शस्त्र पूजन कार्यक्रम में पहुंचे शिवराज सिंह का राजपूताना संघ ने किया विरोध, आरक्षण को बताया ‘रावण’

मुख्यमंत्री के समक्ष आरक्षण हटाने की मांग की राजपूत समाज की महिलाओं ने, मामले को ताड़ते हुए सीएम शिवराज जल्दी जल्दी वहां से निकले, महारानी पद्मावती का भव्य स्मारक बनाने का किया ऐलान

Shivraj Singh Chouhan Mp
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Politalks.News/MP By-Election. इंदौर में राजपूत संघ द्वारा आयोजि‍त शस्त्र पूजन कार्यक्रम में शामिल हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विरोध का सामना करना पड़ा. उनके सामने आरक्षण को खत्म करने की मांग जोर-शोर से उठी. यहां राजपूत संघ से जुड़े लोगों ने मंच के समक्ष ही आरक्षण की जगह समाज का हक मांगा और सीएम के समक्ष भेदभाव न करने की बात कही. राजपूत समाज की महिलाओं ने कहा कि हमने सीएम से जातिगत आरक्षण को खत्म करने की मांग की है. जिस दिन यह होगा, हमारा दशहरा उसी दिन मनेगा क्योंकि आरक्षण रूपी रावण मर जाएगा, उस दिन रामराज्य आ जाएगा. कार्यक्रम में लगातार विरोध को मुख्यमंत्री खुद भी ताड़ गए और जल्दी जल्दी में अपना भाषण देकर वहां से निकल गए.

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शस्त्र पूजन को लेकर राजपूत संघ द्वारा आयोजि‍त कार्यक्रम में शामिल होने आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने आरक्षण को खत्म करने की मांग जोर-शोर से उठी. लगातार विरोध को देखने के बावजूद मुख्यमंत्री ने मंच से सभा को संबोधित किया लेकिन ज्यादा देर वहां नहीं रूके. जाने से पहले सीएम शिवराज ने मंच से कहा कि उनका आज यहां आने का कार्यक्रम नहीं था लेकिन आपके बुलावे पर आया हूं. उन्हें और भी कई जगह पर जाना है इसलिए ज्यादा देर नहीं रूक सकते.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने मनुआभान की टेकरी पर महारानी पद्मावती का भव्य स्मारक बनाने की भी बात कही. सीएम शिवराज ने मंच को संबोधित करते हुए कहा कि पद्मावती पर बनी विवादास्पद फिल्म पर देशभर में किसी राज्य ने सबसे पहले बैन लगाया था तो वह एमपी था. अब हमने तय किया है कि रानी पद्मावती पर उनके जीवन को प्रकट करने वाला एक स्मारक बनाया जाएगा.

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मुख्यमंत्री शिवराज ने बताया कि भोपाल के मनुआभान की टेकरी पर जमीन आरक्षित कर दी थी. उसके बाद चुनाव आ गए और चुनाव के बाद मैं मुख्यमंत्री नहीं रहा इसलिए वह बात-वहीं की वहीं रह गई. अभी पांच दिन पहले मैंने उस जमीन को फिर से दिखवाया है. मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि अगले साल से रानी पद्मावती को पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जायगा. महाराणा प्रताप शौर्य पुरस्कार और रानी पद्मावती के नाम पर भी 2 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा, साथ ही साथ पद्मावती फ़िल्म के विरोध में क्षत्रिय समाज के नौजवानों पर लगे सभी केस वापस लिए जाएंगे.

इधर, राजपूताना संघ से जुड़ी महिलाओं ने सीएम के समक्ष और उनके जाने के बाद भी आरक्षण समाप्त करने की मांग रखी. राजपूताना संघ की सरला सोलंकी ने कहा कि सीएम से हमने मांग की हमारे पढ़े-लिखे बच्चों को नौकरी नहीं मिल रही है. आप सभी को एक समान नौकरी दो, बच्चों से भेदभाव मत करिए. आरक्षण को लेकर कहा कि हमें आरक्षण नहीं हमें हमारा हक चाहिए. हमने सीएम से जातिगत आरक्षण को खत्म करने की मांग की है. जिस दिन यह होगा, हमारा दशहरा उसी दिन मनेगा.. क्योंकि आरक्षण रूपी रावण मर जाएगा, उस दिन रामराज्य आ जाएगा.

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एक अन्य महिला ने कहा कि सीएम के सामने हमने आरक्षण का विराेध किया है. उनके सामने हमने यह मुद्दा उठाया है. हम अपना अधिकार मांग रहे हैं. बच्चों को ना नौकरी मिल रही है ना ही पद मिलता है. यदि हमारे बच्चों ने विरोध कर दिया तो फिर सरकार कुछ नहीं कर पाएगी और आरक्षण खत्म हो जाएगा.

कार्यक्रम की जानकारी देते हुए राजपूताना संघ से जुड़े लाखन सिंह ने बताया कि इंदौर में आज शस्त्र पूजन का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेशभर के करीब 15 जिलों से हजारों की संख्या में राजपूत जन यहां आए हैं. शस्त्र पूजा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ सांवेर से भाजपा प्रत्याशी तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, मंत्री ऊषा ठाकुर, विधायक आकाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला के साथ बड़ी संख्या में इंदौर सहित मालवा के छत्रीय राजपूत समाज की महिलाएं भी शामिल हुईं.

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