कोरोना काल में मदद के लिए विदेशों में रहने वाले प्रवासी राजस्थानियों को सीएम गहलोत ने दिया साधुवाद

विदेश में रहने वालों का प्रवासियों का अपने प्रांत के साथ अपनापन बढ़ाने में राजस्थानी भाषा का बड़ा योगदान है. राज्य सरकार राजस्थानी भाषा के विकास और उसको मान्यता दिलाने के लिए कृत-संकल्प है

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पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को विदेशों में बसे प्रवासी राजस्थानियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लम्बी की. इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा है कि राजस्थान सरकार का संकल्प और प्रयास है कि दुनिया के अलग-अलग देशों में रह रहे प्रवासी राजस्थानियों का अपनी माटी के साथ जुड़ाव बना रहे. इस उद्देश्य के लिए 20 वर्ष पहले राजस्थान फाउण्डेशन का गठन किया गया था और सरकार इसके माध्यम से प्रवासियों के साथ बॉन्डिंग को मजबूत बना रही है. विदेश में रहने वालों का अपने प्रांत के साथ अपनापन बढ़ाने में राजस्थानी भाषा का बड़ा योगदान है. राज्य सरकार राजस्थानी भाषा के विकास और उसको मान्यता दिलाने के लिए कृत-संकल्प है.

संकट की घड़ी में मदद के लिए प्रवासी बंधु साधुवाद के पात्र

मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रवासियों से वार्ता के दौरान कहा कि महामारी जैसी वैश्विक आपदाएं पहले भी आई हैं, लेकिन कोरोना सक्रमंण ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है. मानवता पर इस संकट के दौरान विदेशों में रहने वाले राजस्थानियों ने अपने प्रदेश और देश के लोगों की भरपूर मदद की है. वे सब साधुवाद के पात्र हैं. सीएम गहलोत ने प्रवासियों को विश्वास दिलाया कि राजस्थान में रहने वाले उनके परिजनों को महामारी में किसी तरह की परेशानी होती है तो वे राज्य सरकार को जिस भी स्तर पर सूचित करेंगे, उनकी तुरंत मदद की जाएगी.

राजस्थान में समय रहते उपाय करने से स्थिति नियंत्रण में

मुख्यमंत्री गहलोत ने कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा किये गये प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि भारत में अन्य देशों के मुकाबले तुलनात्मक रूप से बेहतर काम हुआ है. इसी कारण देश में संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है. देश के अन्य राज्यों के मुकाबले राजस्थान में समय रहते कई उपाय किये गये, जिसके चलते यहां संक्रमण की दर कम तथा रिकवरी प्रतिशत अधिक है.

50 से अधिक देशों से प्रवासियों ने किया संवाद

दुनिया के 50 देशों मेें 90 से अधिक जगहों पर रह रहे प्रवासी राजस्थानियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुख्यमंत्री से संवाद किया. इस दौरान प्रवासियों ने राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए किये जा रहे प्रयासों की सराहना की और इस लड़ाई में राज्य सरकार के माध्यम से प्रदेशवासियों की मदद की पेशकश भी की. इसके साथ ही उन्होंने फंसे हुए गरीब मजदूरों की आर्थिक मदद करने, उनको विदेशों में रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षित करने, प्रदेश में शिक्षा तथा गांवों के विकास में सहयोग जैसे प्रस्ताव भी दिये.

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अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए दिए सुझाव

कांफ्रेंस के दौरान कई प्रवासी उद्यमियों ने कोरोना संकट एवं लॉकडाउन के बाद प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए भी महत्वपूर्ण सुझाव दिये. युवाओं के लिए कौशल विकास, राजस्थानी संस्कृति और खान-पान की विदेशों में ब्रान्डिंग एवं पैकेजिंग, नये उद्यमियों को तकनीकी दक्षता उपलब्ध कराने में मदद के प्रस्ताव दिये.

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