मोदी और शाह को सत्ता का घमंड है- राजदीप, अगर काम नहीं करेंगे तो जनता बाहर का रास्ता दिखा देगी – सचिन पायलट

भाजपा 21वीं शताब्दी की पार्टी है जबकि कांग्रेस युवाओं से कटी हुई है, मोदी या शाह वो ही गलती कर रहे हैं जो सत्तर के दशक में कांग्रेस ने की थी- राजदीप सरदेसाई, देश में नई लीडरशीप की कोई कमी नहीं- सचिन पायलट

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. दुनिया भर में अपनी अनूठी पहचान बना चुका 5 दिवसीय 13वां जेएलएफ यानी जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल इन दिनों जयपुर के डिग्गी पैलेस के चारबाग हॉल में आयोजित हो रहा है. जेएलएफ के चौथे दिन रविवार को राजस्थान के उपमुख्यमंत्री व पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने शिरकत की. इस दौरान सचिन पायलट की देश के जाने माने पत्रकार राजदीप सरदेसाई से उनकी किताब “द डेमोक्रेटिक इंडेक्स” पर चर्चा हुई.

चर्चा के दौरान सत्र की संचालक नमिता भंडारे ने सचिन पायलट से सवाल किया कि क्या लोकतंत्र और वंश परंपरा साथ चल सकती है. इस पर जवाब देते हुए पायलट ने कहा कि क्रिकेट में भी अगर बाप-बेटों की बात करें तो आप वहां भी अच्छे से खेलेंगे नहीं तो आपको क्लीन बोल्ड कर दिया जाएगा. इसी तरह राजनीति में भी अगर आप काम नहीं करेंगे तो आपको जनता बाहर का रास्ता दिखा देगी. राजनीति में एक भी ऐसा नाम नहीं है, जो बिना काम किए अपने स्थान पर टिका रहा हो.

वहीं राजनीति में युवाओं की भूमिका से जुड़े एक सवाल पर पायलट ने कहा कि युवाओं की राजनीति में भागीदारी की बात है तो वे राजनीति को चुन रहे हैं. मैं देशभर में और विशेषकर राजस्थान में जब घूमता हूं तो देखता हूं कि वार्ड पंचों, परिषदों के चुनाव में 21-22 साल के युवा चुनाव लड़ रहे हैं ओर जीत रहे है. ऐसा आज से 25 साल पहले नहीं होता था. मैं 42 साल का हूं और पिछले 22 साल से राजनीति में हूं.

सचिन पायलट ने कहा अगर मैं अपने से आधी उम्र के या मुझसे छोटे युवकों को अपने अनुभव, अपनी सफलताओं व विफलताओं के बारे में नहीं बताऊंगा या उन्हें गाइड नहीं करूंगा तो लीडरशिप तैयार कैसे होगी. किसी भी पार्टी में लीडरशिप तैयार होने में समय लगता है. यह देश बहुत जटिल है इसे समझना इतना आसान नहीं है. समाज आपसे कुछ और चाहता है, आप कुछ और चाहते हैं. जहां तक पॉलिटिकल लीडरशिप की बात है तो मैं यकीन से कह सकता हूं कि देश में नई लीडरशिप की कोई कमी नहीं है.

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सत्र की संचालक नमिता भंडारे ने आगे पायलट से कहा कि आपकी पार्टी इसे सुन रही होगी. आपकी पार्टी युवाओं को आगे लाए जाने में विश्वास नहीं रखती है. बीजेपी में आडवाणी जी जैसे नेता को किनारे लगा दिया गया. आपकी पार्टी एक ही जगह ठहरी है. इसपर पायलट ने जवाब में कहा कि इस प्रश्न का जवाब मैं नहीं राजदीप देंगे.

इस पर पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने कहा कि मैंने इसका जिक्र अपनी किताब में भी किया है. भाजपा 21वीं शताब्दी की पार्टी है. ऐसे आपको स्वीकार करना पड़ेगा. मोदी की सोशल मीडिया पर दमदार मौजूदगी है वे युवाओं की आवाज बन रहे हैं. दूसरी ओर कांग्रेस यंग लीडरशिप के बावजूद भी युवाओं से कटी हुई है. आपको इसे स्वीकारना होगा. यह नया भारत है मोदी सपने बेच रहे हैं. मोदी एक कहानीकार हैं, उनकी जिंदगी ही एक कहानी है. लेकिन इसके उलट, अब मोदी मॉडल या कहें कि शाह मॉडल वहीं गलती कर रहा है जो 70 के दशक में कांग्रेस ने की थी. इन दोनों में सत्ता का बहुत घमंड है.