राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) में अध्यक्ष पद के लिए मचे बवाल के बीच अब रामेश्वर डूडी (Rameshwar Dudi) खुलकर सामने आ गये हैं. डूडी ने कहा है कि, “अगर जिला संघ चाहेंगे तो लड़ूंगा अध्यक्ष का चुनाव, फिर चाहे सामने कोई भी हो”. अपने इस बयान से रामेश्वर डूडी ने सीधे-सीधे मुख्यमंत्री के पुत्र वैभव गहलोत को चुनौती दी है. क्योंकि RCA में अध्यक्ष पद के लिए अभी तक वैभव गहलोत के अलावा किसी ओर का नाम सामने नहीं आया है.

गौरतलब है कि हाल ही में RCA सचिव आरएस नांदू की मदद से नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष चुने जाने के बाद पहली बार जब रामेश्वर डूडी जयपुर आरसीए कार्यालय पहुँचे थे तब पत्रकारों से बातचीत में डूडी ने कहा था कि, “अगर वैभव गहलोत (Vaibhav Gehlot) RCA में आते हैं तो निर्विरोध कार्यकारिणी चुनी जाएगी.” साथ ही डूडी ने कहा था कि, “ललित मोदी का राजस्थान में कोई पट्टा नहीं है. जोशीजी सीनियर लीडर हैं, आरसीए उनके नेतृत्व में काम करेगा”. लेकिन रामेश्वर डूडी के आरसीए अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने के उक्त ताजा बयान के बाद यह बात विचारणीय है कि आखिर कांग्रेस के दिग्गज नेता डूडी की कौनसी बात पर अपनी ही प्रदेश सरकार के आला नेताओं से सहमति नहीं बन पाई है. यहां हमारा इशारा खींवसर विधानसभा सीट के लिए होने उपचुनाव से है.

पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी से जब पूछा गया कि आप नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं और इस जिले की कार्यकारिणी को बीसीसीआई की शर्त के अनुसार आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी के कारण मौजूदा विधानसभा अध्यक्ष और आरसीए अध्यक्ष सीपी जोशी गुट ने सस्पैंड कर रखा है, ऐसे में आप चुनाव कैसे लड़ सकते हैं? इस पर डूडी ने अपने तल्ख अंदाज में कहा कि, “बीसीसीआई या जोशी कब तक ललित मोदी-ललित मोदी गाते रहेंगे, ललित मोदी करीब दो साल पहले ही क्रिकेट से खुद को अलग कर चुके हैं. अब मोदी न तो नागौर जिला क्रिकेट संघ से जुड़े हैं और न ही किसी अन्य क्लब से, इससे संबंधित कागजात आरसीए को उपलब्ध कराए जा चुके हैं.”

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बता दें, मुख्यमंत्री गहलोत की अपने पुत्र वैभव गहलोत को आरसीए का निर्विरोध अध्यक्ष बनवाने की मंशा पर बीते रविवार को ही संकट के बादल मंडरा गए थे. वैभव के राजसमंद जिला क्रिकेट संघ के कोषाध्यक्ष बनने पर सीपी जोशी गुट द्वारा आयोजित लंच पार्टी में 5 जिला संघों के सचिवों सहित कुछ पदाधिकारियों का न पहुंचना इस बात का साफ संकेत था की वैभव के RCA अध्यक्ष बनने की राह उतनी आसान नहीं है जितनी गहलोत और जोशी ने सोची थी. अब इस पर कांग्रेस के ही दिग्गज नेता रामेश्वर डूडी का उक्त बयान मुख्यमंत्री गहलोत के मंसूबो पर पूरी तरह पानी फेरने जैसा है.

मीडिया के सवाल पर रामेश्वर डूडी ने साफ कहा कि जरूरत पड़ी और जिला क्रिकेट संघ ने कहा तो मैं चुनाव जरूर लडूंगा, फिर सामने चाहे कोई भी हो. डूडी ने ये बयान देकर ये तो साफ कर दिया है कि उनके सामने कोई भी हो, वे पीछे हटने वाले नहीं हैं. बता दें, वर्तमान में डूडी नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं जिसे आरसीए अध्यक्ष सीपी जोशी ने सस्पैंड कर रखा है.

जैसा कि विदित है कि आरसीए चुनाव की दो-दो तारीखें सामने आ रही हैं. चुनाव अधिकारी टी.एस.कृष्णामूर्ति ने बीसीसीआई की डेडलाइन 28 सितम्बर को ध्यान में रखते हुए एक दिन पहले 27 सितम्बर को आरसीए का चुनाव कराने की घोषणा कर दी है. दूसरी ओर, आरसीए के वर्तमान अध्यक्ष सीपी जोशी ने 4 अक्टूबर को चुनाव कराने की घोषणा की है. ऐसे में एक बार फिर आरसीए में विवाद की स्थिति बन गयी है. हालांकि फाइनल फैसला चुनाव अधिकारी को करना है. ऐसे में 27 सितम्बर को चुनाव होने की संभावना अधिक है, अगर ऐसा होता है तो वैभव गहलोत स्वतः ही अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हो जाएंगे.

वहीं सीपी जोशी की तय तारीख 4 अक्टूबर को भी अगर चुनाव होते हैं, तो भी रामेश्वर डूडी को मनाए बिना वैभव गहलोत का आरसीए अध्यक्ष बनना नामुमकिन ही है, और रामेश्वर डूडी को किस तरह मनाया जाएगा यह तस्वीर आने वाले दिनों में साफ होगी.

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