राहुल-प्रियंका गांधी को मेरठ जाने से रोके जाने के बाद गर्माई राजनीति, शुरू हुई बयानबाजी

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा यह बिलकुल अलोकतांत्रिक और दुर्भाग्यपूर्ण है तो कैप्टन अमरेंद्र सिंह और सचिन पायलट ने की योगी सरकार की कड़ी निंदा

राहुल गांधी प्रियंका गांधी
राहुल गांधी प्रियंका गांधी

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. NRC और CAA को लेकर बीते लगभग 15 दिनों से देशभर में मचे बवाल ने कांग्रेस को बैठे-बिठाए बीजेपी को घेरने का मौका दे दिया. नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद से देश के कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं, जिनमें कई लोगों की जान भी जा चुकी है. अकेले यूपी में अब तक 15 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. इस बीच मंगलवार को बीजेपी को घेरने का एक और मौका कांग्रेस को मिल गया, जिसके बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है.

दरअसल, नागरिकता कानून पर देशभर में मचे बवाल के बीच मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने मेरठ जाने से रोक दिया. मंगलवार सुबह राहुल और प्रियंका गांधी दोनों उत्तर प्रदेश के मेरठ में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा में मारे गए पीड़ितों के परिवार से मिलने के लिए मेरठ के लिए रवाना हुए. लेकिन यूपी पुलिस द्वारा उन्हें मेरठ जिले कि सीमा में घुसने से पहले परतापुर थाने पर ही रोक दिया गया.

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जब पुलिस ने उनको रोका तो राहुल गांधी ने पुलिस से पूछा कि क्या आपके पास कोई ऑर्डर है? इस पर यूपी पुलिस ने उन्हें जिले में धारा 144 लागू होने की बात कहते हुए किसी भी राजनीतिक गतिविधि ना करने का हवाला दिया. इसके बाद दोनों वापस दिल्ली लौट गए. बता दें कि जब यूपी पुलिस ने राहुल और प्रियंका को मेरठ के अंदर नहीं जाने दिया तो दोनों नेताओं ने गाड़ी में बैठे हुए ही मृतकों के परिजनों से बात की. कांग्रेस नेता इमरान मसूद इस दौरान मेरठ में ही मृतकों के घर पर मौजूद थे, जहां उन्होंने फोन पर परिजनों की बात राहुल-प्रियंका से करवाई.

मंगलवार दोपहर में हुए इस घटनाक्रम के बाद राजनीति गरमा गई और बीजेपी को घेरते हुए कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी शुरू हो गई. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि यह बिल्कुल अलोकतांत्रिक और दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं राहुल जी और प्रियंका जी को यूपी पुलिस ने सीएए विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए पीड़ितों के परिवारों से मिलने जाने से रोक दिया. सरकार विपक्ष को पीड़ितों के साथ एकजुटता से खड़े नहीं होने दे रही है.

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने इस घटना पर ट्वीट करते हुए कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सीएए प्रदर्शन के पीडितों के परिवारों से मिलने के लिए मेरठ जा रहे थे. यूपी पुलिस द्वारा उन्हें रोका गया. यूपी सरकार के इस फैसले की कड़ी निंदा करता हूं.

छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि राहुल गांधी जी और प्रियंका गांधी जी को मेरठ जाकर सीएए विरोध के दौरान मृतकों के परिजनों से न मिलने देना और उन्हें रास्ते में रोकना अलोकतांत्रिक है. केंद्र सरकार और योगी जी जितनी चाहें उतनी तानाशाही कर लें, इसका अंत सुनिश्चित है. लोकतंत्र अवश्य जीतेगा.

वहीं राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ट्वीट करते हुए कहा कि मेरठ में सीएए एवं एनआरसी के विरोध प्रदर्शन में हुई हिंसा के पीड़ित परिवारों से मिलने जा रहे राहुल गांधी जी एवं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जी को यूपी पुलिस द्वारा रोक दिया गया. मैं यूपी सरकार के इस अलोकतांत्रिक फैसले की कड़ी निंदा करता हूँ.

गौरतलब है कि बता दें कि बीते शुक्रवार को नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ मेरठ में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान काफी हिंसा हुई थी और पत्थरबाजी के साथ गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई थी. इसी हिंसा में मेरठ में चार लोगों की मौत हो गई थी. इन्हीं मृतकों के परिजनों से मुलाकात करने के लिए मंगलवार राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मेरठ जा रहे थे.

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