सीएम गहलोत ने कहा- ‘मोदी है तो मंदी है’, प्रदेश में निवेश करने वाले उद्यमियों के लिए खोला सौगातों का पिटारा

राजस्थान औधौगिक विकास नीति, सौर ऊर्जा नीति, पवन ब हाइब्रीड ऊर्जा नीति, राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना और मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना की जारी, मोदी सरकार और जमकर बरसे गहलोत

पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में आयोजित उद्योगपतियों के कॉन्क्लेव में देश की बिगड़ती आर्थिक व्यवस्था और बढ़ती बेरोजगारी पर चिंता करते हुए मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किए (CM Gehlot on Modi). मुख्यमंत्री गहलोत ने देश में केन्द्र सरकार की नीतियों के कारण उद्योग धंधे चौपट होने का आरोप लगाते हुए ‘मोदी है तो मुमकिन है’ के नारे पर कटाक्ष करते हुए नया नारा दिया ‘मोदी है तो मंदी है.

राजधानी के बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित एमएसएमई कॉन्क्लेव 2019 में गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में उद्योग लगाने और सौर ऊर्जा व विंड एनर्जी में निवेश करने वालों के लिए सौगातों का पिटारा खोलते हुए तीन नीतियों और दो योजनाओं का शुभारंभ किया (CM Gehlot on Modi). इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने राजस्थान औधौगिक विकास नीति, सौर ऊर्जा नीति, पवन ब हाइब्रीड ऊर्जा नीति, राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना और मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना जारी की. इसके साथ ही राजस्थान निर्यात पुरुस्कार व राजस्थान उद्योग रत्न पुरस्कार भी दिया गया. इस दौरान गहलोत ने यहां मध्यम एवं लघु उद्योगों के सम्मेलन को संबांधित करते हुए कहा कि देश में व्यापारी एवं उद्योगपति संकट के दौर से गुजर रहे हैं, आग लगी हुई है देश के अंदर. कश्मीर बंद हुए करीब चार महीने पूरे हुए, अब नॉर्थ ईस्ट बंद पड़ा है, इसके कुछ तो कारण होंगे.

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मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि परेशान होकर कई व्यापारी आत्महत्या का कदम भी उठाने लगे हैं. वे अपने परेशानियों को जगजाहिर भी नहीं कर पाते और अपने को कोसते हैं. पानी सर से ऊपर चले जाने पर ही वे अपनी बात कहते हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि केन्द्र सरकार की गलत नीतियों की आलोचना उनके आर्थिक सलाहकार ही नहीं बल्कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति भी कर चुके हैं (CM Gehlot on Modi). गहलोत ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) की सरकार के समय भी आर्थिक मंदी का दौर आया था, लेकिन तब अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने परिस्थियों को संभालकर अनुकूल माहौल बना लिया था.

सीएम गहलोत ने मोदी सरकार पर (CM Gehlot on Modi) आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र सरकार को मंदी की कोई चिंता नहीं है, वह देश को धारा 370, राम मंदिर जैसे मुद्दों में उलझाकर वास्तविकता से ध्यान हटा रही है. सीएम गहलोत ने कहा कि अन्तरिक्ष में काफी राकेट छोड़े जा रहे हैं, लेकिन यह भाजपा शासन की देन नहीं बल्कि कांग्रेस के समय किए गए प्रयासों का नतीजा है. गहलोत ने केन्द्र सरकार से बाड़मेर में रिफाइनरी स्थापित करने में तेजी दिखाने का आह्वान करते हुए कहा कि इससे प्लास्टिक आदि के कई उद्योग स्थापित होंगे. वहीं महाराष्ट्र में रातोंरात राष्ट्रपति शासन हटाकर देवेन्द्र फडनवीस को मुख्यमंत्री की शपथ दिलाने के बाद की चर्चा करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर मोदी है तो मुमकिन है की बात प्रचारित की गई, लेकिन सब जानते है कि इसके बाद क्या हुआ, देश भर में भाजपा को झटके लगने लगे हैं.

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मुख्यमंत्री गहलोत ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा (CM Gehlot on Modi) कि देश तानाशाही की ओर बढ़ रहा है. हिटलर भी तानाशाह था, लेकिन उसका भी नतीजा अच्छा नहीं रहा. सीएम गहलोत ने कहा कि ये लोकतंत्र है इसमें सबकी बात सुननी पड़ती है, चाहे सहमत हों या असहमत. अगर देश चलाना है तो सभी वर्गों को साथ लेकर चलना पड़ता है, आलोचना भी सहन करनी पड़ती है. अहम और घमंड छोड़ना पड़ता है. कोई किसी की सुन नहीं रहा है, सब अहम और घमंड में चल रहे हैं, इकॉनोमी की चिंता ही नहीं है. मोदी- मोदी कहने वालों को कहना चाहूंगा कि ‘मोदी है तो मुम्किन है’ कि जगह अब ‘मोदी है तो मंदी है’ हो गया है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री गहलोत के साथ उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा, स्वास्थ्य मंत्री रधु शर्मा, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह, ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला भी उपस्थित थे.

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