अब प्रदेश में होगी रैंडम सैम्पलिंग, गहलोत ने लोगों से की सहयोग की अपील- छिपाएं नहीं तुरंत टेस्ट कराएं

कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या हुई 133, जिनकी ट्रेवल हिस्ट्री रही है तथा जिनमें इस रोग के लक्षण प्रतीत होते हैं छिपाएं नहीं टेस्ट कराएं- सीएम गहलोत, रैपिड टेस्टिंग किट के जरिए लोगों के रैंडम सैंपल लिए जाएंगे, लॉकडाउन के पालन से ही बचाव संभव- रघु शर्मा

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पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. प्रदेश में तेजी से पैर पसार रहा कोरोना का संक्रमण अब तक 15 जिलों में फैल चुका है. गुरूवार को प्रदेश में 13 नए कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए जिससे प्रदेश में कुल कोरोना पॉटिजिव मरीजों की संख्या बढकर 133 हो गई है. कोरोना के बढ़ते कहर से चिंतित मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस महामारी से निपटने के लिए प्रदेशवासियों से सहयोग की अपील है. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि ऐसे लोग जिनकी ट्रेवल हिस्ट्री रही है तथा जिनमें इस रोग के लक्षण प्रतीत होते हैं, वे स्वयं को छिपाएं नहीं, बल्कि तुरंत इसका टेस्ट कराएं. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने कहा कि दिल्ली में #TabligiJamaat के संपर्क में आने के बाद प्रदेश के विभिन्न जिलों में पहुंचे लोगों से भी अपील है कि वे संबंधित जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से संपर्क कर तुरंत अपना परीक्षण कराएं. यह उनके खुद के जीवन के साथ ही पूरी मानवता, समाज एवं देश के हित में है.

मुख्यमंत्री गहलोत ने ली उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस उच्च स्तरीय बैठक के दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी जिलों में रैंडम सर्वे के आधार पर टेस्ट कराए जाएं. इससे रोग की वास्तविक स्थिति जानने में मदद मिलेगी. इसमें उन सभी लोगों को शामिल किया जाए जिनकी ट्रेवल हिस्ट्री रही हो तथा जिनमें इस रोग के प्रारंभिक लक्षण हों. साथ ही ऐसे स्थान जहां पर्यटकों की आवाजाही अधिक रही है, उन पर इस सर्वे में अधिक फोकस किया जाए.

मुख्यमंत्री गहलोत ने एक बार फिर प्रदेशवासियों से की अपील

मुख्यमंत्री गहलोत ने अपील करते हुए कहा कि- सभी प्रदेशवासियों को चाहिए कि वे पूजा-पाठ, उपासना, नमाज, प्रेयर (प्रार्थना) आदि सभी धार्मिक कार्य घर पर ही करें, यह इस महामारी से बचाव के लिए जरूरी होने के साथ ही सम्पूर्ण मानव जीवन के हित में है. सीएम गहलोत ने कहा कि ऐसे समय में जबकि पूरे देश में लॉकडाउन प्रभावी है, इसके बावजूद दिल्ली में ऐसा आयोजन होना चिंताजनक है. ऐसे आयोजन की जानकारी मिलते ही तुरन्त रोकना चाहिए था चाहे विरोध का सामना भी करना पड़ता. लॉकडाउन के उद्देश्य को असफल करने वाले जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए.

मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित इस बैठक के बाद चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि अब कोरोना की रोकथाम के लिए प्रदेश में जीरो सर्विलांस के तहत रैंडम सैंपलिंग की जाएगी. इसके तहत भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद आसीएमआर द्वारा मान्यता प्राप्त रैपिड टेस्टिंग किट के जरिए लोगों के रैंडम सैंपल लिए जाएंगे. रघु शर्मा ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को प्रदेश के वरिष्ठ चिकित्सकों और एपिडोमोलोेजिस्ट के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए चर्चा की. इस दौरान तय किया गया कि कोरोना को कम्यूनिटी में फैलने से रोकने के लिए रैपिड टेस्टिंग किट द्वारा रैंडम सैंपलिंग की जाए. इस किट से एंटीबॉडी और एंटीजन टेस्ट संभव हो सकेंगें. मंत्री शर्मा ने आगे बताया कि एपिडोमोलोेजिस्ट इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हैल्थ मैनेजमेंट रिसर्च के चेयरमैन डॉ. एसपी गुप्ता और डॉ. अवतार सिंह को सीरो सैंपल मॉडल बनाने के निर्देश दिए हैं. इस टेस्ट में ब्लड ड्रॉप व स्ट्रिप्स के जरिए स्वास्थ्यकर्मी रैंडम सैंपलिंग का काम प्रदेश में कर सकते हैं.

प्रदेश में 133 हुई कोरोना पॉजीटिव की संख्या

मंत्री रघु शर्मा ने आगे कहा कि पिछले 24 घंटों में प्रदेश में कोरोना पॉजीटिव लोगों की संख्या बढ़ी है. प्रदेशभर में गुरुवार तक कोरोना वायरस के 133 नए पॉजीटिव केस चिन्हित किए गए हैं. राज्य में अब तक कुल 7984 सैंपल्स की जांच की गई है, जिनमें से 650 की जांच प्रक्रियाधीन है. मंत्री शर्मा ने आगे बताया कि प्रदेश में अब तक आए कुल 133 पॉजिटिव केस में से 21 लोग पॉजीटिव से नेगेटिव भी हो गए हैं जिनमें से 11 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया है वहीं 10 लोग होम आइसोलेशन में है.

21 जिलों में लगाए 1188 आयुष चिकित्सक और कंपाउंडर

मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि कोरोना की रोकथाम के लिए राज्य के 21 जिलों में 1188 आयुष चिकित्सकों और कंपाउंडरों को लगाया गया है जो कि चिन्हित जिलों में जाकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का सहयोग करेंगे. इससे पूर्व आयुर्वेद विभाग द्वारा 13 मार्च से 1 अप्रेल के मध्य 32441 स्थानों पर 12 लाख 43 हजार 320 लोगों को काढ़ा पिलाया जा चुका है.

4 करोड़ से ज्यादा लोगों की हुई स्क्रीनिंग

मंत्री रघु शर्मा ने आगे बताया कि प्रदेश में एक्टिव सर्विलांस टीम के 27 हजार से ज्यादा चिकित्सा दलों ने 98 लाख 57 हजार 493 परिवारों कर घर-घर जाकर सर्वे कर 4 करोड़ 16 लाख 58 हजार 196 लोगों की व्यक्तिगत स्क्रीनिंग अब तक कर ली है. पैसिव सर्विलांस टीम यानी कि ओपीडी में 33 लाख 28 हजार रोगियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. इसके अलावा 133 पॉजीटिव मरीजों के संपर्क में आए 2000 से ज्यादा लोगों की भी स्क्रीनिंग विभाग ने की है. प्रदेश में निजी अस्पतालों को भी ओपीडी और आइसोलेशन की व्यवस्था के लिए अधिकृत किया गया है.

लॉकडाउन के पालन से ही बचाव संभव

मंत्री शर्मा ने एक बार फिर से प्रदेशवासियों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि आपके सहयोग से लॉकडाउन सफल हो सकता है और कोरोना को कम्यूनिटी में फैलने से रोका जा सकता है. आप सभी की सावधानी ही इस महामारी से प्रदेश को बचा सकती है.

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इससे पहले मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में ऊर्जा मंत्री बी डी कल्ला, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा, कृषि मंत्री लालचन्द कटारिया, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह राजीव स्वरूप, पुलिस महानिदेशक भूपेन्द्र सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य रोहित कुमार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.

बता दें, कोरोना वायरस ने अभी तक प्रदेश के 15 जिलों में अभी तक दस्तक दे दी है. जिसके चलते जयपुर में सर्वाधिक 41, भीलवाड़ा में 26, झुंझुनूं में 9, जोधपुर में 10, चुरू में 8, अजमेर में 5, टोंक में 4, डूंगरपुर में 3, प्रतापगढ व अलवर में दो-दो, पाली, सीकर, उदयपुर, भरतपुर व धौलपुर में एक-एक कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुका है. इनमें से 14 कोरोना पॉजिटिव तब्लीगी जमात से लौटे लोग हैं, वहीं प्रदेश में इरान से रेस्क्यू कर जैसलमेर व जोधपुर लाये लोगों में से भी है 18 पॉजिटिव मरीज हैं. वहीं प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस से तीन मौत भी हो चुकी है. इसके साथ ही प्रदेश में कुल कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 133 हो गई है.

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