अशोक गहलोतजी, अहम न पालें, ये कुर्सी जनता की नहीं आलाकमान का आशीर्वाद है: बेनीवाल

सांसद बेनीवाल ने गहलोत सरकार के एक साल पूरा होने पर सोशल मीडिया पर जानी राजस्थान की जनता की राय, सरकार पर लगाया किसानों और बेरोजगारों से छल करने का आरोप

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान की राजनीति में नागौर सांसद और आरएलपी के मुखिया हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal Statement) और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के बीच की अदावत किसी से छुपी नहीं है. मंगलवार को गहलोत सरकार के कार्यकाल को एक साल पूरा हुआ है, इस पर सरकार प्रदेशभर में जश्न मना रही है. वहीं हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया पर एक वोटिंग पोल जनरेट कर राजस्थान की जनता से सरकार के एक साल के कार्यकाल के संबंध में राय मांगी और उसका नतीजा रखा. इसमें कुशासन पर 78 फीसदी और सुशासन पर 22 फीसदी लोगों ने वोट दिया. इस वोटिंग में 8857 लोगों ने भाग लिया.

इस पोलिंग परिणाम को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए बेनीवाल (Hanuman Beniwal Statement) ने लिखा, ‘हे आलाकमान के आशीर्वादी कृत्रिम अशोक गहलोतजी. आप जिस तरह पत्रकारों व मीडिया संस्थानो को डरा-धमका रहे हैं, पत्रकारों की रोज़ी छिनकर घर-घाट से बेदख़ल करने का दम भर रहे हैं. अहम ना पाले. आपकी ये कुर्सी जनता की नहीं बल्कि आलाकमान का आशीर्वाद हैं. जनता ने तो बूथ पर भी नहीं बक्शा! जागो’

दरअसल अपनी सरकार के एक साल पूरा होने पर पत्रकार वार्ता के दौरान सीएम गहलोत ने मीडिया घरानों और पत्रकारों को बातों-बातों में ये कह दिया कि मीडिया संस्थान विज्ञापन तो ले लेते हैं लेकिन सरकार की योजनाओं या देश हित में सावर्जनिक मंच से की गई बात का प्रचार-प्रसार नहीं करते हैं. इसके लिए फोन करके रिक्वेस्ट करनी पड़ती है.

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गहलोत के इस बयान के बाद कुछ वरिष्ठ राजनीतिज्ञ और पत्रकारों ने दबे स्वरों में न सिर्फ सरकार के इस रवैये को गलत बताया बल्कि गहलोत सरकार के लिए प्यार भरे अंदाज में यह भी कह दिया कि यह लोकतंत्र है राजतंत्र नहीं.

इसी संबंध में सांसद बेनीवाल (Hanuman Beniwal Statement) ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘राज्य के सीएम एक वर्ष के कार्यकाल को लेकर खुद की पीठ खुद ही थपथपाने का प्रयास कर रहे है. राजस्थान में अपराध बढ़े, महिलाओं के अपराध में बढ़ोतरी हुई और बिजली, पानी तथा सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जनता परेशान रही. ऐसे में सीएम का नैतिक दायित्व जो बनता था, उसको निभाने की बजाय प्रत्येक सप्ताह दिल्ली में कुर्सी बचाने की लिए हाजरी देने में समय व्यतीत किया!’

एक समाचार पत्र को दिए गए इंटरव्यू में हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal Statement) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक वर्ष के कार्यकाल को अराजकता व अपराध से भरा हुआ बताया. उन्होंने सरकार पर किसानों और बेरोजगारों से छल करने का आरोप भी लगाया. बता दें, हनुमान बेनीवाल राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा द्वारा प्रथम श्रेणी व्याख्याता भर्ती परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाने के लिए प्रदेशव्यापी आंदोलन का भी समर्थन कर रहे हैं.

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