महागठबंधन ने ली बिहार के बदलाव की शपथ, जारी किया 25 सूत्रीय संकल्प पत्र, 10 लाख नौकरी का वादा

युवाओं को लुभाने के लिए वादों की भरमार है संकल्प पत्र में, परीक्षा आवेदन शुल्क फ्री करने से लेकर परीक्षा केंद्र तक यात्रा फ्री करने का वादा भी शामिल, किसान बिल को निष्प्रभावी करने की बात भी शामिल

Mahagathbandhan Launched Menifesto For Bihar Election 2020
Mahagathbandhan Launched Menifesto For Bihar Election 2020

Politalks.News/Bihar. बिहार में 243 सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन की ओर से 25 सूत्रीय साझा चुनावी घोषणा पत्र जारी किया गया है. नवरात्र के पहले दिन महागठबंधन में शामिल राजद, कांग्रेस और अन्य वाम दलों ने एक मंच पर संगठन का संकल्प पत्र लॉन्च किया. राजद से तेजस्वी यादव और कांग्रेस की ओर से पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला एवं शक्ति सिंह गोहिल ने महागठबंधन की ओर से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाग लिया. इस दौरान महागठबंधन के तमाम नेता भी मौजूद रहे. संकल्प पत्र में खासतौर पर युवाओं को लुभाने के लिए वादों की भरमार है जिसमें परीक्षा आवेदन शुल्क फ्री से लेकर परीक्षा केंद्र तक यात्रा की व्यवस्था फ्री करने का वादा किया गया है. इसके साथ ही सीट पर बैठते ही 10 लाख नौकरियां देने का वादा भी घोषणा पत्र में शामिल है.

बिहार से जुड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
बिहार से जुड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें

महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ने संकल्प पत्र का खुलासा करते हुए कहा कि 10 लाख सरकारी नौकरियां, किसानों की कर्ज़ माफ़ी, किसान विरोधी कृषि बिल को अस्वीकार करना, शिक्षकों के लिए समान काम का समान वेतन, जीविका दीदियों के मानदेय में बढ़ोतरी के साथ नियमित वेतन और नौकरी, महंगी बिजली दर को कम करना और पुरानी पेंशन योजना लागू करने जैसे कुल 25 वादों को इस संकल्प पत्र में रखा गया है.

संकल्प पत्र को लॉन्च करते हुए तेजस्वी यादव ने ऐलान किया कि अगर हम लोग सरकार में आए तो पहले सिग्नेचर से 10 लाख बेरोजगारों को नौकरी देंगे. इसके अलावा आज जो भी वायदे कर रहे हैं, उसे पूरे तौर पर लागू करेंगे. किसानों को लेकर कहा गया है कि कृषि ऋण माफ किया जाएगा. बिहार विधानसभा में ऐसा कानून लाया जाएगा जिससे केंद्र द्वारा पारित किसान बिल को निष्प्रभावी किया जा सके.

यह भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव में मिली हार का जख्म बेटे की राजनीति चमकाकर भरेंगे ‘बिहारी बाबू’ शत्रुघ्न सिन्हा!

घोषण पत्र के मुताबिक, मनरेगा की तर्ज पर शहरी रोजगार की व्यवस्था की जाएगी. मनरेगा के तहत प्रति परिवार नहीं बल्कि प्रति व्यक्ति काम की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही बिहार में निविदा पर बहाल तमाम कर्मियों की सेवा स्थाई की जाएगी और उनका वेतन दोगुना किया जाएगा. इसके अलावा, बिहार में मौजूदा बिजली की दर को कम किया जाएगा. हर गांव में आंबेडकर आवास योजना के तहत आवास बनाए जाएंगे जिसमें कंप्यूटर से लेकर एलजी एलईडी स्क्रीन तक दिए जाएंगे. साथ ही कर्पूरी श्रम वीर सहायता केंद्र बनाया जाएगा जहां आपदा के समय में प्रवासी मजदूरों को सहायता दी जाएगी.

कहते थे मोतीहारी में चाय पिएंगे, आज बंद हैं सारी मिलें

मंच से महागठबंधन के नेताओं ने बिहार की एनडीए सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा, साथ ही नीतीश सरकार पर जनहित के कामों की अनदेखी का भी आरोप लगाया. तेजस्‍वी यादव ने हमला बोलते हुए कहा कि 2015 के चुनाव में मुख्‍यमंत्री कहते थे कि मोतीहारी की शुगर मिल में चाय पिएंगे. आज चाहे शुगर मिल हो, जूट मिल हो या पेपर मिल सब ठप हैं. बिहार में मकई, लीची, गन्‍ने, केले आदि का भरपूर उत्‍पादन होता है लेकिन एक फूड प्रोसेसिंग यूनिट नहीं है.

मध्यप्रदेश से जुड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
मध्यप्रदेश से जुड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें

तेजस्वी ने भरोसा दिलाया कि अगर महागठबंधन की सरकार बनी तो इन सारी चीजों पर ध्‍यान दिया जाएगा लेकिन सबसे जरूरी काम बेरोजगारों को नौकरी देने का सबसे पहले किया जाएगा. उन्‍होंने कहा कि बिहार की जनता में रोजगार छीने जाने को लेकर सरकार के खिलाफ बड़ा गुस्‍सा है.

तेजस्‍वी यादव ने आगे कहा कि नीतीश कुमार सेवा और मेवा की बात करते हैं लेकिन उनके राज में बिहार में 60 घोटाले हो गए. सृजन घोटाले के आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं. भ्रष्‍टाचार का मामला हो या क्राइम का, सरकार हर मोर्चे पर फेल है. तेजस्‍वी यादव ने बिहार में कानून व्‍यवस्‍था को लेकर भी सवाल खड़े किए. उन्‍होंने कहा कि 2015 में जब कांग्रेस, राजद और जदयू की सरकार थी, तब के 18 महीने और उसके बाद भाजपा के साथ सरकार बनने के कार्यकाल के दौरान अपराध के आंकड़ों की तुलना करें तो स्‍पष्‍ट होता है कि पिछले साढ़े चार साल में बिहार में अपराध बढ़ा है. महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा और राजद नेता तेजस्वी ने कहा कि एनडीए को आम जनता की कोई परवाह नहीं है और उनके नेता सिर्फ कुर्सी की होड़ में लगे हैं.

तीन ठगबंधन के साथ चुनावों में उतरी बीजेपी पार्टी

कृषि कानूनों पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यदि हम तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बनाते हैं तो हम तीन कृषि विरोधी कानूनों को समाप्त करने के लिए पहले विधानसभा सत्र में एक विधेयक पारित करेंगे. सुरजेवाला ने कहा कि ये नई दशा बनाम दुर्दशा का चुनाव है. ये चुनाव नया रास्ता और नया आसमान बनाम हिन्दू-मुसलमान का चुनाव है. ये चुनाव नए तेज बनाम फेल तजुर्बे की दुहाई का चुनाव है. ये चुनाव खुद्दारी और तरक्की बनाम बंटवारा और नफरत का चुनाव है.

सुरजेवाला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी तीन गठबंधनों में चुनाव लड़ रही है, एक गठबंधन है जेडीयू और बीजेपी का, जो आपको नजर आता है. वहीं दूसरा गठबंधन है बीजेपी और एलजेपी का, जो आप समझते हैं. तीसरा गठबंधन है बीजेपी और ओवैसी साहब का. तीन ठगबंधन के साथ बीजेपी इस बिहार के चुनाव में उतरी है.

दूसरे चरण का नामांकन समाप्त, 28 को होगा मतदान

बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की 94 सीटों के लिए नामांकन का समय शु्क्रवार को खत्म हो गया. मिली जानकारी के मुताबिक, 1062 उम्मीदवारों ने दूसरे चरण के चुनाव के लिए नामांकन किया है. 13 अक्टूबर से जारी तीसरे चरण की 78 सीटों के लिए भी अब तक 63 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है. पहले चरण की 71 सीटों के लिए 1066 उम्मीदवार बच गये हैं. 243 विधानसभा सीटों के लिए पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होना है. नतीजे 10 नवंबर को आने है.

Leave a Reply