पायलट के साथ गुढा ने जमकर बोला सीएम गहलोत पर हमला, Rtd अफसरों को नियुक्ति पर उठाए सवाल

सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाने को राजेन्द्र गुढा ने बताया राजा रामचंद्र का वनवास और द्रौपदी के साथ चीरहरण जैसा अन्याय, राजस्थान में एक व्यक्ति वो है जो 21 को 100 में बदलकर सरकार बनवाता है वो तो नकारा-निकम्मा और जो व्यक्ति 200 में से 21 नंबर लाता है वो मुख्यमंत्री बन जाता है, पायलट ने कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की सफलता के साथ एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनवाने की अपील की

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Sachin Pilot & Rajendra Gudha on Ashok Gehlot. जाट लैंड परबतसर और पीलीबंगा के बाद बुधवार को लगातार तीसरे दिन झुंझुनू के गुड़ा में किसान सम्मेलन करने पहुंचे पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने इशारों में गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला. पायलट का यह किसान सम्मेलन गहलोत सरकार में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के विधानसभा क्षेत्र उदयपुरवाटी में हुआ. अपनी तल्ख बयानबाजी के लिए जाने जाने वाले गुढ़ा ने जहां खुले मंच से सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाने को राजा रामचंद्र का वनवास और द्रौपदी के साथ चीरहरण जैसा अन्याय बताया, तो वहीं यहां तक कह दिया कि राजस्थान में एक व्यक्ति वो है जो 21 को 100 में बदलकर सरकार बनवाता है वो तो नकारा और निकम्मा, और जो व्यक्ति 200 में से 21 नंबर लाता है वो मुख्यमंत्री बन जाता है. तो वहीं सचिन पायलट ने सीएम गहलोत का नाम लिए बगैर कहा, ‘उन्हें गुमान है कि हमारी उड़ान कुछ कम है, लेकिन मुझे यकीन है कि आसमान कुछ कम है’. यही नहीं पायलट ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर राजनीतिक नियुक्तियों में नौकरशाहों को तवज्जो देने पर सवाल भी खड़े किए.

गहलोत सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने कहा कि हमारी सरकार को 4 साल हो गए हैं. इस दौरान बहुत से लोगों को नियुक्तियां दी गईं, लेकिन जिन लोगों ने सरकार बनाने और पार्टी के लिए मेहनत किया, उन लोगों के साथ-साथ प्रदेश के बहुत से उच्च अधिकारियों को भी नियुक्तियां दी गईं. पायलट ने कहा कि जो अधिकारी सरकार में काम करते हैं, उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि राज कांग्रेस का है या बीजेपी का. वह तो राज की नौकरी करते हैं. उन लोगों को अगर हमें अपॉइंटमेंट देना भी है तो अनुपात बेहतर होना चाहिए.

सचिन पायलट ने आगे कहा कि जो कांग्रेस का समर्थक है, चाहे वह मेरा समर्थक है, ओला का समर्थक है या किसी और का समर्थक है, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. राजनीतिक नियुक्तियां पाने वाला बस कांग्रेस का वर्कर होना चाहिए. अगर ऐसा होता तो हम स्वागत करते, लेकिन बड़े-बड़े अधिकारी शाम को 5 बजे रिटायर होते हैं और रात को 12 बजे उनकी राजनीतिक नियुक्ति हो जाती है. अधिकारियों की जगह कांग्रेस के कार्यकर्ता को नियुक्ति दी जाए तो बेहतर होगा और उस अनुपात को बेहतर किया जाना चाहिए.

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वहीं इससे पहले अपनी तल्ख बयानबाज़ी के लिए सुर्खियों में रहने वाले मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर इशारों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला बोलते हुए कहा कि इस धरती पर राजा राम का राजतिलक होने वाला था, तब उन्हें राजतिलक की जगह वनवास मिला. वो बात हिंदुस्तान की जनता आज तक नहीं भूल पाई. वह जनता के दिलों दिमाग में बैठ गया कि राजाराम के साथ अन्याय हुआ और जब हस्तिनापुर में द्रौपदी का चीरहरण हुआ तो हिंदुस्तान के जन-जन के अंदर यह बात बैठ गई कि पांडवों के साथ अन्याय हुआ.

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इसके बाद मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि इस राजस्थान की धरती पर 100 में से कोई 21 नंबर लाए तो वह फेल होता है. ऐसे में अगर कोई 200 में से 21 लाए वह क्या है? 200 में से 21 लाने वाला सफल और 21 को जो 100 बना दे, वह निकम्मा, नकारा? गुढा ने आगे सचिन पायलट को संबोधित करते हुए कहा कि इस आवाज को कोई नहीं भूल सकता. आज भी राजस्थान का युवा आपकी आवाज का इंतजार कर रहा है. आपके फैसले का इंतजार कर रहा है. आलाकमान फैसला करे, वह मंजूर है, लेकिन जो मतदाता पहली बार मतदान करेगा वह भी कह रहा है कि पायलट मुख्यमंत्री कब बनेगा. गुढ़ा ने कहा कि जब-जब सत्ता के गलियारों में किसी के साथ अन्याय होता है, तो जनमानस में वह अन्याय क्रांति के रूप में बैठता है.

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गहलोत सरकार में मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढा ने आगे कहा कि चाहे किसान हो, अग्निवीर हो, पेपर लीक हो या बेरोजगारी युवा पायलट की ओर देख रहे हैं. केंद्र की सरकार ने अग्निवीर के रूप में नौजवान बेरोजगार के साथ अन्याय किया. पेपर आउट होते हैं, तो नौजवान निराश होता है. निराशा में वह नौजवान केवल एक ही उम्मीद रखता है कि हम नौजवानों की आवाज बनेगा तो वो सचिन पायलट होगा. सचिन पायलट जब आएगा तो हमारे साथ न्याय होगा. यह बेरोजगार लड़के, यह किसान जो बिजली के लिए परेशान हैं, वह भी आपकी तरफ देख रहा है.

वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने गुड़ा में हुए इस किसान सम्मेलन में कांग्रेस की मजबूती की बात कहते हुए 2023 में सरकार रिपीट करवाने की जनता से अपील की. पायलट ने इस दौरान किसानों के लिए एक प्रस्ताव भी पास किया और जनता से अपील की कि वह कांग्रेस के हाथ से हाथ जोड़ो अभियान को सफल बनाएं. पायलट ने कहा कि हमारी कोशिश है कि हम कांग्रेस पार्टी का संदेश हर ब्लॉक तक लेकर जाएं. 26 जनवरी से जो हाथ से हाथ जोड़ो अभियान चलाना है, उस अभियान को हम सही से चलाएं.

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किसान सम्मेलन में उमड़े जन सैलाब को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने आगे कहा कि हम चाहते हैं कि दोबारा कांग्रेसी सरकार बने तो आने वाले 5 सालों में हम व्यवस्था को बदलें और जिन बातों का जिक्र मैंने किया, उनको जमीन पर उतार कर रखेंगे. सिर्फ घोषणा कर देना, भाषण देना और पैसे दे देने से काम नहीं होगा. धरातल पर गांव-ढाणी, तहसील में क्या काम होता है, उसको देखकर लोगों को खुश करने का काम हम करना चाहते हैं. इसके आगे सचिन पायलट ने शायराना अंदाज में सीएम गहलोत का नाम लिए बगैर निशाना साधते हुए कहा कि ‘कुछ लोगों को गुमान है कि हमारी उड़ान कुछ कम है, मुझे यकीन है कि आसमान कुछ कम है.’

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