कानपुर कांड: पुलिस ने तेज किया ‘ऑपरेशन एनकाउंटर’ तेज, विकास दुबे के दो और साथियों को किया ढेर

अमर दुबे के बाद विकास दुबे के दो ​करीबियों को पुलिस ने मार गिराया, गिरफ्तार सदस्यों ने किया बड़ा खुलासा कि साइकिल पर भाग निकला था विकास दुबे

Vikas Dubey
Vikas Dubey

पॉलिटॉक्स न्यूज. कानपुर के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों का हत्यारा मोस्ट वॉन्टेड विकास दुबे वारदात के 6 दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. पुलिस ने विकास पर इनामी राशि 5 गुना बढ़ाकर ढाई लाख रुपये कर दी है. वहीं विकास दुबे को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस ने कई ठिकानों पर छापेमारी करने के साथ ‘ऑपरेशन एनकाउंटर’ तेज कर दिया है. बुधवार को दुबे गैंग के शार्प शूटर और विकास का राइट हैंड माने जाने वाले अमन दुबे को ढेर करने के बाद पुलिस ने आज गैंग के दो सदस्यों को एनकाउंटर में मार गिराया. कानपुर शूटआउट के मुख्य आरोपी विकास दुबे के करीबी प्रभात मिश्रा और रणबीर शुक्ला को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है.

पुलिस ने बुधवार को छापेमारी में प्रभात को फरीदाबाद के होटल से गिरफ्तार किया था. बताया जा रहा है कि प्रभात पुलिस की कस्टडी से भाग रहा था. इसके बाद एनकाउंटर में पुलिस ने प्रभात को मार गिराया. खबर ये भी आई थी कि इसी होटल में विकास दुबे भी छिपा हुआ था. जैसे ही उसे पुलिस की भनक लगी, वो यहां से फरार हो गया. प्रभात के साथ अन्य दो सदस्यों ने पुलिस पर जवाबी फायरिंग भी की लेकिन पुलिस ने तीनों को धर दबोचा. इनके पास से दो पिस्तौल और जिंदा कारतूस भी मिले. साथ ही 2 सरकारी पिस्तौल भी मिले जिन्हें कानपुर मुठभेड़ में पुलिस से छीना गया था.

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वहीं इटावा में विकास दुबे के करीबी रणबीर शुक्ला को भी पुलिस ने एनकाउंट में मार गिराया. पुलिस के मुताबिक, रणबीर शुक्ला ने देर रात महेवा के पास हाईवे पर स्विफ्ट डिजायर कार को लूटा था. उसके साथ तीन और बदमाश थे. जैसे ही लूट की खबर मिली, पुलिस ने चारों को सिविल लाइन थाने के काचुरा रोड पर घेर लिया. दोनों ओर से फायरिंग शुरू हो गई. इसी फायरिंग में रणबीर शुक्ला मारा गया.

इधर, बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किए दुबे गैंग के दो सदस्यों ने अहम खुलासा करते हुए बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद विकास दुबे और उसके दो साथी शिवली में एक दोस्त के घर छिपे रहे थे. विकास दुबे खुद साइकिल से खेतों के रास्ते शिवली पहुंचा था. इस दौरान विकास दुबे के साथ अमर दुबे और कार्तिकेय भी थे. तीनों भागकर शिवली पहुंचे और दो दिन तक एक दोस्त के यहां छिपे रहे. उसके बाद कार्तिकेय अलग और विकास-अमर एक साथ बाइक से लखनऊ की ओर रवाना हुए. उसके बाद ट्रकों के जरिए अलग-अलग शहर होते हुए हरियाणा के फरीदाबाद पहुंचे और आगे इन दोनों ने बाइक छोड़ दी. पुलिस ने बुधवार को विकास दुबे के राइट हैंड और गैंग के शूटर अमर दुबे का हमीरपुर में एनकाउंटर किया है. वहीं कानुपर में गैंग का सदस्य श्यामू वाजपेयी एनकाउंट में घायल हो गया.

इससे पहले बुधवार शाम को अचानक नोएडा में हलचल बढ़ती हुई दिखी. जहां ये खबर सामने आ रही थी कि विकास दुबे फिल्म सिटी में किसी समाचार चैनल के दफ्तर में खुद को सरेंडर कर सकता है. इसी के बाद नोएडा पुलिस ने फिल्म सिटी को घेर लिया था, लेकिन विकास दुबे यहां भी नहीं आया. अब सूचना ये भी आ रही है कि विकास दुबे राजस्थान की ओर भाग गया है. ऐसे में राजस्थान पुलिस भी अलर्ट पर है. यहां वो अलवर या दौसा जिले के आसपास हो सकता है.

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अब उत्तर प्रदेश की पुलिस राजस्थान, मध्य प्रदेश और हरियाणा पुलिस के साथ संपर्क में है और विकास दुबे की तलाश जारी है. इसके अलावा नोएडा और ग्रेटर नोएडा की प्रमुख सड़कों पर नाका लगाकर पुलिस चेकिंग में जुटी है. विकास दुबे इस इलाके के किसी गांव में भी हो सकता है, ऐसे में पुलिस की ओर से उसे तलाशने की हर संभव कोशिश की जा रही है.

भले ही विकास दुबे अभी तक ना मिला हो, लेकिन पुलिस उसके साथियों पर एक्शन कर रही है. अब तक कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि अमर दुबे के अलावा 2 जुलाई को जवाबी फायरिंग में अमर के चाचा अतुल और विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश को भी मार गिराया था. गैंग का एक सदस्य घायल है. अब विकास के भी रिश्तेदारों पर शिकंजा कसा जा रहा है.

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