होता है? साथ ही आपको बता दें कि हिजाब, किस तरह से नकाब, बुर्का, दुपट्टे से अलग होता है. ऐसे में आज जानते हैं हिजाब से जुड़ी खास बातें…
क्या होता है हिजाब?
हिजाब नकाब से काफी अलग होता है. हिजाब का मतलब पर्दे से है. बताया जाता है कि कुरान में पर्दे का मतलब किसी कपड़े के पर्दे से नहीं बल्कि पुरुषों और महिलाओं के बीच के पर्दे से है. वहीं, हिजाब में बालों को पूरी तरह से ढकना होता है यानी हिजाब का मतलब सिर ढकने से है. हिजाब में महिलाएं सिर्फ बालों को ही ढकती हैं. किसी भी कपड़े से महिलाओं का सिर और गर्दन ढके होना ही असल में हिजाब कहा जाता है, लेकिन महिला का चेहरा दिखता रहता है.
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फिर क्या होता है बुर्का और नकाब?
बुर्का- बुर्का एक चोले की तरह होता है, जिसमें महिलाओं का शरीर पूरी तरह से ढका होता है. इसमें सिर से लेकर पांव तक पूरा शरीर ढकने का साथ आंखों पर एक पर्दा किया जा सकता है. इसके लिए आंखों के सामने एक जालीदार कपड़ा लगा होता है, जिससे कि महिला बाहर का देख सके. इसमें महिला के शरीर का कोई भी अंग दिखाई नहीं देता. कई देशों में इसे अबाया भी कहा जाता है.